बिहार के बड़े व्यवसायी गोपाल खेमका की हत्या को लेकर चल रही गहमा-गहमी के बीच मुख्यमंत्री ने शुक्रवार को राज्य में विधि व्यवस्था की स्थिति को लेकर एक उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक की. इस बैठक में पुलिस महानिदेशक सहित तमाम वरीय पुलिस अधिकारी मौजूद थे. मुख्यमंत्री ने साफ निर्देश दिया कि अपराध नियंत्रण में किसी भी तरह की लापरवाही स्वीकार नहीं की जाएगी और जो भी अधिकारी या पुलिसकर्मी कोताही बरतेगा, उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.
बैठक के दौरान मुख्यमंत्री को पुलिस महानिदेशक द्वारा राज्य में अपराध नियंत्रण को लेकर चल रहे प्रयासों की अद्यतन जानकारी दी गई. विशेष रूप से राजधानी पटना में हुए चर्चित व्यवसायी गोपाल खेमका हत्याकांड को लेकर मुख्यमंत्री ने गंभीर चिंता जताई .उन्होंने डीजीपी से मामले की पूरी जानकारी लेते हुए निर्देश दिया कि हत्याकांड के पीछे की साजिश का भी पता लगाया जाए और दोषियों को बिना किसी दबाव या भेदभाव के कड़ी सजा दिलाई जाए.
निष्पक्ष जांच का निर्देश
मुख्यमंत्री ने कहा कि अपराधियों की पहचान कर उनके खिलाफ त्वरित और कठोर कार्रवाई सुनिश्चित की जाए. उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि किसी भी अपराध की जांच में देरी न हो और अनुसंधान कार्य समय पर पूरा किया जाए, ताकि दोषियों को जल्द सजा दी जा सके. उन्होंने कहा कि अगर किसी भी आपराधिक वारदात के पीछे संगठित गिरोह या राजनीतिक साजिश है, तो उसकी भी निष्पक्ष जांच होनी चाहिए.
मुख्यमंत्री ने कहा कि अपराधियों की पहचान कर उनके खिलाफ त्वरित और कठोर कार्रवाई सुनिश्चित की जाए. उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि किसी भी अपराध की जांच में देरी न हो और अनुसंधान कार्य समय पर पूरा किया जाए, ताकि दोषियों को जल्द सजा दी जा सके. उन्होंने कहा कि अगर किसी भी आपराधिक वारदात के पीछे संगठित गिरोह या राजनीतिक साजिश है, तो उसकी भी निष्पक्ष जांच होनी चाहिए.
मुख्यमंत्री ने दोहराया कि कानून-व्यवस्था बनाए रखना सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है और इसमें किसी भी प्रकार की ढिलाई बर्दाश्त नहीं की जाएगी. उन्होंने पुलिस और प्रशासन को निर्देश दिया कि वे पूरे राज्य में सतर्कता बढ़ाएं और आम जनता को सुरक्षा का भरोसा दिलाएं. उन्होंने कहा कि अपराध करने वाले चाहे जो भी हों, उन्हें किसी भी हाल में बख्शा नहीं जाएगा.