हार पुलिस ने व्यवसायी गोपाल खेमका हत्याकांड पर एसआईटी का गठन किया है। डीजीपी विनय कुमार के अनुसार, एसपी सिटी सेंट्रल इस एसआईटी का नेतृत्व करेंगे। बता दें कि राजधानी के बड़े उद्योगपति गोपाल खेमका की शुक्रवार रात 11:45 बजे सिर में गोली मारकर हत्या कर दी गई।
घटना गांधी मैदान थाना क्षेत्र के रामगुलाम चौक के पास हुई। उन्हें मेडिवर्सल अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। मौके पर थाना पुलिस समेत तमाम वरीय अधिकारी पहुंच गए।
घटना के बाद परिजनों में गुस्सा है। आरोप लगाया जा रहा है कि पुलिस घटना के काफी देर बाद अस्पताल पहुंची। 2018 में उनके बेटे गुंजन खेमका की हाजीपुर इंडस्ट्रियल एरिया में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी।
जानकारी के अनुसार, गोपाल खेमका बांकीपुर क्लब से घर लौट रहे थे। वे कार से उतरे ही थे कि अपराधियों ने उन्हें सिर में गोली मार दी। गोपाल खेमका राज्य के बड़े व्यवसायी थे।
गोपाल खेमका के पास एमबीबीएस की डिग्री भी थी। वे बांकीपुर क्लब के पूर्व सचिव थे और वर्तमान में सदस्य थे।
विपक्ष ने क्या कहा?
इस मामले में एएनआई के हवाले, राजद सांसद मनोज झा ने कहा, “सरकार नाम की कोई चीज नहीं है। हत्यारों ने ये सोच लिया है कि सरकार उनकी है। शर्म आनी चाहिए क्या बना कर रख दिया है बिहार को।”
सत्तापक्ष का बयान
भाजपा नेता गुरु प्रकाश ने व्यवसायी गोपाल खेमका हत्याकांड पर कहा, “सरकार पूरी स्थिति पर बारीकी से निगरानी रख रही है। मुख्यमंत्री, दोनों उपमुख्यमंत्री और हमारे सभी वरिष्ठ अधिकारियों ने इस पर संज्ञान लिया है, जो भी दोषी होगा उसके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी, जहां तक जंगलराज की बात है तो ऐसी घटनाएं सीएम हाउस से पोषित नहीं हो रही हैं।
उन्होंने कहा कि एक समय था जब (बिहार में)राज्य प्रायोजित, राज्य संरक्षित, राज्य प्रमोटेड अपराध होते थे। ‘जंगलराज’ का अर्थ यह होता है और जंगलराज की संज्ञा हमने नहीं दी बल्कि पटना हाई कोर्ट ने कहा था कि ‘बिहार में कोई कानून और नियम नहीं है’। उस स्थिति और आज की स्थिति में जमीन आसमान का अंतर है, दोनों की तुलना मत कीजिए।”
‘गोपाल खेमका की हत्या कैसे हुई?’
वहीं, व्यवसायी गोपाल खेमका की हत्या पर जेडीयू नेता नीरज कुमार ने कहा, “गोपाल खेमका की हत्या कैसे हुई? यह हमारे लिए चुनौती है, जिस तरह से गांधी मैदान के बगल में आपराधिक घटना को अंजाम दिया गया। पुलिस ने सिटी एसपी सेंट्रल के नेतृत्व में तुरंत एसआईटी का गठन किया है, और हमें उम्मीद है कि बहुत जल्द नतीजे आएंगे।”