उपमुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद ने कहा कि बिहार स्टूडेंट क्रेडि़ट कार्ड योजना से उच्च शिक्षा प्राप्त करने को इच्छुक विद्यार्थियों को काफी सहूलियत हुई है। उन्होंने कहा कि आर्थिक कारणों से उच्च शिक्षा प्राप्त करने से वंचित विद्यार्थियों को आर्थिक सहायता पहुंचाने के उद्ेश्य से ही बिहार सरकार ने सुशासन के कार्यक्रम २०१५–२० के अंतर्गत विकसित बिहार के सात निश्चय के तहत बिहार स्टूडेंट क्रेडि़ट कार्ड योजना २ अक्टूबर २०१६ से शुरू की है। इस योजना के क्रियान्वयन में प्राप्त शुरुआती अनुभवों के कारण बैंकों की भूमिका को सीमित करते हुए संशोधित बिहार स्टूडेंट क्रेडि़ट कार्ड योजना प्रारंभ की गई‚ जिसके अंतर्गत वित्त विभाग के अंतर्गत बिहार राज्य शिक्षा वित्त निगम लिमिटेड का गठन किया गया‚ जिसके काफी सकारात्मक परिणाम मिले हैं।
उन्होंने बताया कि निगम का गठन हो जाने से बैंकों की तुलना में ४ गुना अधिक शिक्षा ऋण के लिए प्राप्त आवेदनों की स्वीकृति मिली तथा उसके विरुद्ध राशि का वितरण किया गया है। २ अक्टूबर २०१६ से ३१ मार्च २०१८ तक बैंक द्वारा मात्र १८२४२ आवेदनों की स्वीकृति दी गई थी‚ जिसके विरुद्ध ९१ करोड ९८ लाख रुपए वितरित किए जा सके थे‚ जबकि निगम का गठन हो जाने के बाद १ अप्रैल २०१८ से ३१ दिसंबर २०१९ तक के कुल १८ माह में इस योजना के अंतर्गत बिहार राज्य शिक्षा वित्त निगम लिमिटेड द्वारा ९५६१२ प्राप्त आवेदनों के विरुद्ध ७९३०१ आवेदनों की स्वीकृति दी गई और ७४९ करोड ७३ लाख रुपए की राशि वितरित की गई। इस संबंध में बैंक की तुलना में निगम की उपलब्धि ४ गुना अधिक है। बिहार राज्य शिक्षा वित्त निगम लिमिटेड के गठन होने के बाद १५ जुलाई २०१८ से १७ दिसंबर २०२१ तक बिहार स्टूडेंट क्रेडि़ट कार्ड योजना के अंतर्गत १७१४७५ आवेदन प्राप्त हुए हैं जिनमें १३६२१७ आवेदनों को स्वीकृति प्रदान करते हुए ३६२८ करोड ३४ लाख रुपए की राशि शिक्षा ऋण के रूप में स्वीकृत की जा चुकी है।
स्वीत शिक्षा ऋण के विरुद्ध २०४१ करोड ३६ लाख रुपए की राशि वितरित भी की जा चुकी है। योजना से लाभान्वित होने वालों में ९५९८२ पुरुष एवं ४०२३५ महिलाएं शामिल हैं। उन्होंने कहा कि बिहार राज्य शिक्षा वित्त निगम के द्वारा इस योजना से अब तक अन्य पिछडा वर्ग के ५८००८‚ अत्यंत पिछडा वर्ग के २२९७४‚ अनुसूचित जाति के १३२०४‚ अनुसूचित जनजाति वर्ग के १८०८ एवं सामान्य वर्ग के ४०२२३ आवेदनों को स्वीत करते हुए लाभान्वित किया गया है। उप मुख्यमंत्री ने कहा कि पहले कमजोर एवं आर्थिक रूप से गरीब वर्ग के विद्यार्थियों को उच्च शिक्षा प्राप्त करने में काफी कठिनाई होती थी‚ जिससे वे आगे की पढाई नहीं कर पाते थे।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के कुशल नेतृत्व एवं मार्गदर्शन में बिहार सरकार ने ऐसे जरूरतमंद छात्र–छात्राओं को उच्च शिक्षा में सहूलियत प्रदान करने के उद्ेश्य से बिहार स्टूडेंट क्रेडि़ट कार्ड योजना की शुरुआत की गई‚ जिसके तहत उच्च शिक्षा प्राप्त करने के लिए वित्तीय सहायता प्रदान की जाती है। इस योजना के अंतर्गत छात्र–छात्रों को उच्च शिक्षा के लिए जिला निबंधन एवं परामर्श केंद्र तथा बिहार राज्य शिक्षा वित्त निगम लिमिटेड के माध्यम से ४ लाख रूपये तक का @ण प्रदान किया जाता है। उन्होंने कहा कि बिहार स्टूडेंट क्रेडि़ट कार्ड योजना के क्रियान्वयन से जहाँ एक ओर युवाओं को उच्च शिक्षा में सहूलियत हुई है‚ वहीं दूसरी ओर रोजगार प्राप्ति की दिशा में भी सहायता मिल रही है। उन्होंने कहा कि शिक्षा ही विकास का आधार है। इसी अवधारणा पर हमारी सरकार काम कर रही है। राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन की सरकार राशि के अभाव में बिहार के मेधावी छात्रों को उच्च शिक्षा से वंचित नहीं होने देगी।