बिहार विधानसभा में बजट सत्र का आज 12वां दिन है। सदन की कार्यवाही शुरू होते ही मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव में इशारों में बात हुई।
मुख्यमंत्री ने अपने गाल पर हाथ फेरते हुए तेजस्वी से इशारों में पूछा- ‘दाढ़ी क्यों नहीं बनाते हो।’ मुख्यमंत्री का इशारा देखकर तेजस्वी हंस दिए।
इधर, दोनों की इशारेबाजी के दौरान मंत्री विजय चौधरी भी मुस्कुराते दिखे।
ऊर्जा मंत्री बिजेंद्र प्रसाद यादव विभागीय बजट पर बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि ‘अब बिजली उपभोक्ता को 15 पैसे सस्ती बिजली मिलेगी। यह 1 अप्रैल से लागू होगा।’ फिर सदन से ऊर्जा विभाग के 13 हजार 484 करोड़ का बजट पारित किया गया।
3 मार्च को भी इशारे में की थी बात
इससे पहले 3 मार्च को डिप्टी CM सम्राट चौधरी सदन में बजट पेश कर रहे थे। उस दौरान भी सदन में मुख्यमंत्री और तेजस्वी के बीच इशारों में बात हुई। CM ने पूछा- ‘क्या चबा रहे हो।’ इस पर तेजस्वी ने कहा, ‘पल्स चॉकलेट खा रहा हूं।’
तेजस्वी से स्पीकर बोले- वहां रहता तो लड़ लेता
वहीं, सदन में हाजीपुर में सड़क निर्माण को लेकर पथ निर्माण विभाग के मंत्री नितिन नवीन और तेजस्वी यादव के बीच हल्की बहस हुई। इसपर स्पीकर नंद किशोर यादव ने तेजस्वी से कहा, ‘बढ़िया है पटना में रहता है। वहां रहता तो लड़ लेता।’
इसपर तेजस्वी हंसने लगे। फिर सदन में खड़े होकर कहा- ‘हाजीपुर में रोड रहेगा, तब न वहां के लोग यहां आएंगे।’
विधानसभा में परबत्ता से जेडीयू विधायक डॉ. संजीब सिंह ने बिहटा एयरपोर्ट का नाम स्वामी सहजानंद के नाम पर करने की मांग उठाई।

सदन से बाहर बचौल बोले- 4 साल की उम्र में तेजस्वी करोड़पति हो गए
लैंड फॉर जॉब केस में आज RJD सुप्रीमो लालू यादव से ED पूछताछ चल रही है। इसे लेकर विधानसभा के बाहर बयानबाजी हो रही है।
बीजेपी विधायक हरिभूषण ठाकुर बचौल ने कहा- ‘कानून के हाथ बहुत लंबे हैं। जो भी गलत करेगा वहां कानून का हाथ पहुंच जाएगा। 4 साल की उम्र में तेजस्वी करोड़पति हो गए। इतना पैसा कहां से आया।’
इधर, स्टूडेंट्स क्रेडिट कार्ड लोन माफ करने को लेकर विधानसभा के बाहर विपक्ष का प्रदर्शन चल रहा है। राजद विधायक ने पोर्टिको में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के खिलाफ नारेबाजी की।

विधान परिषद की कार्यवाही का पूरा अपडेट नीचे पढ़ें…
विधान परिषद के 21 सदस्यों ने ध्यान आकर्षण के तहत हाउसिंग सोसायटी के माध्यम से एक आदर्श छत की व्यवस्था के लिए जमीन देने की मांग की। इस पर सत्ता पक्ष और विपक्ष दोनों की सहमति हुई। दोनों तरफ के सदस्य खड़े हो गए।
मंत्री जीवेश कुमार ने कहा, ‘1983 नियमावली में दो फीसदी की व्यवस्था थी। 1998 में राजद सरकार ने इसे रद्द कर दिया।
सभापति ने कहा, ‘राजनीति करने वालों को लोग पटना में किराए पर मकान नहीं देते हैं, इसलिए सरकार की तरफ से जमीन उपलब्ध कराई जानी चाहिए। यह उचित मांग है। राजनीति करने वालों की संतानों की भी चाहत होती है कि मेरे पिता मेरे लिए एक छत छोड़कर जाए प्लीज मांग से मेरी पूरी सहमति है।’
सहकारिता मंत्री प्रेम कुमार ने कहा, ‘विगत वर्षों में राजनीतिक करने वालों को पटना में जमीन मिली है। सहकारिता विभाग इसकी व्यवस्था कराएगा। सोमवार को संबंधित अधिकारियों और सत्ता और विपक्ष के नेताओं के साथ बैठक की जाएगी सभापति अवधेश नारायण सिंह ने कहा, ‘इसकी मॉनिटरिंग हमारा ऑफिस करता रहेगा।
अब पढ़िए, 18 मार्च को विधानसभा में क्या हुआ
गरीब बच्चों के एडमिशन का मामला उठा था
मंगलवार को गरीब बच्चों का प्राइवेट स्कूलों में 25% नामांकन सही से नहीं होने को लेकर सदन में विपक्षी विधायकों ने जमकर हंगामा किया। विधायक वेल तक पहुंच गए थे और टेबल पीटने लगे थे।
इस पर स्पीकर ने कहा था- ‘टेबल पलटने की कोशिश मत कीजिए, परिणाम बुरा होगा। कैमरा मैन ऐसे विधायकों पर फोकस कीजिए। उन पर एक्शन लिया जाएगा।’
हंगामे के बीच अचानक CM नीतीश कुमार सदन में खड़े हो गए थे। उन्होंने कहा- ‘मेरे खिलाफ आप खूब बोलिए। मैं ताली बजाकर तारीफ करूंगा, लेकिन कोई समस्या है तो आप लोग लिखकर दीजिए। हम एक्शन लेंगे।’