केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान से एक मिडिया हाउस के सवाल किया – बिहार में एनडीए में शामिल सभी पार्टियां नीतीश कुमार के नेतृत्व में चुनाव लड़ने की बात कह रही है. लेकिन क्या गारंटी है जो महाराष्ट्र में हुआ वो बिहार में नहीं होगा. नेतृत्व एकनाथ शिंदे का था, मुख्यमंत्री बने देवेंद्र फडणवीस, क्या ऐसा बिहार में भी हो सकता है. इसपर उन्होंने कहा कि ये परिस्थिति 2020 में बिहार में पहले ही आ चुकी थी. बीजेपी के पास ज्यादा विधायक थे, जेडीयू से. लेकिन उसके बावजूद बीजेपी ने अपना वादा पूरा करते हुए नीतीश कुमार को सीएम बनाया.
उन्होंने आगे कहा कि गठबंधन की राजनीति में विश्वास बहुत ज्यादा मायने रखता है. ऐसे में गठबंधन के चुनाव में जाने से पहले जो वादे किए जाएंगे उसको गठबंधन जरूर निभाएगा. वहीं जब चिराग पासवान से पूछा गया कि बीजेपी ये कहने से बच रही है कि नीतीश कुमार ही अगले मुख्यमंत्री बनेंगे. इसपर उन्होंने कहा कि हम लोग खुले मन से कहते रहे हैं कि नीतीश कुमार के नेतृत्व में ही हम 2025 का चुनाव लड़ने जा रहे हैं. जिनके नेतृत्व में चुनाव लड़ा जाता है वहीं मुख्यमंत्री बनता है मैं मानता हूं कि नीतीश कुमार के नेतृत्व में ही चुनाव लड़ा जाएगा और चुनाव परिणामों के बाद वहीं मुख्यमंत्री बनेंगे.
‘चिंता का विषय हैं’
वहीं उनसे पूछा गया कि इस साल के अंत में चुनाव होने हैं उससे पहले कानून-व्यवस्था को लेकर सवाल खड़े हो रहे हैं. पिछले एक महीने के अंदर दो पुलिसकर्मियों की हत्या हो चुकी है. इसपर चिराग ने कहा कि जो घटनाएं हो रही हैं. वो चिंता का विषय हैं. प्रदेश के मुख्यमंत्री इसको लेकर गंभीर हैं. खास तौर जब ये अपराध उन लोगों तक पहुंच रहा है जिनके ऊपर आपकी सुरक्षा की जिम्मेदारी है.
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि वर्दी की इस तरह से हत्या हो इसको कतई स्वीकार नहीं किया जा सकता. आज मेरे पास डिफेंस भले ही कहने के लिए कुछ नहीं है लेकिन ये विश्वास जरूर है इस बात को बिहार सरकार ने पूरी गंभीरता से लिया है. मैं केंद्र सरकार में जरूर हिस्सा हूं लेकिन राज्य सरकार में भी सहयोगी होने के नाते मैंने समय-समय पर इन विषयों को उठाने का काम किया है मैं मानता हूं कि इस घटना से सीख लेकर भविष्य में ऐसी घटनाएं न हो उसको लेकर सरकार पूरी मजबूती से काम करेगी.
‘घटनाओं को लेकर हमारी सरकार शर्मिंदा है’
वहीं जब केंद्रीय मंत्री से पूछा गया कि हाल ही की घटनाओं को देखकर लोगों का कहना है कि नीतीश कुमार की पकड़ ढीली हो रही है इसपर उन्होंने कहा कि मैं ये नहीं मानूंगा कि उनकी पकड़ ढ़ीली हो रही है. लेकिन हां ऐसी घटनाएं सवाल जरूर खड़े करती हैं और जायज सवाल है ना ही इन सवालों से मैं भाग रहा हूं और न ही लीपापोती कर रहा हूं. इन घटनाओं को लेकर हमारी सरकार शर्मिंदा है.