पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान को मंगलवार को पाक रेंजर्स की एक टुकड़ी ने गिरफ्तार कर लिया जिसके बाद पूरे देश हंगामा मच गया और चारों तरफ अफरा-तफरी मच गई। रेंजर्स ने इमरान खान को धक्का दिया और उनकी गर्दन को पकड़कर घसीटा। उन्हें एक बख्तरबंद गाड़ी में इस्लामाबाद हाईकोर्ट पररिसर से दूर ले जाया गया। इस कार्रवाई के दौरान पाक रेंजर्स जबरन हाईकोर्ट परिसर में घुस गए, जवानों ने खिड़की के शीशे तोड़ दिए पूर्व प्रधानमंत्री को गिरफ्तार कर लिया। इसके तुरंद बाद पाकिस्तान के लगभग सभी प्रमुख शहरों में देर रात तक घटनाएं या आगजनी और पत्थरबाजी हुई। मरान को अल-कादिर यूनिवर्सिटी ट्रस्ट के माध्यम से मनी लॉन्ड्रिंग से जुड़े भ्रष्टाचार के मामले में गिरफ्तार किया गया है। मंगलवार की रात उन्हें पुलिस लाइन में रखा गया और डॉक्टरों की टीम ने उनके स्वास्थ्य की जांच की।
जिन रेंजर्स ने इमरान खान को कोर्ट रूम की खिडकियों के शीशे तोड़ कर कॉलर पकड़कर घसीटा वो पाकिस्तान के गृह मंत्री के लिखित आदेश के बगैर एक्शन नहीं लेते। लेकिन जिस अंदाज में इमरान खान को गिरफ्तार किया गया उससे उन्हें जनता की सहानुभूति मिलेगी। जब लोग सड़कों पर उतरेंगे, हिंसा होगी, तो हालात और बिगड़ेंगे। दुख की बात ये है कि हालात को संभालने वाला कोई नहीं है। क्योंकि पाकिस्तान की फौज इस वक्त शहबाज शरीफ के साथ है और पाकिस्तान की न्यायपालिका इमरान खान के साथ है। दोनों एक दूसरे से स्कोर सैटल करने में लगे हैं। इसलिए पाकिस्तान में स्थिति और बिगड़ेगी। जहां तक भारत का सवाल है तो पड़ोस में अस्थिरता हमारे लिए अच्छी नहीं है। अपने घर में आग लगी हो तो आप उसे बुझा सकते हैं लेकिन पड़ोसी के घर में आग लगी हो और पड़ोसी दुश्मन हो तो उस आग की गर्मी परेशान करती है।