इसमें कोई संदेह नहीं है कि इस समय वैश्विक स्तर पर राजनीतिक और रणनीतिक गतिविधियों में जो गतिविधियां सर्वाधिक चर्चाओं के केंद्र में है वह है अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडे़न की यूक्रेन यात्रा और रूस–यूक्रेन युद्ध का एक वर्ष पूरा होना। २४ फरवरी २०२२ को युद्ध आरंभ हुआ था और यह अभी भी जारी है। लोगों को याद होगा कि पिछले वर्ष दिसम्बर में यूक्रेन के राष्ट्रपति बलादिमीर जेलेंस्की ने भी युद्ध के बीच गोपनीय स्तर पर अमेरिका की यात्रा की थी। बाइडे़न के साथ उनकी वार्ता तथा अमेरिकी संसद में उनके संबोधन को दुनिया भर में देखा–सुना गया था। जेलेंस्की की अमेरिका यात्रा से यह जाहिर हो गया था कि युद्ध लंबा खिंचेगा। अब बाइडे़न की यूक्रेन यात्रा का रूसी राष्ट्रपति पुतिन पर जिस तरह का नकारात्मक प्रभाव पड़़ा है उसके आलोक में कहा जा सकता है कि यह युद्ध कब समाप्त होगा‚ इसका सहज अनुमान लगाना भी मुश्किल है। पुतिन ने राष्ट्र के नाम अपने संबोधन में यूक्रेन में रूसी कब्जे वाले इलाकों से अपने सैनिकों को हटाने की अंतरराष्ट्रीय मांगों को खारिज कर दिया और परमाणु हथियारों पर नियंत्रण के लिए अमेरिका के साथ १९९१ में हुए परमाणु संधि को निलंबित करने की घोषणा भी की। इससे दुनिया में परमाणु हथियारों की होड़़ का खतरा भी बढ़ जाएगा। रूस यूक्रेन युद्ध के एक साल पूरा होने पर युद्ध के सैनिक और आर्थिक प्रभाव विश्व के अनेक देशों में महसूस किए जा रहे हैं। सबसे बड़़ा संकट ऊर्जा सुरक्षा और खाद्य सुरक्षा को लेकर है। घरेलू उपयोग में आने वाली ऊर्जा की कीमतों में जो इजाफा हुआ है‚ उसके कारण यूरोपीय देशों को मुश्किलों का सामना करना पड़़ रहा है। दूसरी ओर‚ यूक्रेन से खाद्यान्न आपूर्ति में रुकावट के कारण अफ्रीका सहित दुनिया के विभिन्न देशोें में खाद्यान्न संकट पैदा हुआ। पुतिन ने अपनी सेना को परमाणु हथियारों से लैस करने की बात कहकर सभी को ड़रा दिया है। युद्ध को समाप्त करने में भारत की भूमिका अहम हो सकती है। प्रधानमंत्री मोदी प्रभावशाली मध्यस्थ के रूप में उभर सकते हैं। वर्तमान माहौल में इसे आशावादिता कहा जा सकता है‚ किंतु भारत की सलाह पर अमेरिका‚ प. देश और रूस यदि कूटनीति और संवाद का सहारा लें तो यह युद्धविराम और शांति की पहल हो सकती है।
आखिर बिहार चुनाव मे विपक्ष का केंद्र क्यो बन जाता है सीमांचल का किशनगंज ?
बिहार का मुस्लिम बहुल जिला किशनगंज हमेशा से राजनीतिक दलों के लिए आकर्षण का केंद्र रहा है. चाहे वह कांग्रेस...