आगामी 25 फरवरी को महागठबंधन और एनडीए की दो बड़ी रैलियां बिहार में होने वाली हैं. एनडीए की रैली में भाग लेने के लिए गृह मंत्री अमित शाह बिहार आ रहे हैं. लेकिन, इसी बीच केंद्र सरकार ने बिहार समेत 13 राज्यों के राज्यपालों की नियुक्ति की. फागू चौहान के स्थान पर राजेंद्र विश्वनाथ अर्लेकर को बिहार का नया राज्यपाल नियुक्त किया गया है. अर्लेकर हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल थे. इसी मामले को लेकर जब नीतीश कुमार से सवाल पूछा गया तो उन्होंने जो जवाब दिया उसे लेकर राजनीतिक गलियारों में अनायास ही कई सवाल उठ रहे हैं.
दरअसल, नीतीश कुमार समाधान यात्रा के सिलसिले में सोमवार को औरंगाबाद पहुंचे हुए थे. जिसके बाद पत्रकारों ने उनसे इस बारे में सवाल किया कि देश के कई राज्यों के राज्यपाल बदल दिए गए हैं. बिहार के राज्यपाल को भी बदल दिया गया है. जिसके जवाब में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जो जवाब दिया वो बेहद महत्वपूर्ण है.
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि ‘बिहार के राज्यपाल फागू चौहान भी बदल गए हैं इसकी जानकारी हुई है. इसकी जानकारी दो दिन पहले ही देश के गृह मंत्री अमित शाह ने दे दी थी. गृह मंत्री ने फोन कर राज्यपाल के हटाए जाने के बारे में बताया था. तब हमने कहा कि ठीक ही है. किन्हीं को बनाइए.
कुमार ने आगे कहा, ‘इसके बाद नीतीश कुमार ने थोड़े चुटीले अंदाज में कहा कि फागू चौहान जी जा रहे हैं, फिर उनसे बात हुई थी. उनका तो 3.5 साल ही हुआ था. अब जा रहे हैं. बिहार में तो कोई राज्यपाल 5 साल तक रहा हो ऐसा देखे बहुत दिन हो गया.’ तभी पीछे से मंत्री अशोक चौधरी ने नीतीश कुमार को बताया कि किसी राज्यपाल का 5 साल रहे हुए 25 साल हो गया. अब कहां कोई 5 साल रहते हैं. कोई आवे उससे क्या फर्क पड़ता है.
जाहिर है NDA गठबंधन टूटने के बाद पहली बार राज्यपाल बदलने की जानकारी देने को लेकर दोनों नेताओं में कोई बात हुई है. दरअसल यह एक कोरम भी होता है. अमूमन राज्यपाल के बदलने की जानकारी गृह मंत्रालय की तरफ से राज्यों के मुख्यमंत्रियों को दी जाती है.