जदयू संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व के बिना गठबंधन नहीं है। आरक्षण छीनने की साजिश हो रही है। नेतृत्व के मसले पर उनकी पार्टी कोई समझौता करने नहीं जा रही है। नीतीश कुमार हमारे नेता हैं और नीतीश के बगैर हम किसी गठबंधन का हिस्सा नहीं हो सकते। श्री कुशवाहा शनिवार को श्रीकृष्ण मेमोरियल हॉल में जदयू द्वारा आयोजित सम्राट अशोक जयंती समारोह को संबोधित कर रहे थे।
श्री कुशवाहा ने आरक्षण को लेकर बडी साजिश की तरफ इशारा किया है। उन्होंने कहा कि जातीय जनगणना पर बीजेपी की चुप्पी बेहद खतरनाक है। बीजेपी के एक बडे नेता ने केंद्र में मेरे मंत्री रहते हुए इस बात पर सहमति जताई थी कि जातीय जनगणना होनी चाहिए‚ लेकिन बीजेपी बाद में अपने इस स्टैंड से पीछे हट गई। उन्होंने आरोप लगाया कि अगर जातीय जनगणना नहीं हुई तो आरक्षण को खत्म कर दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि महापुरुषों की जयंती मनायी जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि सम्राट अशोक की छवि को धूमिल करने का प्रयास किया जा रहा है। कुछ नेता लगातार अलग तरह के बयान देते रहते हैं। कुछ लोग गलत तरह की परंपरा की शुरुआत करने में लगे हुए हैं। एक साहित्यकार ने तो सम्राट अशोक की तुलना औरंगजेब से कर दी थी जो सही नहीं है। वैसे लोगों को पुरस्कृत भी किया गया था। हम सबने इसका विरोध भी किया था। सभी राजनीतिक दल ने विरोध किया‚ लेकिन उसके पुरस्कार की वापसी नहीं कराई गई। जब तक साहित्यकार दया प्रकाश की पुरस्कार वापसी नहीं कराई गई तब तक यह मांग जारी रहेगी। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सम्राट अशोक के लिए काफी कुछ किया। बीजेपी के नेता ने सम्राट अशोक की जयंती पर सार्वजनिक छु^ी की भी घोषणा कर दी। एनडीए की सरकार ने नहीं बल्कि महागठबंधन की सरकार में यह फैसला लिया गया था। उन्होंने कहा कि सुशील मोदी ने जो तारीख बतायी इससे लगता है शायद उन्हें इसकी जानकारी नहीं है। बिना जानकारी के झंडे उठाने वाले कुशवाहा समाज के नेताओं को सोच–समझकर बोलना चाहिए। श्री कुशवाहा ने कहा कि महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश में कुशवाहा पंचायती राज संस्था में आरक्षण रोकने का काम किया गया है। जातीय जनगणना को लेकर सभी लोगों को आवाज उठाने की जरूरत है। जातीय जनगणना के बिना कुछ भी संभव नहीं है। जातीय जनगणना को लेकर पार्टी आगे बढे। हम सभी लोगों से चर्चा करने के लिए गांव–गांव तक जाकर चर्चा करने को तैयार हैं। श्री कुशवाहा ने कहा कि न्यायपालिका में जजों की बहाली में किसी तरह की कोई पारदर्शिता नहीं होती है। किसी तरह का आरक्षण नहीं होता है। ऐसे में गरीब के बच्चे कभी भी जज नहीं बन सकते। समारोह को जदयू के प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा‚ ग्रामीण कार्य मंत्री जयंत राज‚ पूर्व शिक्षा मंत्री कृष्णनंदन वर्मा‚ पूर्व मंत्री रामसेवक सिंह‚ विधान पार्षद नीरज कुमार आदि ने संबोधित किया।
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