आइजीआइएमएस में सभी सरकारी योजनाओं को जन औषधि केंद्रों से जोड़ा जायेगा. खासकर आयुष्मान भारत, प्रधानमंत्री चिकित्सा सहायता कोष, राष्ट्रीय बाल सुरक्षा कार्यक्रम, मुख्यमंत्री चिकित्सा सहायता कोष आदि सरकारी योजनाओं के तहत इलाज कराने आ रहे मरीजों को सस्ती दवाएं उपलब्ध करायी जायेंगी. साथ ही भर्ती मरीजों को बेड तक दवा उपलब्ध करायी जायेगी.
आइजीआइएमएस में जन औषधि दिवस पर आयोजित जागरुकता सप्ताह के समापन सोमवार को कर दी गयी. संस्थान के ऑडिटोरियम सभागार में हुए कार्यक्रम में डॉक्टरों ने पीएम नरेंद्र मोदी का संवाद भी सुना . उद्घाटन पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी, केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे, स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे व संजीव चौरसिया ने किया.
आइजीआइएमएस के मेडिकल सुपरिटेंडेंट डॉ मनीष मंडल ने कहा कि मरीजों के लिए सुविधाएं बढ़ेगी. निदेशक डॉ विभूति प्रसन्न सिन्हा ने बताया कि आइजीआइएमएस के लिए यह गर्व की बात है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सबसे पहले संस्थान के डॉक्टरों से बात की. डॉ विभूति ने कहा कि वीडियो काॅन्फ्रेंस के माध्यम से औषधि के बारे में संवाद सुना गया और काफी महत्वपूर्ण जानकारियां मिली.
प्रधानमंत्री ने भारतीय जन औषधि परियोजना की शुरुआत विशेष रूप से गरीबों और वंचितों के लिए किफायती दरों पर गुणवत्ता वाली दवाइयां उपलब्ध कराने की बात कही. मौके पर निदेशक ने कहा कि आइजीआइएमएस को इंद्रधनुष योजना से भी जोड़ दिया गया है. ऐसे में अब आइजीआइएमएस को सात तरह के इंजेक्शन स्वास्थ्य विभाग की ओर मुहैया करायी जायेगी.