बात 2020 के विधानसभा चुनाव की है। सन ऑफ मल्लाह यानी मुकेश सहनी ने अपने आप को राजनीति में सेट करने के लिए RJD से उस समय बगावत की थी, जब वह अपने घटक दलों के साथ सीटों का बंटवारा कर रही थी। तब सहनी की बगावत BJP को अच्छी लगी थी। उनको सहारा देते हुए BJP ने विधानसभा में 11 सीटों पर चुनाव लड़वाया। हालांकि, मुकेश सहनी खुद चुनाव हार गए। उनके 4 विधायक जीत गए। इन चार में से तीन विधायक BJP के पूर्व नेता थे। बाद में सहनी को BJP ने MLC बनाकर मंत्री बना दिया।
उनका टर्म 18 महीने था, जो इस साल के जुलाई में खत्म हो रहा है। अब सहनी ने UP विधानसभा चुनाव से लेकर बिहार में BJP के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। जानकार बताते हैं कि ये इसलिए बौखलाए हुए हैं कि उनका टर्म खत्म हो रहा है। BJP ने UP में घास नहीं डाला, बिहार में भी लोकल बॉडी के चुनाव में कोई सीट नहीं दी। इसलिए वो बयानबाजी कर रहे हैं, लेकिन BJP शांत इसलिए है क्योंकि UP में चुनाव है।
खुद हार गए थे चुनाव
बिहार विधानसभा चुनाव-2020 में VIP के चार उम्मीदवारों ने जीत हासिल की थी। गौराबौराम से स्वर्णा सिंह ने RJD के अफजल अली खान को, अलीनगर से मिश्री लाल यादव ने RJD के विनोद मिश्रा को, साहेबगंज से राजू कुमार सिंह ने RJD के रामविचार राय को और बोचहां से मुसाफिर पासवान ने RJD के कद्दावर नेता रमई राम को हराया था। बाकी 7 सीटों पर VIP की हार हुई है। मुकेश सहनी खुद सिमरी बख्तियारपुर से महबूब अली कैसर के पुत्र युसूफ कैसर से चुनाव हार गए थे।
VIP के 3 विधायक BJP के नेता
यदि, गौराबौराम से VIP की विधायक स्वर्णा सिंह की बात करें तो स्वर्णा सिंह BJP के पूर्व MLC सुनील कुमार सिंह की बहू हैं। कोरोना काल में सुनील कुमार सिंह की मृत्यु हो गई थी। BJP ने VIP से उनकी बहू सेट कर दिया। वो विधायक बन गईं। वही, दरभंगा के अलीनगर से BJP ने मिश्री लाल यादव को VIP से टिकट दिलवा कर विधायक बना दिया। मिश्री लाल यादव BJP के टिकट पर 2015 में भी अलीनगर से चुनाव लड़े थे, अब्दुल बारी सिद्धकी से चुनाव हार गए थे।
भाजपा ने अपने नेताओं को सहनी की पार्टी में सेट किया
अगर बात करें VIP के विधायक राजू कुमार सिंह की तो साहिबगंज से पिछली बार 2015 में राजू कुमार सिंह को BJP ने अपने सिंबल पर चुनाव लड़वाया था। हालांकि, 2015 में RJD के रामविचार राय ने उनको हरा दिया था। 2020 में BJP ने VIP से उनको सेट करके विधायक बना दिया। वहीं, बोचहां से मुसाफिर पासवान VIP से विधायक बने थे। पिछले दिनों उनका निधन हो गया। मुसाफिर पासवान एक मात्र विधायक थे, जो VIP के अपने उम्मीदवार थे।
बौखलाहट में VIP सुप्रीमो
वरिष्ठ पत्रकार रवि उपाध्याय बताते हैं कि मुकेश सहनी ने पहले अपने आप को सन ऑफ मल्लाह के नाम से प्रचारित किया। अब उनकी मांग शुरू हो गई है कि सहनी यानी मल्लाह समाज को आरक्षण मिलना चाहिए। उनके पास तुरुप का पत्ता है। वह इसको अब राजनीतिक रूप से मुद्दा बनाना चाहते हैं। इसी प्रयास में वह उत्तर प्रदेश गए, लेकिन वहां BJP ने उनको घास नहीं डाला। बिहार में भी सहनी अपने आपको अभी तक कहीं स्थापित नहीं कर पाए हैं। इसी बात को लेकर वह बौखलाहट में है।
दोबारा विधान परिषद सदस्य बनने के लिए बयानबाजी!
उनकी पार्टी की ओर से अभी मुख्यमंत्री को पत्र लिखा गया है। वह लगातार प्रेशर पॉलिटिक्स कर रहे हैं। खास बात है कि मुकेश सहनी नीतीश कुमार के खिलाफ नहीं बोल रहे हैं, सिर्फ BJP के खिलाफ बोल रहे हैं। ऐसा इसलिए कि पार्टी उन्हें दोबारा विधान परिषद का सदस्य बना दे।
दो नाव पर पैर रखकर चल रहे
वहीं, लगातार विपक्ष की तरफ से कहा जा रहा है कि इनका कूपन रिचार्ज नहीं होने वाला है। बताया जा रहा है कि सहनी की लगातार बयानबाजी भाजपा के नेताओं को रास नहीं आ रहा है। हालांकि, मुकेश सहनी का सॉफ्ट कॉर्नर RJD के तरफ है। वह दोनों नाव पर पैर रखकर चल रहे हैं। कभी तेजस्वी यादव को छोटा भाई भी बताते रहते हैं।