राज्य में तेजी से फैल रहे कोरोना संक्रमण के मद्ेनजर सरकार होम आइसोलेशन में रह रहे संक्रमितों के लिए डाक से दवा की किट भेजने की व्यवस्था कर रही है। स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत ने बुधवार को यहां ऑनलाइन संवाददाता सम्मेलन में बताया कि राज्य में कोरोना संक्रमण के मामले काफी तेजी से फैल रहे हैं। उन्होंने कहा कि राज्य में संक्रमण का जो ट्रेंड है वह ओमीक्रॉन की ओर इशारा कर रहे हैं। हालांकि महज ६३ संक्रमित को ही अस्पताल में भर्ती कराने की जरूरत पड़ी है। संक्रमितों में से ९८ प्रतिशत होम आइसोलेशन में हैं।
श्री अमृत ने कहा कि ये आंकड़े बताते हैं कि लोगों को घबराने की जरूरत नहीं है। सरकार होम आइसोलेशन में रह रहे संक्रमितों के उचित इलाज का प्रबंध कर रही है। इसके तहत बृहस्पतिवार से ऐसे संक्रमितों के घर पर डाक के माध्यम से दवाओं की किट भेज दी जाएगी। उन्होंने लोगों से जांच के दौरान अपना फोन नंबर और सही पता दर्ज कराने की अपील की है। श्री अमृत ने बताया कि राज्य में १५ से १८ वर्ष के किशारों के लिए टीकाकरण अभियान तेजी से चल रहा है। अबतक साढे चार लाख किशोरों को कोरोना का टीका लगाया जा चुका है। उन्होंने बताया कि वैसे फ्रंटलाइन वर्कर और स्वास्थ्यकर्मी जिनको टीका की दूसरी खुराक लिए नौ माह हो गए हैं उनके लिए १० जनवरी से तीसरी खुराक की शुरुआत की जाएगी। अपर मुख्य सचिव ने बताया कि यदि संक्रमण एसिम्टमैटिक और माइल्ड हो तो संक्रमित सात दिन में स्वस्थ हो रहे हैं। उन्हें सात दिन के बाद दुबारा जांच कराने की भी जरूरत नहीं पड़ रही है। इसके बावजूद राज्य में इलाज की पर्याप्त तैयारी है। अस्पताल में बेड़ों का ड़ाटा शीघ्र उपलब्ध करा दिया जायेगा। श्री अमृत ने राज्य में मौजूदा संक्रमण कोरोना के नये स्वरूप ओमीक्रॉन का या पूर्व के डेल्टा या डेल्टा प्लस वेरिएंट का है के संबंध में पूछे जाने पर कहा कि अन्य राज्यों के आंकड़े बता रहे हैं कि ये तीनों वेरिएंट सक्रिय हैं‚ लेकिन राज्य में संक्रमण का जो ट्रेंड है वह ओमीक्रॉन की ओर इशारा कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि ओमीक्रॉन संक्रमण की पहचान के लिए राज्य में जीनोम सिक्वेंसिंग जांच की व्यवस्था इंदिरा गांधी आयुर्विज्ञान संस्थान में की गई है। सरकार दूसरी मशीन खरीदने की भी तैयारी कर रही है।