राज्य में एक बार फिर हुए कोरोना विस्फोट को ध्यान में रखते हुए सरकार ने कोविड–१९ के संक्रमण से मरने वाले लोगों के आश्रितों को साढÃे चार लाख रुपये मुआवजा देने का निर्णय लिया है। मंत्रिमंडल सचिवालय विभाग के विशेष सचिव उपेंद्र नाथ पांडेय ने बुधवार को यहां मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अध्यक्षता में हुई मंत्रिपरिषद की बैठक के बाद बताया कि सरकार ने इस आशय के प्रस्ताव को मंजूरी प्रदान की है। बैठक में कुल छह प्रस्ताव स्वीकृत किये गए॥। श्री पांडेय ने बताया कि कोरोना संक्रमण से मृत व्यक्तियों के निकटतम आश्रित को चार लाख रुपये प्रति मृतक की दर से अनुग्रह अनुदान राशि का भुगतान राज्य संसाधन से करने के निमित्त वित्त वर्ष २०२१–२२ में वर्तमान उपबंध के अतिरिक्त १०५ करोड़ रुपये बिहार आकस्मिकता निधि से अग्रिम के साथ ही ऐसे प्रत्येक मृतक के आश्रित को ५० हजार रुपये की दर से भुगतान करने के लिए चालू वित्त वर्ष में आकस्मिकता निधि से २० करोड़ रुपये के अग्रिम की स्वीकृति प्रदान की गई है। विशेष सचिव ने बताया कि प्रसिद्ध स्वतंत्रता सेनानी स्व. कविराज रामलखन सिंह ‘बैद्य’‚ शहीद नाथून प्रसाद यादव‚ स्व. शीलभद्र याजी‚ स्व. मोगल सिंह एवं स्व. डुमर प्रसाद सिंह के सम्मान में पटना जिले के बख्तियारपुर नगर परिषद क्षेत्र के अंतर्गत स्थापित प्रतिमा स्थल पर प्रत्येक वर्ष १७ जनवरी को राजकीय समारोह आयोजित किये जाने के प्रस्ताव को मंजूरी दी गई है। श्री पांडेय ने बताया कि बिहार नगरपालिका अधिनियम‚ २००७ के आलोक में एक नए नगर निकाय का गठन एवं तीन नगर निकायों के क्षेत्र विस्तार की स्वीकृति दी गई है। इसके अलावा बिहार पेशा कर नियमावली‚ २०११ में संशोधन तथा राज्य के राजस्व में वृद्धि के लिए बिहार ईख नियमावली–१९७८ में संशोधन को स्वीकृति दी गई है।
बिहार में एक तरफ कोरोना के आंकड़े तेजी से बढ़ रहे हैं। सीएम हाउस से लेकर मंत्रालय के कर्मचारी भी इसकी जद में आ चुके हैं। कैबिनेट मीटिंग से पहले 4 मंत्री पॉजिटिव पाए गए हैं। वहीं सीएम नीतीश कुमार को सिर्फ अपने और अपनी परिवार की पड़ी है। नीतीश अपने पिता की याद में 17 जनवरी को समारोह करने वाले हैं। इस फैसले के साथ कैबिनेट ने 6 एजेंडों पर मुहर लगाई है।
बख्तियारपुर में समारोह
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के पिता और स्वतंत्रता सेनानी स्व. कविराज राम लखन सिंह के समारोह पर हर साल 17 जनवरी को राजकीय समारोह करने के प्रस्ताव को कैबिनेट ने मंजूरी दे दी है। CM नीतीश कुमार ने अपने पैतृक गांव कल्याण बीघा में पहले ही एक वाटिका का निर्माण करा रखा है। यहां उनके पिता स्व. कविराज राम लखन सिंह ‘वैद्य’ की प्रतिमा स्थापित है। इतना ही नहीं इससे वाटिका में नीतीश कुमार की माता और उनकी स्व. पत्नी की प्रतिमा भी लगाई गई है। लेकिन, अब सरकारी स्तर पर प्रतिमा स्थापित किए जाने का निर्णय लिया गया है और कैबिनेट ने इसे मंजूरी दे दी है।
कोरोना से मौत पर परिवार को मिलेगी मदद
कैबिनेट बैठक में कोरोना को लेकर भी फैसला लिया गया है। मंत्रिमंडल की बैठक में राज्य सरकार ने कोरोना महामारी से मरने वाले लोगों के आश्रितों को 4-4 लाख रुपए की आर्थिक सहायता से जुड़े प्रस्ताव को मंजूरी दी है। इसके लिए सरकार ने मौजूदा वित्तीय वर्ष में 105 करोड़ रुपए की अग्रिम स्वीकृति को मंजूरी दे दी है।
बिहार ईख नियमावली में संशोधन
इसके अलावा गन्ना उद्योग विभाग की तरफ से लाए गए प्रस्ताव को भी मंजूरी दी गई है। राज्य के राजस्व में वृद्धि के लिए बिहार ईख (आपूर्ति एवं खरीद का विनियमन) नियमावली 1978 में संशोधन के प्रस्ताव को मंजूरी दी गई है। इसके साथ ही अब लाइसेंस के शुल्क का नवीनीकरण हो जाएगा।
तीन नगर निकायों के क्षेत्र विस्तार को दी मंजूरी
नीतीश कैबिनेट ने आज बिहार नगर पालिका अधिनियम 2007 के मुताबिक एक नगर निकाय का गठन और तीन नगर निकायों के क्षेत्र विस्तार को भी अपनी मंजूरी दी है। आज ही मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में होने वाले कैबिनेट की बैठक से पहले दोनों डिप्टी सीएम रेणु देवी और तार किशोर प्रसाद के अलावा मंत्री अशोक चौधरी और मंत्री सुनील कुमार कोरोना पॉजिटिव पाए गए। यह सभी आज कैबिनेट की बैठक में शामिल नहीं हो पाए। यही वजह है कि आज की कैबिनेट की बैठक काफी थोड़े समय के लिए आयोजित हुई। मात्र 6 एजेंडे पर ही मुहर लगाई गई।