राज्य के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा है कि देश में शराबबंदी के साथ–साथ समाज सुधार के लिए अभियान चलाने वाला बिहार अग्रणी व प्रथम राज्य है। यदि राज्य और राष्ट्र को तरक्की करना है तो समाज सुधार के लिए इस तरह के कार्यक्रमों को लागू करना ही होगा। श्री कुमार मंगलवार को औरंगाबाद के पुलिस लाइन मैदान में समाज सुधार अभियान के तहत जीविका दीदियों के साथ संवाद कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि राज्य में शराबबंदी के अच्छे नतीजेआये हैं। शराबबंदी की निरंतरता में झारखंड़ के कारण बाधा आ रही है। इसलिए वहां भी शराबबंदी लागू होना जरूरी है। बिहार नशामुक्त‚ दहेज प्रथा मुक्त और बाल विवाह मुक्त राज्य के लिए निरंतर अभियान चलाता रहेगा। सीएम ने कहा कि शराबबंदी लागू करने के बाद आज बिहार के लाखों घरों में खुशहाली आ गयी है और इसके सकारात्मक तथा दूरगामी परिणाम नजर आने लगे हैं। उन्होंने कहा कि शराब से न केवल विविध प्रकार की बीमारियां फैलती हैं‚घर–परिवार टूट जाता है बल्कि समाज और राज्य भी खोखला होता है। ऐसी बुरी चीजों का हर वक्त विरोध करते रहना चाहिए और यह स्वस्थ समाज के लिए अत्यंत आवश्यक है। श्री कुमार ने कहा कि विश्व स्वास्थ्य संगठन की रिपोर्ट के अनुसार सबसे अधिक सड़क दुर्घटनाएं शराब पीकर वाहन चलाने के कारण ही होती हैं और अब बिहार में सड़क दुर्घटनाओं से होने वाली मौतों में काफी कमी आई है। इसी प्रकार शराब से होने वाली बीमारियों में भी कमी दर्ज की जाने लगी है। उन्होंने कहा कि शराबबंदी कानून लागू होने से विधि–व्यवस्था को नियंत्रित करने में भी मदद मिली है। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में वर्तमान सरकार बनने के पूर्व शाम घिरने के बाद सड़कों पर हंगामे तथा उत्पात जैसी स्थिति रहती थी लेकिन हमने विधि–व्यवस्था को नियंत्रित कर ऐसी स्थिति उत्पन्न कर दी है कि महिलाएं भी अब सुरक्षित होकर देर रात तक सड़कों पर आ– जा सकती हैं।
अब राज्य के किसी भी कोने में रात में भी चलना असुरक्षित नहीं रह गया है बल्कि लोगों में सुरक्षा की भावना बढी है तथा लोग रात्रि में भी निरापद यात्रा करते हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश के चौक–चौराहों अथवा सार्वजनिक स्थानों पर शराब पीकर हो–हल्ला करना अब गुजरे जमाने की बात हो गई। मुख्यमंत्री ने कहा है कि राज्य में लागू पूर्ण शराबबंदी की निरंतरता को बनाए रखने में झारखंड़ सबसे बड़ा बाधक है। इस बाधा को दूर करने के लिए वहां भी शराबबंदी लागू होनी चाहिए।श्री कुमार ने कहा‚‘राज्य में हमारी सरकार बनने के बाद हमने महिलाओं को उनका हक‚अधिकार तथा मान– सम्मान दिलाने के लिए काम करना शुरू किया। साल २००६ के पंचायत चुनाव में हमने महिलाओं को ५० फीसदी आरक्षण दिया जो बिहार को छोड़कर पूरे देश में आज भी कहीं लागू नहीं है जबकि २००१ के पंचायत चुनाव में महिलाओं की बात तो छोडि़ए अनुसूचित जाति–अनुसूचित जनजाति के लोगों को भी आरक्षण की सुविधा उपलब्ध नहीं थी।’ मुख्यमंत्री ने कहा कि आज बिहार के पंचायत चुनाव में अनुसूचित जाति–अनुसूचित जनजाति के अलावा अति पिछड़ों को भी अपेक्षित आरक्षण मिल रहा है। इससे कमजोर वर्ग को सशक्त करने में मदद मिल रही है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने महिलाओं के लिए लोकसभा तथा विधानसभा में ३३ प्रतिशत आरक्षण देने की बात कही थी लेकिन इस सरकार ने तो पंचायत चुनाव में महिलाओं को ५० प्रतिशत आरक्षण देकर एक नायाब उदाहरण पेश किया। उन्होंने जोर देकर कहा कि महिला सशक्तिकरण से समाज सुधार की दिशा में अपेक्षित सहयोग मिलेगा तथा राज्य प्रगति के पथ पर और आगे बढेगा। श्री कुमार ने कहा कि‘ जब हम केंद्र में मंत्री थे तब भी बिहार के ग्रामीण इलाके में भ्रमण करने के लिए प्रतिदिन१२ –१२ किलोमीटर तक पैदल चलना पड़ता था। ग्रामीण इलाकों में तो सड़कें नहीं ही थीं लेकिन अब हर गांव–टोला और बसावटों तक फर्राटे से गाडि़यां पहुंच रही हैं।
उन्होंने कहा कि कुछ काबिल लोग तो शराबबंदी का भी विरोध करते हैं लेकिन हम इसकी परवाह नहीं करते और समाज सुधार के लिए निरंतर अपना अभियान चलाते रहेंगे‚ काम करते रहेंगे। मुख्यमंत्री ने कहा‚‘ जीविका दीदियों के माध्यम से ग्रामीण महिलाओं को रोजगार से जोड़ने की बिहार सरकार ने अनूठी पहल की है और इसमें हमें अपेक्षित सफलता भी मिली है।
हम इन्हें न केवल सशक्त कर रहे हैं बल्कि इनके माध्यम से समाज सुधार की दिशा में भी आगे बढ रहे हैं।’ उन्होंने जीविका दीदियों से भी अपील की कि यदि कोई शराब के धंधे में लिप्त होता है या शराब पीता है तो इसकी सूचना प्रशासन को निश्चित रूप से दें और हमने उनके नाम को गुप्त रखने की भी व्यवस्था की है। हमें जीविका दीदियों के माध्यम से समाज को बेहतर बनाने में सहयोग की अपेक्षा है। श्री कुमार ने कहा कि राज्य सरकार ने महिलाओं‚ अल्पसंख्यकों‚ अनुसूचित जाति–जनजातियों‚ अति पिछड़ों आदि के विकास के लिए कई कार्यक्रम चलाए हैं‚ बालिकाओं को साइकिल‚ पोशाक‚ शिक्षा के लिए विशेष अनुदान राशि आदि देकर उनका आत्मविश्वास बढाया गया और बाद में बालकों को भी साइकिल देकर उन्हें आगे बढने में सहयोग किया जा रहा है।
इस तरह पूरे राज्य में हर क्षेत्र में न केवल विकास का माहौल बना है बल्कि लोग आज समाज सुधार के भी प्रति प्रेरित हो रहे हैं लेकिन हमें रुकना नहीं है और इस अभियान को आगे चलाते रहना है। उन्होंने कहा कि विकास तभी लाभदायक होगा जब समाज सुधार होगा और एकजुटता‚ प्रेम‚भाईचारे का माहौल होगा। उन्होंने सभी नागरिकों खासकर जीविका दीदियों से समाज सुधार के इस महत्वाकांक्षी अभियान में हर संभव सहयोग करने की अपील की।