बिहार विधानमंडल के शीतकालीन सत्र का आज दूसरा दिन है। सोमवार से शुरू सत्र में सरकार को घेरने के लिए विपक्षी दलों ने पूरी तैयारी की है। अलग-अलग बैठक कर राजद और कांग्रेस ने रणनीति बनाई है। हालांकि विपक्षी दल कांग्रेस और राजद इस बार महागठबंधन के दल के रूप में नहीं दिखेंगे। दोनों अलग-अलग दिखेंगे। हालांकि, उनके मुद्दे कमोबेश एक ही हैं। विपक्ष के तेवर को देखते हुए सरकार भी पूरी तरह तैयार है। हर बात का जवाब देने की तैयारी की गई है।
राजद नीति आयोग की रिपोर्ट से लेकर बेकारी, बेरोजगारी, स्वास्थ्य, शिक्षा समेत शराबबंदी के मुद्दे पर सरकार पर निशाना साधेगा। बिहार में बढ़ते अपराध को लेकर भी सरकार को घेरने की रणनीति राजद की बैठक में बनी है। नेता प्रतिपक्ष ने कहा है कि शराबबंदी में सरकार पूरी तरह नाकाम है। कांग्रेस शराबबंदी कानून की खामियां, विश्वविद्यालयों में भ्रष्टाचार, बालू माफिया के आतंक के मुद्दे पर सरकार पर हमले करेगी। कांग्रेस विधायक दल की बैठक में तय किया गया कि जनता से सीधे जुड़े मुद्दों को पार्टी उठाएगी। विधि-व्यवस्था के मुद्दे पर भी सरकार का ध्यान आकृष्ट कराया जाएगा।
आज विधानसभा की कार्यवाही शुरू होने के पहले बीजेपी और आरजेडी विधायक के बीच सदन के बाहर परिसर में जो कुछ हुआ वह वाकई राजनीति को शर्मसार करता है. आरजेडी और बीजेपी के विधायक के बीच विधानसभा परिसर में जमकर गाली-गलौज भी हालात इतने बदतर हो गए कि मीडिया को बीच-बचाव करना पड़ा.
दरअसल, राजद विधायक भाई विरेंद्र और भाजपा विधायक के बीच शराबबंदी को लेकर बहस हो गई. इस बहस का परिणाम यह हुआ कि भाई विरेंद्र पूरी तरह से आगबबूला हो गए और उन्होंने गाली गलौज शुरू कर दी. इस दौरान उन्होंने भाजपा विधायक को कई भद्दी भद्दी गालियां दी. वहीं यहां मौजूद मीडियाकर्मियों ने उन्हें रोकने की कोशिश करते नजर आए.
बताया जा रहा है कि भाई वीरेंद्र व संजय सारावगी के बीच शराबबंदी को लेकर बहस हो रही थी. इस दौरान संजय सारावगी ने उन्हें आप कहने की जगह तुम कहना शुरू कर दिया, जिसके बाद भाई वीरेंद्र पूरी तरह से भड़क गए और अपना आपा खोते हुए गालियां देनी शुरू कर दी. इस दौरान कुछ लोग संजय सारावगी को दूर लेकर जाने की कोशिश करते नजर आए. वहीं कुछ लोग भाई वीरेंद्र को शांत कराने की कोशिश करते रहे.