भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास की अध्यक्षता वाली मौद्रिक नीति समिति (MPC) की बैठक के नतीजे सामने आ गए हैं. बता दें कि 6 सदस्यों वाली मॉनेटरी पॉलिसी कमिटी (MPC) की तीन दिन की बैठक 6 अक्टूबर 2021 को शुरू हुई थी. रेपो रेट 4 फीसदी, रिवर्स रेपो रेट 3.35 फीसदी, मार्जिनल स्टैंडिंग फैसिलिटी रेट 4.25 फीसदी और बैंक रेट 4.25 फीसदी पर स्थिर है. शक्तिकांत दास ने कहा कि अर्थव्यवस्था में रिकवरी के संकेत है. उन्होंने कहा कि सभी सदस्य ब्याज दरों को स्थिर रखने के पक्ष में थे.
RBI ने एकोमोडेटिव रुख कायम रखा
शक्तिकांत दास ने कहा कि पिछली बार की ही तरह RBI ने एकोमोडेटिव रुख कायम रखा है. अनुमान जताया जा रहा था कि रिजर्व बैंक इसबार पॉलिसी रेट में कटौती का ऐलान कर सकता है. शक्तिकांत दास ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि अर्थव्यवस्था में रिकवरी के साफ संकेत दिखाई पड़ रहे हैं और महंगाई के आंकड़ें अनुमान के अनुसार है. साथ ही आर्थिक गतिविधियों में तेजी से सुधार देखने को मिल रहा है. उन्होंने कहा कि पिछली MPC की तुलना में अर्थव्यवस्था में सुधार देखने को मिल रहा है.
हालांकि उन्होंने कहा कि कच्चे तेल और कमोडिटी की कीमतों में आई बढ़ोतरी की वजह से महंगाई पर असर पड़ा है. उनका कहना है कि अर्थव्यवस्था में पूरी तरह से सुधार आना अभी बाकी है. उन्होंने कहा कि अगस्त और सितंबर के दौरान मांग में इजाफा देखने को मिला है और त्यौहारी के दौरान मांग में सुधार की उम्मीद है. उन्होंने कहा कि वित्त वर्ष 2022 में जीडीपी ग्रोथ लक्ष्य 9.5 फीसदी पर बरकरार है. वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में जीडीपी ग्रोथ लक्ष्य 7.9 फीसदी, तीसरी तिमाही में जीडीपी ग्रोथ लक्ष्य 6.8 फीसदी और चौथी तिमाही में जीडीपी ग्रोथ लक्ष्य 6.1 फीसदी रहने का अनुमान है.
जीडीपी ग्रोथ का अनुमान 9.5 फीसद
रिजर्व बैंक ने 2021-22 के लिए जीडीपी में ग्रोथ (GDP Growth) के अनुमान को भी 9.5 फीसद पर यथावत कायम रखा है। रिजर्व बैंक की मौद्रिक नीति समिति (एमपीसी) की द्विमासिक तीन दिन की बैठक 6 अक्टूबर को शुरू हुई थी और 8 अक्टूबर तक चली है। यह आठवीं बार है जब RBI ने प्रमुख ब्याज दरों में कोई बदलाव नहीं किया है। हालांकि जानकारों ने पहले ही कहा था कि RBI प्रमुख ब्याज दरों में कोई छेड़छाड़ नहीं करेगा। HDFC Bank के मुख्य अर्थशास्त्री अभीक बरुआ ने कहा था कि रिजर्व बैंक अपनी चौथी द्विमासिक मौद्रिक समीक्षा में प्रमुख ब्याज दरों को अपरिवर्तित छोड़ सकता है।
आठवीं बार नहीं बढ़ाई दर
महामारी की पहली लहर के बीच 22 मई, 2020 को रेपो दर में 0.4 प्रतिशत कटौती के बाद से केंद्रीय बैंक ने पिछली आठ समीक्षाओं में नीतिगत दरों को यथावत रखा हुआ है। विशेषज्ञों ने कहा कि केंद्रीय बैंक ने लगातार आठवीं बार नीतिगत दरों पर यथास्थिति बनाए रखी है।
महंगाई दर में आई कमी
शक्तिकांत दास ने कहा कि उपभोक्ता मूल्य मुद्रास्फीति जुलाई 2021 में 5.59 प्रतिशत से घटकर अगस्त 2021 में 5.3 प्रतिशत हो गई। महामारी के कारण प्रतिबंधों में ढील देने और क्षमता में सुधार के साथ आपूर्ति की स्थिति में सुधार हुआ। Consumption अब भी रिकवरी मोड में है, MPC पर ब्याज दरों में बदलाव या समायोजन के रुख को बदलने का कोई तत्काल दबाव नहीं है। इसलिए CPI Inflation अनुमान को 5.7 फीसद से घटाकर 5.3 फीसद कर दिया गया है।