राम विलास पासवान की पहली पुण्य तिथि आज है. इस मौके पर आज दिल्ली में उनके बेटे और जमुई से सांसद चिराग पासवान और पटना में उनके भाई पशुपति पारस ने श्रद्धांजलि अर्पित करने के लिए कार्यक्रम आयोजित किया है. राजधानी दिल्ली में कार्यक्रम दोपहर 3 बजे से शाम 5 बजे तक 12 जनपथ पर आयोजित होगा. जबकि पटना में पशुपति पारस की तरफ से आयोजित कार्यक्रम दोपहर 1 बजे 1 व्हीलर रोड स्थित पार्टी ऑफिस पर आयोजित होगा. रामविलास पासवान का निधन 8 अक्टूबर 2020 को हो गया था.
लोक जनशक्ति पार्टी (LJP) के संस्थापक और पूर्व केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान की आज पहली पुण्यतिथि है. इसको लेकर बिहार की राजधानी पटना स्थित पार्टी कार्यालय में व्यापक तैयारी की गई है. बताया जा रहा है कि इस मौके पर 25 से 30 हजार लोगों के इकट्ठा होने की संभावना है. इन लोगों के खाने और रहने की मुकम्मल व्यवस्था की गई है. पार्टी कार्यालय में गुरुवार से ही खाने की तैयारी चल रही है. आने वाले पार्टी कार्यकर्ताओं, नेताओं और अन्य लोगों के लिए कई तरह के व्यंजन और मिठाई बनाई गई है. इसके लिए दर्जनों की संख्या में खानसामा जुटे हुए हैं.
रामविलास के निधन के बाद ही लोजपा का विभाजन हो गया. चिराग पासवान और चाचा पशुपति पारस अब अलग-अलग पार्टी के अध्यक्ष हैं. चुनाव आयोग ने कुछ दिनों पहले ही लोजपा का चुनाव चिह्न फ्रीज करते हुए चिराग और पारस को अलग-अलग पार्टी के साथ अलग चुनाव चिह्न भी आवंटित कर दिए हैं. चिराग पासवान अब लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) और पशुपति पारस राष्ट्रवादी लोक जनशक्ति पार्टी के अध्यक्ष हैं. पटना में रामविलास पासवान की पहली पुण्यतिथि पर पशुपति पारस की ओर से कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है. केंद्रीय मंत्री ने कार्यक्रम में शिरकत करने के लिए भतीजे और रामविलास पासवान के बेटे चिराग को भी आमंत्रित किया है.
केंद्रीय मंत्री पशुपति पारस खुद तैयारियों पर नजर रख रहे हैं. पूर्व केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान की पुण्यतिथि के मौके पर देश भर से नेता जुड़ेंगे. बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सहित राज्यपाल और प्रदेश सरकार के तमाम मंत्रियों, सांसदों और विधायकों को आमंत्रित किया गया है. केंद्रीय मंत्री पशुपति पारस ने बताया कि स्वर्गीय रामविलास पासवान की पहली पुण्यतिथि पार्टी कार्यालय में मनाई जाएगी, क्योंकि यहां से उनका गहरा नाता रहा है. इसके लिए देश भर के तमाम नेताओं को उन्होंने खुद निमंत्रण भेजा है. इनमें से कई नेता शुक्रवार को पटना पहुंच रहे हैं. बिहार के राज्यपाल, मुख्यमंत्री और मंत्री भी इस मौके पर आयोजित होने वाले कार्यक्रम में हिस्सा लेंगे.
इसको लेकर तमाम तैयारियां की गई हैं. प्रशासन को इस बाबत पत्र लिखकर आयोजन के बारे में जानकारी दी गई है. केंद्रीय मंत्री पशुपति पारस ने बताया कि रामविलास पासवान को चाहने वाले देश भर के नेता हैं और उनकी पुण्यतिथि के मौके पर आयोजित होने वाले कार्यक्रम में सभी नेता आएंगे. स्वर्गीय रामविलास पासवान ने 6 प्रधानमंत्री के साथ काम करते हुए कई मंत्रालयों का जिम्मा संभाला था.
बता दें कि चिराग पासवान और पशुपति पारस के बीच सियासी खींचतान जारी है. 5 अक्टूबर को सुप्रीम कोर्ट ने एलजेपी के दोनों गुटों को अलग-अलग नाम और अलग-अलग चुनाव चिह्न आवंटित कर दिए थे. चिराग पासवान गुट की पार्टी ‘लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास)’ को हेलीकॉप्टर चुनाव चिन्ह दिया गया है. जबति पशुपति पारस गुट की पार्टी ‘राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी’ को सिलाई मशीन चुनाव चिन्ह आवंटित किया गया है. नया नाम और सिंबल मिलने के बाद चिराग एक्शन में दिख रहे हैं. उनकी पार्टी एलजेपी (रामविलास) ने बिहार में होने वाले उपचुनाव के लिए दावेदारी की है. पार्टी ने तारापुर सीट से कुमार चंदन और कुशेश्वर स्थान सीट से अंजू देवी को अपना उम्मीदवार बनाया है.