लखीमपुर खीरी कांड में एक तरफ सियासत चल रही है तो दूसरी तरफ जांच में भी तेजी आ गई है। पुलिस ने अब तक दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है और आज केन्द्रीय मंत्री अजय मिश्रा के बेटे आशीष मिश्रा को सुबह 10 बजे पुलिस लाइन में हाज़िर होने का समन दिया था लेकिन वह अभी तक पुलिस के सामने पेश नहीं हुआ। बता दें कि पुलिस ने केन्द्रीय मंत्री के घर पर नोटिस चस्पा किया था। इस नोटिस में आशीष मिश्रा को जांच के लिए शामिल होने को कहा गया था।
इस मामले में जो FIR दर्ज की गई है उसमें आशीष मिश्रा समेत सात आरोपियों के नाम हैं इनमें से बनबीरपुर के लवकुश और निघासन तहसील के आशीष पाण्डेय को पुलिस गिरफ्तार कर चुकी है। तीन आरोपियों की मौत मौके पर ही हो चुकी है जबकि दो की गिरफ्तारी अभी बाकी है। दो आरोपियों की गिरफ्तारी पूछताछ के बाद की गई है अब पुलिस ने आशीष मिश्रा को बुलाया है।
लखनऊ जोन के पुलिस महानिरीक्षक लक्ष्मी सिंह ने बताया कि केंद्रीय गृह राज्य मंत्री के बेटे और लखीमपुर कांड के मुख्य आरोपी आशीष मिश्रा को पूछताछ के लिए बुलाया गया है। उन्होंने बताया कि अगर आशीष पूछताछ के लिए नहीं आते हैं तो इसके लिए विधिक प्रक्रिया अपनाई जाएगी। हालांकि, पुलिस महानिरीक्षक ने कहा कि आशीष को भेजे गए सम्मन में किसी समय सीमा का जिक्र नहीं है। उन्होंने बताया कि इस मामले में कुछ लोगों से पूछताछ की जा रही है। केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा के बेटे आशीष पिछली तीन अक्टूबर को लखीमपुर खीरी जिले के तिकोनिया इलाके में एसयूवी से कुचलने की घटना और वहां हुई हिंसा में चार किसानों समेत आठ लोगों की मौत के मामले के मुख्य आरोपी हैं।
किसानों का आरोप है कि जिस गाड़ी से प्रदर्शनकारियों को कुचला गया उस गाड़ी में आशीष मिश्रा सवार था हालांकि इन आरोपों का आशीष और उनके पिता ने खंडन किया है। पुलिस ने आईपीसी की धारा 160 के तहत नोटिस जारी करके जांच में शामिल होने को कहा है। साथ ही आशीष की बेगुनाही का सबूत भी मांगा है। इस बीच किसान नेता राकेश टिकैत ने चेतावनी दी है कि मंत्री के बेटे की गिरफ्तारी के साथ साथ मंत्री को भी इस्तीफा देना होगा नहीं तो किसान आंदोलन करेंगे।
लखीमपुर में 3 अक्टूबर को भड़की हिंसा के 5 दिन बाद भी नेताओं का पहुंचना जारी है। पंजाब कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू भी आज लखीमपुर पहुंचेंगे। वे पीड़ित परिवारों से मुलाकात करेंगे।
LIVE अपडेट्स
- आप सांसद संजय सिंह बहराइच पहुंच चुके हैं। वे पीड़ित किसान परिवार से मुलाकात कर रहे हैं।
- अखिलेश यादव आज बहराइच जा रहे हैं। वे दो मृतक किसानों के परिजनों से मुलाकात करेंगे। गुरुवार को वे लखीमपुर गए थे।
- अकाली दल का पांच सदस्यीय दल लखनऊ पहुंच गया है। सांसद हरसिमरत कौर के साथ डेलिगेशन लखीमपुर रवाना हुआ।
- हरसिमरत कौर ने कहा- सरकार के बच्चों के लिए अलग कानून है और गरीब किसान के लिए अलग। इसलिए पांच दिन से कोई गिरफ्तार नहीं हुआ।
कल क्या-क्या हुआ था
- नवजोत सिंह सिद्धू गुरुवार को करीब 150 गाड़ियों के काफिले के साथ पंजाब के मोहाली से लखीमपुर के लिए निकले थे। सहारनपुर में UP पुलिस ने धारा-144 का हवाला देते हुए उनके काफिले को रोक दिया। इस पर सिद्धू के समर्थक भड़क गए। समर्थकों ने बैरिकेड्स तोड़ दिए।
- पुलिस ने सिद्धू और उनके साथ गए मंत्री अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग, विजयेंद्र सिंगला, गुरकीरत कोटली समेत 4 विधायकों को हिरासत में लिया था। इसके बाद सभी करीब पांच घंटे तक धरने पर बैठे रहे। शाम 6 बजे सभी को पुलिस ने छोड़ दिया। उनके साथ 20 लोगों को आगे जाने की अनुमति सहारनपुर प्रशासन ने दी थी। सिद्धू और उनके साथियों की रात उत्तराखंड के बाजपुर में कटी।
- लखीमपुर हिंसा मामले में पुलिस ने 2 आरोपियों लवकुश और आशीष पांडेय को गिरफ्तार किया है। हिंसा की जांच के लिए DGP मुकुल गोयल ने DIG उपेंद्र अग्रवाल के नेतृत्व में 9 सदस्यीय टीम बनाई गई है।
- किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा है कि अगर 12 अक्टूबर तक लखीमपुर हिंसा मामले में केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्र का इस्तीफा और उनके बेटे आशीष मिश्र की गिरफ्तारी नहीं होती है तो देशभर में आंदोलन होगा।
- UP सरकार ने हाईकोर्ट के रिटायर्ड जस्टिस प्रदीप कुमार श्रीवास्तव की अगुवाई में एकल सदस्यीय न्यायिक आयोग भी बनाया है। यह आयोग दो माह में सरकार को रिपोर्ट देगा।
अखिलेश-प्रियंका ने सरकार पर साधा निशाना
गुरुवार को सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने लखीमपुर में तीन मृतक किसानों के परिजनों से मुलाकात की। अखिलेश ने कहा- किसानों की हत्या का आरोप गृह राज्य मंत्री और उनके बेटे पर है। ऐसे में मंत्री को सैल्यूट करने वाला पुलिस अफसर कैसे मामले की जांच करेगा।
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने गुरुवार को बहराइच के दो मृतक किसानों के परिजनों से मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने कहा कि जितने परिवारों से मैं मिली हूं, उन्हें न्याय चाहिए। गृह राज्य मंत्री को इस्तीफा देना चाहिए। जिन लोगों ने यह किया है उन्हें गिरफ्तार किया जाना चाहिए। हम चाहते हैं कि मामले की निष्पक्ष जांच हो।
लखीमपुर में 3 अक्टूबर को भड़की थी हिंसा
रविवार यानी 3 अक्टूबर को किसानों ने केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्र का विरोध करते हुए काले झंडे दिखाए थे। इसी दौरान एक गाड़ी ने किसानों को कुचल दिया था। इससे 4 किसानों की मौत हो गई थी। इसके बाद भड़की हिंसा में आरोप है कि किसानों ने एक ड्राइवर समेत चार लोगों को पीट-पीटकर मार डाला था। इस हिंसा में एक पत्रकार भी मारा गया।
इस मामले में केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्र टेनी के बेटे आशीष मिश्र समेत 15 लोगों के खिलाफ हत्या और आपराधिक साजिश का केस दर्ज किया गया है। सरकार और किसानों के बीच समझौता हुआ। सरकार ने मृतकों के परिवार को 45 लाख रुपए मुआवजा दिया। एक सदस्य को सरकारी नौकरी के साथ घटना की न्यायिक जांच और 8 दिन में आरोपियों की गिरफ्तारी का वादा भी किया गया है।
लखीमपुर खीरी मामले में आज उत्तर प्रदेश सरकार को सुप्रीम कोर्ट में स्टेट्स रिपोर्ट दाखिल करके यह बताना है कि लखीमपुर खीरी केस में उसने अब तक क्या क्या किया है। वहीं इस मामले के आरोपी केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा के बेटे आशीष मिश्रा पर गिरफ्तारी की तलवार लटकी हुई है। पुलिस ने पूछताछ के लिए आशीष मिश्रा को बुलाया है। सुप्रीम कोर्ट ने कल सुनवाई के दौरान यूपी सरकार से आज स्टेटस रिपोर्ट दाखिल करने को कहा था। चीफ जस्टिस की अध्यक्षता वाली बेंच ने इस घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताया था और सरकार से पूरा ब्यौरा देने को कहा था कि अबतक उसने इस केस में क्या कार्रवाई की है। इससे पहले यूपी सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में कहा कि इस मामले में एसआईटी का गठन किया गया है, एफआईआर दर्ज की गई है। यूपी सरकार के जवाब पर सीजेआई ने कहा कि आरोप ये हैं कि आप जांच सही से नहीं कर रहे हैं। इसपर यूपी सरकार ने कहा कि हमने इस मामले में न्यायिक आयोग का गठन भी किया है और हाईकोर्ट के रिटायर्ड जज की अगुआई में जांच टीम बना दी गई है। इसके बाद सीजेआई की अध्यक्षता वाली बेंच ने पूरे मामले पर स्टेटस रिपोर्ट दाखिल करने को कहा।