सरकार की मंशा स्पष्ट है कि जनता को आपदा के समय में किसी भी प्रकार की परेशानी ना हो। प्रशासन के लोग पूरी संवेदनशीलता के साथ कार्य करते हुए आम आवाम के हितों के मद्ेनजर अपने दायित्वों के निर्वहन में गंभीरता बरतें। आपदा की स्थिति में किसी भी तरह की कोताही एवं लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। यह बात उप मुख्यमंत्री सह आपदा प्रबंधन मंत्री रेणु देवी ने स्थानीय सर्किट हाउस के सभागार में जिले के पदाधिकारियों के साथ बाढ़ राहत कायोंर् की समीक्षात्मक बैठक में कहीं। उन्होंने कहा कि जीआर राशि के वितरण में कोई भी परिवार ना छूटे‚ इसका ध्यान अनिवार्य रूप से रखना सुनिश्चित करें। बैठक में उन्होंने बाढ़ राहत कार्यों के कुशल प्रबंधन पर संतोष जताते हुए जिलाधिकारी एवं जिला आपदा प्रबंधन को धन्यवाद दिया। साथ ही कहा कि अक्टूबर माह तक अलर्ट रहने की जरूरत है। उन्होंने उम्मीद जताई कि आपदा की स्थिति में पदाधिकारी पूरी प्रतिबद्धता के साथ अपने कायोंर् को अंजाम देंगे। बैठक में उपस्थित जिलाधिकारी प्रणव कुमार ने जिले में बाढ़ की अद्धतन स्थिति के साथ राहत एवं बचाव कायोंर् की विस्तृत जानकारी उपलब्ध कराई। जिलाधिकारी ने बाढ़ से प्रभावित पंचायतों‚ प्रभावित गांवों‚ बाढ़ से प्रभावित वाड़ोंर्‚ बाढ़ से प्रभावित जनसंख्या‚ विस्थापित जनसंख्या‚ वितरित पॉलिथीन सीट्स की संख्या‚ वितरित फूड़ पैकेटों की संख्या‚ संचालित नावों की संख्या‚ जीआर राशि के भुगतान की अद्धतन स्थिति‚ संचालित सामुदायिक किचन एवं इनसे लाभान्वित लोगों की संख्या‚ बाढ़ प्रभावित लोगों के चलाए जा रहे स्वास्थ्य शिविरों का विवरण‚ पशु चारा वितरण की स्थिति‚ बाढ़ से प्रभावित क्षेत्रों में कोविड़ टीकाकरण की अद्यतन स्थिति के साथ जिले में बहने वाली प्रमुख नदियो के वर्तमान जलस्तर की स्थिति से उप मुख्यमंत्री सह आपदा प्रबंधन मंत्री को अवगत कराया। उन्होंने बताया कि वर्तमान में मुजफ्फरपुर जिला में तीन प्रखंड़ कांटी‚ सरैया एवं सकरा के ३९ पंचायतों की १२१४९२ की जनसंख्या प्रभावित है। जिले में बाढ़ के दौरान संचालित रसोई घर मे अभी तक कुल १९३५२४४ लोगों ने भोजन किया है। अभी ९ स्वास्थ्य केंद्र चलाए जा रहे हैं जबकि पशु कैंप की संख्या ४० है। अब तक कुल ५६५२१ पॉलिथीन सीट्स का वितरण किया गया है। जिलाधिकारी ने बताया कि वितरित जीआर की राशि ६००० प्रति परिवार की दर से कुल ४९.९१करोड़ की राशि वितरित की गई है। जिलाधिकारी ने कोविड़–१९ बीमारी से सम्बंधित मृतकों को दिए जाने वाले अनुदान राशि की विस्तृत जानकारी भी उपलब्ध कराई। उपमुख्यमंत्री ने आपदा के समय बाढ़ राहत कायोंर् एवं आपदा के समय जिला प्रशासन द्वारा किए गए कायोंर् की तारीफ की।उन्होंने बाढ़ राहत एवं बचाव कार्य को लेकर बनाई गई ठोस रणनीति को पूरी प्रतिबद्धता के साथ धरातल पर उतारने को लेकर भूरी –भूरी प्रशंसा भी की।बैठक में अपर समाहर्ता आपदा प्रबंधन ड़ॉ अजय कुमार‚ अनुमंड़ल पदाधिकारी पूर्वी कुंदन कुमार‚ प्रभारी पदाधिकारी आपदा प्रबंधन सह वरीय उप समाहर्ता विकास कुमार‚ जिला जनसंपर्क पदाधिकारी कमल सिंह उपस्थित थे।
क्या बंगाल को बांग्लादेश और पाकिस्तान बनाना चाहती हैं ममता….
केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह अपने बयानों के लिए अक्सर सुर्खियों में रहते हैं। एक बार फिर वह सुर्खियों में हैं।...