सत्तापक्ष की पहल के बाद बुधवार को विपक्ष सदन की कार्यवाही में भाग लेने के लिए राजी हो गया। सदन की कार्यवाही सुचारु रूप से चलाने के लिए सत्तापक्ष व विपक्ष के बीच सकारात्मक चर्चा हुई। सत्तापक्ष की तरफ से विपक्षी सदस्यों को भरोसा दिया गया और सदन की कार्यवाही चल पड़़ी। इसके पहले विपक्ष ने बुधवार से मानसून सत्र बहिष्कार करने का निर्णय लिया था। ज्ञात हो कि विपक्षी सदस्य विधानसभा के बाहर आज नारे लगाते नजर आये। उनके हाथों में तख्तियां थीं और उन्होंने हेलमेट लगा रखा था। विधायक शंका जता रहे थे कि सरकार के विरुद्ध जाने पर उनके साथ फिर दुर्व्यवहार हो सकता है। कांग्रेस विधायक दल के नेता अजीत शर्मा ने इस पर जोर दिया कि विधायकों की सुरक्षा एवं सम्मान का सर्वोच्च महत्व है और उसे दरकिनार नहीं किया जा सकता। उन्होंने यह चिंता प्रकट की कि चूंकि उन सदस्यों के विरुद्ध कार्रवाई पर विचार किया जा रहा है जिन्हें २७ मार्च को अमर्यादित आचरण करते हुए पाया गया‚ इसलिए इस विषय पर सदन की कार्यमंत्रणा समिति की बैठक में बारीकी से चर्चा हो। अध्यक्ष ने यह कहते हुए उस पर सहमति दी कि वह बैठक के लिए बुलाये गये किसी भी दल के विधायकों के मस्तिष्क में यह दुविधा नहीं छोड़़ना चाहते हैं। उसके बाद सदस्यों ने प्रश्न काल एवं शून्य काल के दौरान उत्साह के साथ बहस एवं चर्चा में हिस्सा लिया। संसदीय कार्य मंत्री विजय कुमार चौधरी ने तंज कसते हुए कहा कि‘आज सुबह अखबारों में मैंने जब देखा कि विपक्ष के सदस्यों ने मानसून सत्र के बहिष्कार की घोषणा की है तो मन बड़ा उदास हो गया इसलिए कि आप जब नहीं रहते हैं तो सरकार को मन कहां लगता है। इसलिए हम सबसे पहले आसन को धन्यवाद देते हैं कि आपने पहल कर इनको सदन में लाने का मार्ग प्रशस्त किया है। सभी सदस्य जो फिर से आए हैं उनका भी हम सरकार की ओर से स्वागत करते हैं। हम यही चाहते हैं कि भविष्य में कभी भी आप हम को छोड़कर सदन से बाहर न जाएं। उन्होंने कहा कि सत्ता पक्ष हो या विपक्ष सभी का एक ही मकसद होता है और वह है बिहार की जनता का हित। श्री चौधरी ने कहा कि जहां तक उस दिन (२३ मार्च) की घटना का जिक्र है‚ सरकार की तरफ से पहले ही अपनी सोच जाहिर कर दी गई है कि जो भी घटना उस दिन घटी है वह आसन के सामने है। चाहे वह सदन के अंदर हो या बाहर। वह विशिष्ट और विशेष क्षेत्राधिकार है आसन का। उसमें सरकार का न जोर चलता है न इस क्षेत्र में सरकार की कोई भूमिका होती है। इसी दौरान राजद के भाई बिरेंद्र ने टिप्पणी की कि यह पब्लिक है सब जानती है। इस पर संसदीय कार्य मंत्री श्री चौधरी ने कहा कि सच है कि पब्लिक सब जानती है लेकिन ऐसा नहीं है कि वह केवल आपका वाला छोड़कर जानती है बल्कि वह आपका वाला भी पूरा जानती है।
भंगेड़ी हैं, सदन में भांग खाकर आते हैं और महिलाओं का अपमान करते हैं
बिहार विधानमंडल के बजट सत्र के 9वें दिन बुधवार को सदन में खूब हंगामा हुआ। विधानसभा के बाहर पूर्व CM...