TMC सांसद महुआ मोइत्रा द्वारा आईटी कमिटी की मीटिंग में ‘बिहारी गुंडे’ शब्द का प्रयोग करने पर बिहार की सियासत में हंगामा मच गया है. बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे ने इस बयान का विरोध करते हुए कहा कि टीएमसी सांसद का यह बयान न सिर्फ बिहारियों का अपमान है बल्कि पूरे हिंदी प्रदेश का अपमान करने वाला है. ऐसा बयान हिंदी भाषी प्रदेश के लोगों के साथ नफरत फैलाने वाला है. TMC सांसद के इस बयान पर बिहार बीजेपी के विधायक हरि भूषण ठाकुर ने कहा कि ऐसी भाषा बर्दाश्त नहीं की जाएगी. टीएमसी को शायद पता नहीं है कि एक बिहारी सौ पर भारी होता है. ऐसे सांसद पर कठोर कार्रवाई की जानी चाहिए वरना मुंह तोड़ जवाब दिया जाएगा.
जेडीयू ने कहा ऐसी भाषा ही गुंडई है
टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा के बिहारी गुंडे शब्द के कहे जाने पर जदयू ने इसे भाषाई गुंडा करार दिया है. जदयू नेता नीरज कुमार ने कहा कि जिस भाषा का प्रयोग किया हमसे सांसद ने किया है वह भाषा ही गुंडई है. ऐसी भाषा के लम्पटीकरण पर कार्रवाई होनी चाहिए. बिहार चाणक्य और आर्यभट्ट की धरती रही है यहां ज्ञान की बात होती है ना की गुंडई की. ऐसे बयानों के लिए सांसद को माफी मांगनी चाहिए, अन्यथा कठोर कार्रवाई की जानी चाहिए.
कांग्रेस ने सभी दलों को मिलकर विरोध जताने की मांग की
टीएमसी सांसद के बयान पर तीखी प्रतिक्रिया देते हुए कांग्रेस एमएलसी प्रेमचंद्र मिश्रा ने इसे बिहार के साथ पूरे हिंदी भाषी प्रदेशों का अपमान बताया है. प्रेमचंद्र मिश्रा ने कहा कि ऐसे मामलों में किसी एक दल को नहीं बल्कि बिहार के सभी दलों को एक साथ मिलकर विरोध दर्ज कराना चहिये. मिश्रा ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मांग करते हुए कहा कि नीतीश कुमार बैठक कर सभी दलों को एक साथ लें और एक कड़ी प्रतिक्रिया दर्ज कराएं. ऐसे बयानों को बिहार का कोई भी बिहारी बर्दाश्त नहीं करेगा.
आरजेड़ी टीएमसी के बचाव में उतरी
टीएमसी सांसद के बयान पर एक तरफ जहां तमाम दल विरोध कर रहे हैं तो वहीं आरजेडी ने टीएमसी के बचाव में उतरते हुए बीजेपी पर सवाल खड़ा किया है. आरजेडी प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने कहा कि बिहार के बारे में ऐसी भाषा बर्दाश्त नहीं की जाएगा पर यह भाषा बीजेपी के उन नेताओं के प्रति दी गई होगी जो बंगाल में हंगामा मचाते रहे हैं.
भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के सांसद निशिकांत दुबे ने तृणमूल कांग्रेस की सांसद महुआ मोइत्रा पर गंभीर आरोप लगाए हैं। दुबे ने कहा है कि मोइत्रा ने उन्हें आईटी कमिटी की बैठक में तीन बार ‘बिहारी गुंडा’ कहा। दुबे ने इसे हिंदी भाषी लोगों के प्रति टीएमसी का नफरत बताया है। झारखंड के गोड्डा से सांसद निशिकांत दुबे ने लोकसभा स्पीकर ओम बिरला से शिकायत करते हुए ट्वीट किया, ”लोकसभा स्पीकर जी अपने 13 साल के संसदीय जीवन में पहली बार गाली सुना, तृणमूल कांग्रेस की सदस्य महुआ मित्रा द्वारा बिहारी गुंडा आईटी कमिटी की मीटिंग में तीन बार बोला गया। ओम बिरला जी, शशि थरूर जी ने इस संसदीय परंपरा को खत्म करने की सुपारी ले रखी है।”
निशिकांत दुबे ने ट्विटर पर यह आरोप लगाते हुए लिखा, ”तृणमूल कांग्रेस ने बिहारी गुंडा शब्द का प्रयोग करके बिहार के साथ-साथ पूरे हिंदी भाषी लोगों को गाली दी है। ममता बनर्जी जी आपके सांसद महुआ मोइत्रा की इस गाली ने उत्तर-भारतीय व खासकर हिंदी भाषी लोगों के प्रति आपके पार्टी के नफरत को देश के सामने लाया है।’