कर्नाटक के सीएम बीएस येदियुरप्पा ने इस्तीफे की पेशकश की है। सूत्रों की मानें तो खराब सेहत का हवाला देकर येदियुरप्पा ने इस्तीफे की पेशकश की है। येदियुरप्पा इस वक्त बीजेपी चीफ जेपी नड्डा से मिलने पहुंचे हैं। कल येदियुरप्पा ने प्रधानमंत्री से भी मुलाकात की थी। हालांकि उन्होंने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि उन्होंने इस्तीफा नहीं दिया है, वो अगस्त में फिर दिल्ली आएंगे। इस्तीफे की खबर बिलकुल गलत है। उन्होंने अपने इस्तीफे की अटकलों को खारिज करते हुए कहा कि इनमें सच्चाई नहीं है।
सूत्रों के अनुसार, कर्नाटक के मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा ने अपने इस्तीफे की पेशकश की है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात के दौरान भी बीएस येदियुरप्पा ने अपने इस्तीफे की पेशकश किया था. बीजेपी के अध्यक्ष जेपी नड्डा के सामने भी अपने इस्तीफे की बात कही हैं. सूत्रों का कहना है बीएस येदियुरप्पा स्वास्थ्य आधार पर इस्तीफा दे सकते हैं पार्टी ने उन्हें अपने पद पर तब तक बने रहने के लिए कहा है जब तक कोई उचित उत्तराधिकारी का चुनाव ना हो जाए.
बता दें कि येदियुरप्पा का दिल्ली दौरा ऐसे समय में हुआ है जब राज्य में नेतृत्व परिवर्तन को लेकर तमाम तरह की चर्चाएं हैं. प्रदेश में मंत्रिपरिषद में फेरबदल के बारे में पूछे जाने पर मुख्यमंत्री ने कहा कि इस बारे में यदि उनकी शीर्ष नेताओं से कोई चर्चा होगी तो वह जरूर बताएंगे. येदियुरप्पा के साथ दिल्ली दौरे पर राज्य सरकार का कोई अन्य मंत्री नहीं आया है. येदियुरप्पा ने कहा कि मेकेदातु परियोजना किसी भी तरह से तमिलनाडु को प्रभावित नहीं करेगी और यह परियोजना निश्चित रूप से अस्तित्व में आएगी.
येदियुरप्पा ने कहा, मैंने पहले ही उनसे (तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम के स्टालिन) अपील की है और उन्हें एक पत्र लिखा है कि मेकेदातु पेयजल परियोजना के चालू होने से तमिलनाडु पर कोई असर नहीं पड़ेगा. उन्होंने कहा कि वह शाम को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलेंगे और शनिवार को शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और कर्नाटक से नए केंद्रीय मंत्रियों सहित अन्य मंत्रियों से मुलाकात करेंगे.
उन्होंने कहा, मैं सभी के साथ मेकेदातु परियोजना पर चर्चा करूंगा और हम इसे पूरा करने के लिए ईमानदारी से प्रयास करेंगे. उन्होंने कर्नाटक के लोगों को आश्वासन दिया कि यह परियोजना 100 प्रतिशत लागू होगी. येदियुरप्पा ने कहा, इसके बारे में कोई भ्रम नहीं होने दें. मैं कर्नाटक के लोगों को आश्वस्त करता हूं कि इस परियोजना को 100 प्रतिशत लागू किया जाएगा. उन्होंने यह भी कहा कि उन्हें इस बात की परवाह नहीं है कि तमिलनाडु और पुडुचेरी परियोजना का विरोध कर रहे हैं.