मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बाढ सुरक्षात्मक व कटाव निरोधक कार्यों को जल्द से जल्द पूरा करने के साथ–साथ क्षतिग्रस्त सड़कों तथा पुल–पुलियों की पुनस्र्थापना को प्राथमिकता के साथ १५ जून तक पूरा करने का निर्देश दिया है। मुख्यमंत्री ने रविवार को एक अणे मार्ग स्थित संकल्प से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये राज्य में बाढ़ की तैयारियों के संबंध में समीक्षा बैठक की।
उन्होंने अधिकारियों को सभी पथों एवं ब्रिजों का अनुरक्षण करने का निर्देश दिया और कहा कि यह सुनिश्चित करें कि सभी निर्माण कार्य गुणवत्तापूर्ण हों। उन्होंने तटबंधों के उच्चीकरण‚ पक्कीकरण एवं सुदृढ़ीकरण कार्य को तेजी से पूरा करने का निर्देश दिया। उन्होंने पथ निर्माण एवं ग्रामीण कार्य विभागों को बाढ प्रक्षेत्र की सडकों पर विशेष नजर रखने को कहा। सीएम ने अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिया कि वे बाढ को लेकर पूरी तरह सचेत रहें‚ ताकि किसी भी परिस्थिति से निपटा जा सके। उन्होंने कहा कि लोगों की सहायता एवं सुरक्षा हमारी प्राथमिकता है। उन्होंने विशेष अभियान चलाकर पुल–पुलियों की सफाई कराने का निर्देश दिया मुख्यमंत्री ने कहा कि बाढ़ से बचाव को लेकर सांसदों‚ विधान पार्षदों और विधायकों के साथ सभी विभागों की प्रमंडलवार बैठक हुई थी‚ जिसमें तैयारियों को लेकर इनलोगों ने महत्वपूर्ण सुझाव दिये थे। इन सुझावों से बाढ से बचाव के लिए पहले से की गयी तैयारी में काफी सहूलियत होगी। उन्होंने कहा कि सभी जनप्रतिनिधियों ने अपने–अपने क्षेत्र के फीडबैक भी संबंधित विभागों को दिये हैं‚ इससे भावी योजनाओं के निर्माण में भी मदद मिलेगी। उन्होंने विभागों को जनप्रतिनिधियों के सुझावों को ध्यान में रखते हुए कार्य करने का निर्देश दिया बैठक के दौरान जल संसाधन मंत्री संजय कुमार झा‚ लघु जल संसाधन मंत्री संतोष कुमार सुमन‚ पथ निर्माण मंत्री नितिन नवीन एवं ग्रामीण कार्य मंत्री जयंत राज ने जनप्रतिनिधियों से प्रमंडलवार बैठक के दौरान मिले सुझावों‚ फीडबैक एवं अपने अनुभव से मुख्यमंत्री को अवगत कराया।
सभी मंत्रियों ने बताया कि सभी जनप्रतिनिधियों का मानना था कि मुख्यमंत्री के निर्देश पर हुई यह बैठक काफी लाभप्रद साबित होगी। इससे पहले बैठक में जल संसाधन विभाग के सचिव संजीव कुमार हंस‚ पथ निर्माण विभाग के अपर मुख्य सचिव अमृत लाल मीणा‚ लघु जल संसाधन विभाग के प्रधान सचिव रवि मनु भाई परमार एवं ग्रामीण कार्य विभाग के सचिव पंकज कुमार पाल ने प्रस्तुतीकरण के माध्यम से जनप्रतिनिधियों के सुझावों के आलोक में अपने–अपने विभागों से संबंधित विस्तृत जानकारी दी।
बैठक में मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव दीपक कुमार और चंचल कुमार तथा सचिव अनुपम कुमार उपस्थित थे‚ जबकि वीडियो कॉन्फ्रेसिंग के माध्यम से उपमुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद और रेणु देवी के अलावा मुख्य सचिव त्रिपुरारी शरण‚ विकास आयुक्त आमिर सुबहानी‚ पथ निर्माण विभाग के अपर मुख्य सचिव अमृत लाल मीणा‚ स्वास्थ्य–सह–आपदा प्रबंधन विभाग के अपर मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत‚ लघु जल संसाधन विभाग के प्रधान सचिव सहित अन्य वरीय अधिकारी जुडे हुए थे।
AAP की हार से इंडिया अलायंस की बेचैनी का सबब समझिये!
दिल्ली विधान सभा चुनाव में आम आदमी पार्टी की हार ने जहां इंडिया गठबंधन की सियासी जमीन हिला कर रख...