मधुबनी हत्याकांड के पीड़ितों को इंसाफ दिलाने के लिए कांग्रेस ने ‘जनाक्रोश रैली’ का ऐलान किया है. इसकी जानकारी कांग्रेस नेता अवधेश सिंह ने दी है. अवधेश सिंह और कांग्रेस नेताओं ने इस घटना को नरसंहार बताया है. उन्होने कहा है कि ‘अगर मधुबनी हत्याकांड के पीड़ितों को इंसाफ नहीं मिलता है तो वो जनाक्रोश रैली करेंगे.
मधुबनी हत्याकांड पर सियासत चरम पर पहुंच चुकी है. मुख्य अपराधियों की गिरफ्तारी के बात भी ये मामला ठंडा पड़ता नहीं दिख रहा है. घटनास्थल का दौरा कर कांग्रेस ने नीतीश कुमार सरकार को दोषी ठहराया है. कांग्रेस नेता और पूर्व मंत्री अवधेश सिंह ने कहा कि ‘प्रवीण झा खूंखार व्यक्ति नहीं है. उसे भड़काया गया है. कुछ लोगों ने निजी हित के लिए उसे भड़का रहे हैं. ऐसे में सरकार अगर नहीं चेती तो अंजाम भयावह हो भी सकते हैं.
अवधेश सिंह ने कहा कि ‘सीएम घटना को नरसंहार मानने को तैयार नहीं हैं, लेकिन घटनाक्रम को देखने के बाद साफ पता चलता है कि ये नरसंहार है. उन्होंने पुलिस की भूमिका पर भी सवाल उठाए हैं. उनका कहना है कि पुलिस को घटनास्थल पर पहुंचने में कैसे 4 घंटे लग गये जबकि थाना महज तीन किलोमीटर की दूरी पर है.’
कांग्रेस नेता ने कहा कि इस मामले को 17 नवंबर के बाद से ही रोका जा रहा है. पुलिस ने सुरेंद्र सिंह के भाई को झूठे SC/ST एक्ट में फंसाकर जेल भेज दिया है, जबकि सुरेंद्र सिंह के परिवार की तरफ से दर्ज कराए गए मामले पर कोई कार्रवाई नहीं की गई थी. पुलिस इस घटना को रोक सकती थी.
उन्होंने सरकार से पीड़ित परिवार को 20 लाख रुपए मुआवजा देने और बच्चों की पढ़ाई का खर्च उठाने की मांग की है. इसके अलावा उन्होंने BSF के जवान सुरेन्द्र सिंह को शहीद का दर्जा देने और मामले की जांच गृह विभाग और मुख्यालय के स्तर से संयुक्त रूप से कराने की की मांग की.
वहीं, विधायक आनंद शंकर ने कहा कि सरकार अपनी जवाबदेही से भाग नहीं सकती है. इसके अलावा मुख्य अभियुक्त की गिरफ्तारी का श्रेय लेते हुए कहा उन्होंने कहा कि विपक्ष के दवाब में मुख्य अभियुक्त की गिरफ्तारी हुई है. विधायक आनंद शंकर ने आगे कहा कि पीड़ित परिवार को जब तक इंसाफ नहीं मिलेगा तब तक कांग्रेस चुप नहीं बैठेगी.