राज्यपाल द्वारा विधान परिषद के लिए 12 सदस्यों को मनोनीत किए जाने के बाद भाजपा में कहीं खुशी तो कहीं गम पसरा है। जो भाजपा के नेता आज के गजट से विधान परिषद पहुंच गए हैं उनके यहां मिठाइयां बंट रहीं हैं पर जिनकी उम्मीदों पर पानी फिरा है उन्हें गहरी मायूसी हाथ लगी है। राज्यपाल द्वारा मनोनीत 12 सदस्यों में छह जदयू के हैं तथा छह भाजपा के। जैसे ही भाजपा के सभी सदस्यों के नाम सामने आए‚ कई भाजपा नेताओं की उम्मीदों पर पानी फिर गया। सूत्रों के अनुसार भाजपा के मुख्यालय प्रभारी सुरेश रूंगटा अर्से से विधान परिषद में पहुंचने की उम्मीद लगाए बैठे थे। उन्हें पार्टी के फैसले से काफी ठेस पहुंची है और वे मायूस होकर एकांतवास में चले गए हैं। रुंûगटा आर्थिक क्षेत्र के विशेषज्ञ भी हैं। भाजपा के कई मीडि़या प्रभारी भी दौड़़ में थे पर उन्हें अपना नाम न देखकर मायूसी हाथ लगी है। प्रदेश भाजपा के एक पूर्व महामंत्री जिनकी संगठन पर काफी पकड़़ है उन्हें भी निराशा हाथ लगी है। भाजपा के एक मौजूदा प्रदेश उपाध्यक्ष भी विधान परिषद पहुंचने की आस लगाए बैठे थे‚ उन्हें काठ मार गया है। विधानसभा चुनाव में भी पार्टी ने इनका टिकट काट दिया था जबकि ये पार्टी के लिए आज भी जान दे रहे हैं।