बिहार विधानसभा अध्यक्ष विजय कुमार सिन्हा ने भाकपा–माले के महबूब आलम के साथ बुधवार को सदन परिसर में एक पुलिसकर्मी के कथित दुर्व्यवहार के मामले पर सदस्यों के आत्मसम्मान की रक्षा करने एवं निचले सदन की गरिमा को बनाये रखने का भरोसा दिलाया और कहा कि जो भी इसे तोड़़ने की कोशिश करेगा उसके खिलाफ विशेषाधिकार हनन की कार्रवाई की जाएगी। विधानसभा में गुरुवार को शून्यकाल शुरू होते ही श्री आलम ने बुधवार को उनके खिलाफ सदन के बाहर एक पुलिसकर्मी द्वारा कथित दुर्व्यवहार की ओर आसन का ध्यान आकर्षित किया और कहा कि उनके आत्मसम्मान और उनकी पार्टी की गरिमा को निशाना बनाया जा रहा है। श्री आलम इसके बाद भाकपा माले के अन्य सदस्यों के साथ सदन के बीच में आ गए और शोरगुल नारेबाजी करने लगे। ॥ शोरगुल के बीच नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव जब अपनी बात रखने के लिए खड़े हुए तब सभा अध्यक्ष ने भाकपा माले के सदस्यों से अपनी सीट पर जाने का आग्रह किया और नेता प्रतिपक्ष की बात को सुनने का आग्रह किया। इसके बाद भाकपा माले के सदस्य अपनी सीट पर वापस आ गए। श्री यादव ने कहा कि सदन के सदस्यों की चिंता को ध्यान में रखते हुए यह मुद्ा अति महत्वपूर्ण है। प्रत्येक सदस्य के आत्मसम्मान की रक्षा की जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि श्री आलम के साथ धक्का–मुक्की करने वालों के खिलाफ कार्रवाई अवश्य की जानी चाहिए। बाद में सभाध्यक्ष के निर्देश पर श्री आलम ने सदन को बताया कि सभा परिसर में जब वह मीडियाकर्मियों को बयान दे रहे थे तभी सुरक्षा जवानों ने उनके साथ धक्का–मुक्की की। इस पर नेता प्रतिपक्ष ने श्री आलम का समर्थन किया और कहा कि उन्हीं सुरक्षाकर्मियों ने आज भी उनके सरकारी आवास पर मिलने आये आम लोगों को भगा दिया। उन्होंने कहा कि जनप्रतिनिधियों का आत्मसम्मान खतरे में है‚ ऐसे में अधिकारियों को अपनी सीमा रेखा का ज्ञान होना चाहिए। इससे पूर्व सभा की कार्यवाही शुरू होते ही भाकपा–माले के महबूब आलम ने आसन से बुधवार को उनके खिलाफ हुए कथित दुर्व्यवहार पर संज्ञान लेने का आग्रह किया। इस पर संसदीय कार्य मंत्री विजय कुमार चौधरी ने सरकार की ओर से सभी सदस्यों के आत्मसम्मान की रक्षा और सदन की गरिमा बनाये रखने का आश्वासन दिया। श्री चौधरी ने सरकार की मंशा स्पष्ट करते हुए कहा कि सभी सदस्य जनता के प्रतिनिधि हैं इसलिए सरकार हमेशा सदस्यों के आत्मसम्मान की रक्षा और सदन की गरिमा का ध्यान रखती है। उन्होंने बुधवार के मुद्े के संबंध में कहा कि इस मामले पर संज्ञान ले लिया गया है और इस मुद्े पर सकारात्मक वातावरण में बातचीत हो चुकी है।
माले विधायक महबूब आलम के साथ पुलिसकर्मी द्वारा दुर्व्यवहार किये जाने के मसले पर सर्वदलीय बैठक करते विधानसभाध्यक्ष विजय कुमार सिन्हा। सदस्यों के आत्मसम्मान की रक्षा करने व निचले सदन की गरिमा को बनाये रखने का दिलाया भरोसा कहा‚ जो भी इसे तोड़़ने की कोशिश करेगा उसके खिलाफ विशेषाधिकार हनन की कार्रवाई की जाएगी
बिहार विधानसभा में सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच चल रहा है गतिरोध खत्म हो गया है। बुधवार को मंत्री मदन सहनी की टिप्पणी के बाद विपक्ष आक्रोशित हो गया था और लगातार कार्यवाही बाधित हुई थी। बृहस्पतिवार को 11 बजे सदन की कार्यवाही शुरू होने के पहले विधानसभा अध्यक्ष ने सभी दलों के नेताओं के साथ बैठक की और गतिरोध खत्म किया। 11 बजे सदन की कार्यवाही शुरू हुई तो विधानसभा अध्यक्ष विजय सिन्हा ने सभी सदस्यों से अपील की कि वह एक दूसरे की भावनाओं का आदर करें और आपत्तिजनक बातों से किसी को आहत ना करें। विधानसभा की कार्यवाही शुरू होने के बाद लेफ्ट के विधायक महबूब आलम ने बुधवार को ही घटना का जिक्र किया उसके बाद ललित यादव ने कहा कि सत्ता पक्ष में बैठे मंत्री विपक्ष को विरोधी दल का नेता मान कर सदन में जिस तरह की टीका–टिप्पणी करते हैं वह परिपाटी बंद होनी चाहिए। इसके बाद संसदीय कार्य मंत्री विजय कुमार चौधरी ने कहा कि विपक्ष भी लोकतंत्र में सरकार का ही अंग होती है। उन्होंने बुधवार को ही घटना के लिए एक बार फिर से खेद जताया और कहा कि सरकार किसी भी कीमत पर किसी भी सदस्य की भावना को आहत नहीं होने देगी।