बिहार विधानसभा का बजट सत्र पांचवे दिन भी हंगामेदार रहा. गुरुवार को भी विपक्ष और सत्ता पक्ष ने एक दूसरे पर जमकर हमला बोला. बजट पर चर्चा के दौरान ’15 साल बनाम 15 साल’ के मुद्दे पर डिप्टी सीएम सह वित्त मंत्री तारकिशोर प्रसाद और नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव भिड़ गए. शायरना अंदाज में सवाल जवाब हुआ तो जबरदस्त हंगामा भी हुआ.
विधानसभा में बजट पर हो रही चर्चा के दौरान उपमुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद और विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव की शायरी से सदन मंत्रमुग्ध रहा. विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने जब शायरी पढ़ी, तो सदन तालियों से गूंज उठा, पर अध्यक्ष ने उन्हें पूरा शेर पढ़ने काे टोका. स्पीकर का कहना था कि शेरो- शायरी से सदन की कार्यवाही सुखद हो जाती है.
तारकिशोर प्रसाद ने कहा कि बिहार के वित्तीय वर्ष 2021-22 के बजट में नये बिहार के भविष्य की रूप-रेखा पेश की गयी है. इस वजह से इसमें बीते 15 साल की बदहाली का कोई जिक्र नहीं किया गया है. परंतु नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने राजद के बीते 15 साल के कार्यकाल की चर्चा करके उसकी तुलना मौजूदा सरकार के 15 साल के कार्यकाल से करने को विवश कर दिया है.
वह गुरुवार को विधानसभा में वित्तीय वर्ष 2021-22 के बजट पर हुए वाद-विवाद के बाद सरकार की तरफ से जवाब दे रहे थे. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में बिहार के आगामी पांच साल में विकसित प्रदेश बनने की कल्पना साकार होगी. पीएम मोदी का इस विकास में समुचित मार्गदर्शन मिल रहा है. नीतीश कुमार के नेतृत्व में बिहार को गढ़ने का काम हम सभी कर रहे हैं.
इससे पहले भोजनावकाश के बाद शुरू हुई सदन की कार्यवाही में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने नये बजट को सरकारी आंकड़े बाजी और गरीब-पिछड़ा विरोधी बताया था. इसके जवाब में डिप्टी सीएम ने कहा कि वित्तीय वर्ष 2005-06 में राज्य के कुल बजट का योजना आकार 21 प्रतिशत होता था, जो 2020-21 में बढ़कर 50 प्रतिशत हो गया है.
वित्तीय वर्ष 2020-21 के बजट दो लाख 11 हजार करोड़ रुपये में योजना आकार एक लाख पांच हजार करोड़ से ज्यादा था. बीते 15 साल के बिहार के आईने में जर्जर सड़क, अस्पताल में सोते जानवर, चचरी के पुल जैसी दुर्गति की सभी दास्तां बयां करती है. एनडीए सरकार के 15 साल के कार्यकाल में विकसित बिहार का पूरा खांका है, जिसकी हकीकत साफतौर पर दिखती है.
डिप्टी सीएम ने कहा कि नेता प्रतिपक्ष ने बीते 15 साल के शासन की याद दिलाकर दुखती रग को छेड़ने का काम किया है. वे सदन में गलत आंकड़े प्रस्तुत कर भ्रम पैदा करना चाहते हैं. बिहार के विकास से घबराये हुए हैं. इस बयान का पूरजोर विरोध करते हुए नेता प्रतिपक्ष ने सदन में बजट सार की कॉपी प्रस्तुत करते हुए कहा कि इसमें दिये आंकड़े को ही सरकार झूठा बता रही है.
इसके बाद सभी विपक्षी सदस्य अपनी सीट पर खड़े होकर हंगामा करने लगे. अध्यक्ष ने सभी सदस्यों को शांत कराने की काफी कोशिश की, लेकिन वे नहीं माने. डिप्टी सीएम का विपक्ष पर हमला लगातार जारी रहा. इस पर सभी विपक्षी सदस्य वेल में आ गये और सरकार विरोधी नारेबाजी करने लगे. इस हंगामे के बीच डिप्टी सीएम ने अपना जवाब पूरा किया और सदन की कार्यवाही शुक्रवार तक के लिए स्थगित करने की घोषणा हो गयी.