कांग्रेस पार्टी में जारी आंतरिक कलह अब खुलकर सामने आने लगी है. बुधवार को कांग्रेस के असंतुष्ट गुट G23 के कुछ नेताओं ने गुलाम नबी आज़ाद के घर बैठक की. ये बैठक आनंद शर्मा के उस बयान के बाद हुई है जिसमें उन्होंने कहा था कि, ‘राहुल गांधी अपने बयान पर खुद स्पष्टीकरण दे सकते हैं ताकि भ्रम न फैले और लोगों के अनुमान लगाने से बचा जा सके.’
दरअसल, राहुल गांधी ने मंगलवार को केरल में एक बयान दिया था जिसपर काफी विवाद हो रहा है. अब उनका ये बयान कांग्रेस के लिए ही गले की हड्डी बन गई है. वायनाड जाकर राहुल केरल की तारीफ करने में इतना आगे निकल गए कि उन्होंने अपनी बातों से अमेठी के साथ पूरे उत्तर भारत की समझदारी पर सवाल उठा दिया.
अपने इस बयान को लेकर घिरे राहुल गांधी
बता दें कि वयनाड से सांसद राहुल गांधी ने कहा कि उत्तर भारत में उन्हें ‘अलग तरह की राजनीति’ की आदत हो गई थी और केरल आना उनके लिए नए तरह का अनुभव है क्योंकि यहां के लोग ‘मुद्दों’ में ज्यादा दिलचस्पी रखते हैं.
केरल विधानसभा में विपक्ष के नेता रमेश चेन्नीतला के नेतृत्व में आयोजित ‘ऐश्वर्य यात्रा’ के समापन पर राहुल गांधी ने कहा कि उन्होंने केरल के लोगों से काफी कुछ सीखा है और यहां के लोगों की बुद्धिमतता को थोड़ा समझा है. उन्होंने कहा, ‘पहले 15 साल मैं उत्तर भारत से सांसद रहा. इसलिए मुझे अलग तरह की राजनीति की आदत हो गई थी. मेरे लिए केरल आना नया अनुभव था. क्योंकि अचानक मैंने देखा कि लोग मुद्दों में दिलचस्पी रखते हैं, सिर्फ दिखावे के लिए नहीं बल्कि गहनता से उस पर विचार करते हैं.’