पूर्व केन्द्रीय मंत्री एवं शहीद जगदेव सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष नागमणि ने मंगलवार को भारत के लेनिन अमर शहीद जगदेव प्रसाद की ९९वीं जयन्ती के अवसर पर शहीद जगदेव स्मारक‚ जगदेव पथ चौराहा‚ बेली रोड‚ पटना में माल्यार्पण कर उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि दी। इस अवसर पर शहीद जगदेव बाबू के नीति– सिद्धान्त पर चलने वाले एवं उन्हें चाहने वाले लोगों तथा शहीद जगदेव सेना के हजारों कार्यकर्ताओं ने उनकी प्रतिमा के समक्ष पुष्प चढा कर श्रद्धांजलि दी। इस अवसर पर नागमणि ने कहा कि शहीद जगदेव बाबू के समाजिक संघर्ष एवं त्याग‚ बलिदान तथा शहादत का नतीजा है कि आज देश के सवाæच्च पद‚ राष्ट्रपति जैसे महत्वपूर्ण पद पर दलित समुदाय का व्यक्ति बैठा है। आज देश के प्रधनमंत्री सहित राज्यों के राज्यपाल एवं मुख्यमंत्री पद पर दलित एवं पिछडे समाज से पदासीन हैं। विभिन्न प्रकार के सदनों से लेकर पंचायती राज व्यवस्था में भी वंचित समाज के लोगों का प्रतिनिधित्व बढ रहा है। अभी भी उनके बताए गये समाजिक संघर्ष का केवल परिणाम दिख रहा है। उनके द्वारा प्रतिपादित आर्थिक न्याय के सिद्धांतों को अमली–जामा पहनाना अभी बाकी है। समाज में बढ रहे आर्थिक गैर बराबरी को भी उनके सिद्धांतों से ही पाटा जा सकता है। सामाजिक‚ राजनैतिक‚ आर्थिक एवं शैक्षणिक क्षेत्रों में भी उनके द्वारा किए गये योगदानों को ध्यान में रखकर उनको मरणोपरान्त भी भारत रत्न से नवाजा जाना चाहिए। इसके लिए बिहार सरकार को सम्वेदनशील पहल करनी चाहिए‚ आवाज उठानी चाहिए। वर्तमान दौर में भी देश और प्रदेश की जो स्थिति है जो सामाजिक और राजनीतिक परिस्थिति है जगदेव बाबू के विचार आज भी प्रासंगिक हैं।
शहीद जगदेव बाबू आजीवन वंचित एवं शोषित समाज के चतुर्दिक उन्नति के लिए संघर्ष करते रहे हैं इसलिए उनके नाम पर पटना में एक समाजिक शोध संस्थान खोलने के लिए बिहार सरकार को पहल करनी चाहिए। शहीद जगदेव बाबू के नाम पर भी बिहार में एक विश्वविद्यालय खुलना चाहिए। इस अवसर पर शहीद जगदेव सेना के राष्ट्रीय प्रधान महासचिव मनोरंजन कुशवाहा‚ वीरभद्र‚ संतोष कुमार‚ सुदर्शन वर्मा‚ एनपीसिंह दांगी‚ अशोक पटेल‚ कोषाध्यक्ष अरविन्द कुमार सहित हजारों लोग मौजूद थे। अमर शहीद जगदेव प्रसाद को श्रद्धांजलि अर्पित करते लोग।
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