कर्नाटक के शिवमोगा जिले में पत्थर खदान में विस्फोट में आठ लोगों की मौत हो गई है. पुलिस ने यह जानकारी दी. पुलिस ने अब्बालगेरे गांव के पास स्थित पत्थर खदान में और विस्फोट की आशंका से इनकार नहीं किया है क्योंकि अब भी डायनामाइट की कुछ छड़ें निष्क्रिय नहीं हुई हैं. पुलिस ने बताया कि बम निरोधक दस्ते का बुलाया गया है और पूरे इलाके को सील कर दिया गया है. विस्फोट इतना खतरनाक था कि आसपास के इलाकों में इसके झटके महसूस किए गए. प्रधानमंत्री मोदी ने इस दर्दनाक हादसे पर शोक प्रकट किया.
पीएम मोदी ने हादसे पर दुख जताया है. पीएमओ ने ट्वीट कर कहा, ‘शिवमोगा में हुई घटना से आहत हूं. शोक संतप्त परिवारों के प्रति मेरी संवेदना है. प्रार्थना करता हूं कि सभी घायल जल्द ठीक हो जाएं. राज्य सरकार प्रभावितों को हर संभव सहायता प्रदान कर रही है.’
खनन के लिए ले जाए जा रहे थे विस्फोटक
बताया जा रहा है कि ये विस्फोटक खनन के लिए ले जाए जा रहे थे. पत्थर तोड़ने के एक स्थान पर रात साढ़े दस बजे के लगभग धमाका हुआ, जिससे न केवल शिवमोगा बल्कि पास के चिक्कमगलुरु और दावणगेरे जिलों में भी झटके महसूस किए गए. प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि विस्फोट इतना तेज था कि घरों की खिड़की के शीशे टूट गए और सड़कों पर भी दरार पैदा हो गई.
It sounds loud and scary…#Shivamogga #Karnataka pic.twitter.com/TA74jXaRo3
— Dr.Monika Langeh🇮🇳 (@drmonika_langeh) January 21, 2021
अकाश जैन नाम के एक यूजर ने ट्वीट कर बताया, ‘’जानकारी के मुताबिक यह शिवमोगा के पास कल्लूगंगुर-अब्बलगेरे गांव में एक डायनामाइट ब्लास्ट है, जो पत्थर खदान के लिए ले जाया जा रहा था. इस धमाके के बाद कई मजदूरों के मरने की आशंका है.
धमाके से ऐसा लगा जैसे भूकंप आ गया हो और भूगर्भ वैज्ञानिकों से संपर्क किया गया. एक पुलिस अधिकारी ने बताया, “भूकंप नहीं आया था. शिवमोगा के बाहरी इलाके में ग्रामीण पुलिस थानांतर्गत हंसुर में विस्फोट हुआ था.” एक अन्य पुलिस अधिकारी ने कहा, “जिलेटिन ले जा रहे एक ट्रक में धमाका हुआ, जिसके बाद ट्रक में मौजूद छह मजदूरों की मौत हो गई.’’
ट्विटर पर शख्स ने किया सड़क टूटने का दावा
खुद को शिवमोगा का बताने वाले एक शख्स ने फोटो अपलोड करके दावा किया है कि उसके घर के बाद सड़क भी टूट गई है. वहीं एक अन्य ट्वीट में इसी शख्स ने ऑफिस की तरह दिखने वाली जगह के गेट के शीशे टूटने का फोटो भी ट्वीट किया है.
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने एनडीटीवी से कहा कि पूरे इलाके को सील कर दिया गया है. अब तक हमें दो शव दिखाई पड़े हैं. कई और शव अंदर हो भी सकते हैं और नहीं भी. बैंगलोर और मैंगलोर से बम निरोधक दस्ता कुछ ही घंटे में पहुंचा जाएगा उसके बाद ही तस्वीर साफ हो सकेगी. खदान के अंदर जाने की अभी अनुमति नहीं है.