पूर्णिया सांसद पप्पू यादव ने शुक्रवार (04 जुलाई, 2025) को पटना स्थित एक होटल में प्रेस कॉन्फ्रेंस की. इस दौरान उन्होंने कहा कि 9 जुलाई को हम बिहार बंद करेंगे. सड़क जाम करेंगे. हम चुनाव आयोग के कार्यालय को घेरेंगे. हम आज (शुक्रवार) हाईकोर्ट जा रहे हैं. मामला दायर करेंगे. हम इस पूरी लड़ाई में कांग्रेस के साथ हैं.
एनडीए सरकार पर हमला करते हुए पप्पू यादव ने कहा कि यह सरकार चुनाव आयोग के माध्यम से गरीब, दलित और अतिपिछड़ा को वोट देने के अधिकार को छीनना चाहती है. वोट देना हर आदमी का मौलिक अधिकार है. मुझे मरना पसंद है, लेकिन बिहारियों का हित कोई छीन ले ये पसंद नहीं है.
वोटर लिस्ट पुनरीक्षण को लेकर पप्पू यादव ने कहा, “चुनाव आयोग तो आरएसएस का कार्यालय है. यहां आरएसएस के कहने पर ही वोटर लिस्ट तैयार होती है. नोटबंदी के बाद अब वोटबंदी हो रही है.” उन्होंने कहा, “ये आधार कार्ड को नहीं मानते, ये राशन कार्ड को नहीं मानते, फिर क्या मानते हैं? धारा 326 का उल्लंघन किया जा रहा है. अपने ही देश के नागरिकों के साथ वोट देने का अधिकार छीना जा रहा है.”
पप्पू यादव ने दलितों से आग्रह करते हुए कहा, “आप अपना कोई कागजात ना दिखाएं, कागज के नाम पर आपका ये वोट काट देंगे. हम कुर्मी, यादव और कुशवाहा समुदाय के लोगों से आग्रह करेंगे कि अपने वोटर्स की रक्षा करें. आपका खून खौल रहा है तो जाइए बिहार की दलित जनता की रक्षा कीजिए. दलित, गरीब बिहार और एससी-एसटी लोगों को बचाइए.”
पप्पू यादव ने कहा, “मैं नीतीश कुमार और चिराग पासवान के सामने हाथ जोड़कर कह रहा हूं कि आप लोग सीएम बाद में बन लीजिएगा, पहले राज्य की जनता के बारे में सोचिए. केवल एक महीना अपने फायदे को अलग रखकर जनता के हित के बारे में सोचें.”