पंजाब के गुरदासपुर में पुलिस पर हमले करने वाले खालिस्तानी आतंकवादियों को यूपी में आना भारी पड़ा गया. यूपी पुलिस ने पंजाब पुलिस के साथ मिलकर यहां पीलीभीत में छिपे तीनों खालिस्तानी आतंकियों का एनकाउंटर कर दिया. जिले के पुलिस कप्तान ने खुद इस ऑपरेशन को लीड करते हुए तीनों आतंकियों का खात्मा किया. लंबे समय के बाद यूपी में खालिस्तानी आतंकियों ने आकर पनाह ली ही थी, लेकिन योगी की पुलिस ने उसे खत्म कर दिया. इसमें कुछ फैक्ट चौंकाने वाले हैं, जैसे आतंकियों की उम्र. उनकी उम्र पर अगर आप गौर करेंगे तो निश्चित ही चौंक जाएंगे. ये कौन थे, इनकी उम्र कितनी थी, कहां के रहने वाले थे और इन्होंने क्या-क्या जुर्म किए थे, आइये जानते हैं..
आपको बता दें कि ये तीनों आतंकवादी गुरदासपुर जिले के कलानौर क्षेत्र में बक्शीवाल और वडाला बागरबी पुलिस चौकी पर हमला करने के आरोपी थे. इस ऑपरेशन में मारे गए आतंकवादियों की पहचान गुरविंदर सिंह, वीरेंद्र सिंह उर्फ रवि और जसन प्रीत सिंह उर्फ प्रताप सिंह के रूप में हुई है. इन तीनों का संबंध खालिस्तानी कमांडो फोर्स से था.
जानें इन आतंकियों के बारे में…
1- गुरविंदर सिंह (उम्र: करीब 25 वर्ष)
गुरविंदर पंजाब के गुरदासपुर जिले के मोहल्ला कलानौर का निवासी था. आरोप है कि वह खालिस्तानी आतंकवाद के नेटवर्क में सक्रिय था और पुलिस पर हमले के लिए जिम्मेदार था.
वीरेंद्र सिंह, जो रवि के नाम से भी जाना जाता है, पंजाब के गांव अगवान का रहने वाला था. आरोप है कि वह भी खालिस्तानी आतंकियों के साथ मिलकर पुलिस और सुरक्षा बलों को निशाना बनाने के लिए काम कर रहा था.
3- जसनप्रीत सिंह उर्फ प्रताप सिंह (उम्र: करीब 18 वर्ष)
जसनप्रीत सिंह, जिसे प्रताप सिंह के नाम से जाना जाता था, पंजाब के ग्राम निक्का सूर का रहने वाला था. वह बहुत ही कम उम्र का था. महज 18 साल का.. आरोप है कि वह खालिस्तानी आंदोलन में शामिल था और सुरक्षा बलों को नुकसान पहुंचाने की कोशिश कर रहा था.
पुलिस को इस एनकाउंटर में तीनों आतंकियों से हथियार बरामद हुए हैं. इनमें दो AK-47 राइफलें, दो ग्लॉक पिस्टल और भारी संख्या में कारतूस शामिल थे. आतंकियों के कब्जे से एके 47 और भारी मात्रा में कारतूस बरामद होना, इशारा करता है कि संभवत: वे इस एक्शन को लेकर आशंकित थे.
इस एनकाउंटर ने खालिस्तानी आतंकवादियों के खिलाफ उत्तर प्रदेश और पंजाब पुलिस की अलर्टनेस के साथ ही बड़ी सफलता भी माना जा रहा है. पीलीभीत के पूरनपुर में छिपकर रहे रहे इस आतंकियों का यूपी और पंजाब पुलिस के साथ लाइव एनकाउंटर हुआ. काफी देर तक हुए आमना-सामना में ये लोग पुलिस फोर्स के आगे टिक नहीं पाए और इन्हें गोली लगीं. इन्हें घायल हालत में अस्पताल ले जाया जाया, जहां इन्हें मृत घोषित कर दिया गया.
आतंकियों को घेरा तो पुलिस पर ताबड़तोड़ फायर किए: SP पीलीभीत SP अविनाश पांडेय ने बताया- सोमवार सुबह पंजाब की गुरदासपुर पुलिस की टीम थाना पूरनपुर पहुंची। सूचना दी कि उनके यहां कुछ दिन पहले गुरदासपुर में बख्शीवाल पुलिस चौकी पर खालिस्तानी आतंकियों ने ग्रेनेड से हमला किया था। उनके पूरनपुर क्षेत्र में छिपे होने की सूचना मिली थी। तुरंत पूरे जिले की नाकाबंदी कर चेकिंग शुरू की गई।
इस दौरान खभरिया पॉइंट पर तैनात पुलिसकर्मियों ने सूचना दी कि एक बाइक पर तीन संदिग्ध नजर आए हैं। उनके पास से कुछ संदिग्ध वस्तुएं हैं। ये बाइक से पीलीभीत की तरफ गए हैं। पंजाब पुलिस और पूरनपुर पुलिस ने उनका पीछा किया। आगे के थानों का अलर्ट किया गया।
पूरनपुर और पीलीभीत के बीच निर्माणाधीन पुल पर इन लोगों को पुलिस ने घेरा तो यह लोग एक पटरी की तरफ मुड़ गए। इसके बाद उन्हें रुकने के लिए कहा गया तो इन्होंने पुलिस टीम पर ताबड़तोड़ फायरिंग शुरू कर दी। जवाबी कार्रवाई में तीनों आतंकियों को गोली। हॉस्पिटल में उनकी मौत हो गई। पंजाब पुलिस ने बताया कि इन आतंकियों का विदेशी कनेक्शन है।
आरोपियों के पास से एक चोरी की मोटरसाइकिल बरामद हुई है। यह पूरनपुर थाना क्षेत्र से चोरी की गई थी। आतंकियों की फायरिंग से दो पुलिस कॉन्स्टेबल भी घायल हुए हैं।
आतंकियों ने 30 मिनट में 100 से ज्यादा राउंड फायरिंग की एनकाउंटर करने वाली टीम के एक अफसर ने बताया- आतंकियों के पास AK 47 थीं। पंजाब पुलिस को पहले से अनुमान था कि आतंकियों के पास बड़े हथियार हैं। इसलिए पीलीभीत पुलिस के SP अविनाश पांडे ने लॉन्ग रेंज वेपंस के साथ जवानों को साथ लिया।
पुलिस और आतंकियों के बीच करीब आधा घंटे में करीब 100 से ज्यादा राउंड फायर फायरिंग हुई। ज्यादातर फायरिंग आतंकियों ने की।