बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री और विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने जदयू के विधान पार्षद नीरज कुमार को मानहानि का कानूनी नोटिस भेजा है। उन्होंने अपने कानूनी सलाहकार के माध्यम से ये नोटिस भेजा है। आठ पन्नों के इस कानूनी नोटिस में तेजस्वी यादव ने नीरज कुमार के आरोपों को पूरी तरह झूठा और निराधार बताया है। उन्होंने 10 दिन के अंदर मानहानि के मुआवजे के तौर पर 12 करोड़ 10 लाख रुपए की मांग की है। दरअसल, नीरज कुमार ने तेजस्वी पर वेतन घोटाले का आरोप लगाया था।
तेजस्वी ने भेजा नीतीश के MLC को नोटिस
राजद नेता ने कहा कि अगर कोई झूठ बोलेगा, गलत जानकारी देगा और किसी का चरित्र हनन करेगा तो दूसरा चुप नहीं बैठेगा। उन्होंने कहा, ‘लोगों को सच बोलना चाहिए। झूठ की राजनीति, धोखाधड़ी, बदनामी की राजनीति, नकारात्मक राजनीति, यह सब नहीं करनी चाहिए। कहा जा रहा है कि मैंने सैलरी घोटाला किया है। हम उन्हें लीगल नोटिस क्यों नहीं भेजेंगे। अगर, कोई जवाब नहीं आएगा तो हम उनके खिलाफ अदालत जाएंगे।’
तेजस्वी पर लगाया था वेतन घोटाले का आरोप
दरअसल, नीरज कुमार ने तेजस्वी पर वेतन घोटाले का आरोप लगाया था। उन्होंने तेजस्वी को नोटिस भेजकर कहा था कि जब तेजस्वी विधायक और विपक्ष के नेता होते हैं तो उनकी आय कम हो जाती है। और जब वे सिर्फ विधायक होते हैं तो उनकी आय बढ़ जाती है। उन्होंने तेजस्वी से दस्तावेज दिखाकर जवाब भी मांगा था और चुनौती दी थी कि अगर उनके आंकड़े गलत हैं तो वे उनके खिलाफ केस दर्ज करें।
तेजस्वी के कानूनी नोटिस पर नीरज का जवाब
JDU MLC ने तेजस्वी यादव पर सैलरी घोटाला का आरोप लगाया है। नीतीश कुमार की पार्टी जेडीयू के मुख्य प्रवक्ता नीरज कुमार ने तेजस्वी के कानूनी नोटिस पर कहा कि ना नौ मन होगा ना राधा नाचेगी। हम अगर अपनी और अपने भाइयों की भी संपत्ति बेच दें तो 12 करोड़ 10 लाख रुपए नहीं जोड़ पाएंगे।
मामले को कोर्ट में ले जाने की बात कही
वैसे, जेडीयू एमएलसी नीरज कुमार ने कहा कि हम नोटिस से नहीं डरने वाले। सुशील मोदी ने तो ‘लालू लीला’ लिखी थी। हम तो ‘ठग ग्रंथ’ लिखने वाले हैं। नीरज कुमार ने कहा कि प्रिवेंशन ऑफ करप्शन एक्ट तेजस्वी यादव के ऊपर लगा है। तेजस्वी यादव अगर देश के नेता हैं तो 420 का आरोप देश के किस नेता पर लगा है? राहुल गांधी पर है या फिर नरेंद्र मोदी पर? तेजस्वी यादव नसीब वाले जरूर हैं कि झारखंड के चुनाव के लिए पटना के बेऊर जेल से उम्मीदवार खोज लेते हैं।
नोटिस के बाद हमलावर हुए नीरज कुमार
नीतीश कुमार ने सोशल मीडिया एक्स पर लिखा, ‘मा० @yadavtejashwi जी! चुनावी हलफनामा 2020 के अनुसार 11 मुकदमे के अभियुक्त हैं, जो कोतवाली से लेकर दिल्ली तक दर्ज है। आपको भी मान-सम्मान? आपके कानूनी नोटिस से डरने वाले नहीं हैं। अभी तो सैलरी घोटाला का उद्भेदन किया है। प्रतीक्षा कीजिए आपके नाम और घोटाले जुड़ने वाले हैं। “ठग ग्रंथ” लिखने की तैयारी में हैं। नोटिस का जवाब भी देंगे। लेकिन इस बात का जवाब देना होगा कि विधायक बनने से पहले मासिक आय 42,335 रुपए था और विधायक बनने के बाद घटकर 11,812 रुपया 50 पैसा है। कैसे?’