पंजाब में पंचायत चुनाव से पहले भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) को एक बड़ा झटका लगा है, क्योंकि सुनील जाखड़ ने पंजाब बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष के पद से इस्तीफा दे दिया है. पिछले कुछ समय से वह पार्टी से दूरी बनाए हुए थे और बताया जा रहा है कि वह पार्टी के प्रति नाराज थे. इस नाराजगी के कारण उन्होंने गुरुवार को पंचायत चुनावों की तैयारियों की बैठक में भी भाग नहीं लिया. जब एक बीजेपी नेता ने उन्हें फोन किया, तो उन्होंने बैठक में शामिल होने से इनकार कर दिया और आगे भी किसी बैठक में शामिल न होने की बात कही.
सूत्रों के अनुसार, रवनीत सिंह बिट्टू को केंद्रीय मंत्री बनाए जाने से भी सुनील जाखड़ पार्टी से असंतुष्ट थे. उन्हें यह महसूस हुआ कि वह काफी सीनियर हैं, फिर भी उनकी उपेक्षा करते हुए बिट्टू को मंत्री बनाया गया. सुनील जाखड़ ने गृहमंत्री अमित शाह को एक पत्र लिखकर इस्तीफा देने की पेशकश की है.
उनकी नाराजगी के दो प्रमुख कारण बताए जा रहे हैं. पहला, पंजाब बीजेपी में बाहरी बनाम पुराने सदस्य का मुद्दा बेहद गंभीर हो गया है, और दूसरा, पार्टी ने राज्यसभा में भेजने के लिए भी उन्हें महत्व नहीं दिया. जानकारी के अनुसार, सुनील जाखड़ के इस्तीफे के प्रस्ताव वाले पत्र के बाद ही गृहमंत्री ने उन्हें बुलाया था, और इसके बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी उन्हें मिलने के लिए आमंत्रित किया था.