बिहार मे राजद कुल 23 सीट पर चुनाव लड़ रही है। इसमें 22 उम्मीदवारों की सूची जारी कर दी गई थी, लेकिन सीवान को लेकर सस्पेंस बना हुआ था। इसको खत्म करते हुए पार्टी ने बिहार विधानसभा के पूर्व अध्यक्ष अवध बिहारी चौधरी को यहां से उम्मीदवार बनाया है।
9 अप्रैल को बोले थे तेजस्वी का मिला आदेश
टिकट मिलने के बाद जब फोन पर उनसे बात की गई तो उन्होंने कहा कि यहां कोई सस्पेंस नहीं था। पार्टी ने मुझे तैयारी करने को कह दिया था। इसलिए पिछले साल के मई से ही क्षेत्र में तैयारी कर रहा हूं। आज बस टिकट हाथ में मिल गया है। इस संबंध में राजद के जिला अध्यक्ष बिपिन कुशवाहा ने कहा कि अवध बिहारी चौधरी तो सीवान से पहले ही प्रत्याशी बना दिए गए थे। अब बस औपचारिक घोषणा कर दी गई। इधर अवध बिहारी चौधरी को टिकट मिलने के बाद राजद कार्यकर्ताओं में काफी खुशी है। 9 अप्रैल को जब वह पटना से सीवान पहुंचे थे तो महा गठबंधन के कई नेताओं ने उनका स्वागत किया था। इश दौरान पूरे सीवान में रोड शो भी किया था। उन्होंने तब भी कहा था कि तेजस्वी यादव ने उन्हें सीवान से चुनाव लड़ने का आदेश दिया है। वहीं अगर राजनीतिक जानकारों की माने तो अब सीवान में त्रिकोणीय मुकाबला देखने को मिलेगा।
70 साल के अवध 1977 में बने थे मुखिया
मालूम हो कि 70 साल के अवध बिहारी चौधरी सीवान सदर विधानसभा सीट से विधायक है। वर्तमान में तेजस्वी यादव के बेहद करीबी माने जाते है। साल 1985 में पहली बार जनता पार्टी के टिकट पर सीवान सदर से विधायक चुने गए थे। इसके बाद 1990 और 1995 में जनता दल और 2000 के साथ 2005 में राष्ट्रीय जनता दल के टिकट पर विधायक बने। 2020 में राष्ट्रीय जनता दल के टिकट पर फिर विधायक बने। इनकी राजनीतिक पारी की शुरुआत एक छात्र नेता के रूप में हुई थी। 1977 में इन्होंने जियांय पंचायत से मुखिया का चुनाव जीता। इसके अलावा साल 2022 में जब नीतीश कुमार के साथ तेजस्वी ने मिलकर सरकार बनाया था। तब वह बिहार विधानसभा के अध्यक्ष पद के लिए चुने गए थे।