राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव ने सोमवार को पीएम मोदी और भाजपा पर हमला बोला। उन्होंने कहा कि भाजपा में काफी घबराहट है। ये लोग 400 पार की बात घबराहट में कर रहे हैं। इनके नेता खुले में बोल रहे हैं कि हम संविधान को बदल देंगे। ये बाबा साहेब अंबेडकर का बनाया गया संविधान है। जो भी संविधान को बदलने की कोशिश करेगा, देश की दलित-पिछड़े और गरीब जनता इनकी आंख निकाल लेगी।
लालू ने कहा कि देश की जनता माफ नहीं करेगी। ये तानाशाही लाना चाहते हैं, संविधान को बदलने का मतलब है लोकतंत्र को बदलना। इस बार मोदी सरकार की विदाई तय है।
बता दें कि कल यूपी के फैजाबाद से बीजेपी सांसद लल्लू सिंह ने कहा था कि सरकार तो 272 सीटों पर ही बन जाती है, लेकिन संविधान बदलने या संशोधन करने के लिए दो तिहाई सीटों की जरूरत होती है।
इधर, पिता के बयान पर तेजस्वी यादव ने कहा कि राजद के राष्ट्रीय अध्यक्ष होने के नाते लालू प्रसाद यादव अपनी जिम्मेदारी बखूबी निभा रहे हैं। भाजपा के कई नेता लगातार संविधान को बदलने की बात कर रहे हैं और प्रधानमंत्री चुप हैं।
इसका मतलब उनकी सहमति है, अगर सहमति नहीं है तो इन सभी प्रत्याशियों पर कार्रवाई क्यों नहीं कर रहे? देश की जनता ये बर्दाश्त नहीं करेगी।
बाबा साहेब के संविधान से बीजेपी को समस्या क्यों- तेजस्वी
इससे पहले तेजस्वी यादव ने भी इसे लेकर बीजेपी पर निशाना साधा था। उन्होंने सोशल मीडिया एक्स पर रविवार को बाबा साहेब अंबेडकर की जयंती पर केक काटते हुए फोटो शेयर की।
साथ ही लिखा- बीजेपी के लोगों को बाबा साहेब द्वारा रचित संविधान से इतनी समस्या क्यों है कि लगभग किसी ना किसी प्रदेश में प्रतिदिन बीजेपी का कोई ना कोई नेता/प्रत्याशी संविधान बदलने और संविधान समाप्त करने का दावा करता है और धमकी देता है।
ऐसे बीजेपी नेताओं का कहना है कि सरकार बनाने के लिए 272 सांसद चाहिए लेकिन संविधान बदलने के लिए दो तिहाई बहुमत चाहिए। ये भाजपाई कहते है कि ऐसा नियम बदलना होगा और संविधान भी बदलना होगा। संविधान और बाबा साहेब हमें समानता, स्वतंत्रता, बंधुता और शिक्षा का अधिकार देता है इसलिए भाजपाई वंचितों, उपेक्षितों, उत्पीड़ितों, दलितों, पिछड़ों, आदिवासियों, गरीबों और न्यायप्रिय लोगों से ये अधिकार छिनना चाहते है तभी तो संविधान बदलना चाहते है। सोचो और समझो- बीजेपी के शीर्ष नेता संविधान बदलना क्यों चाहते है? इनकी छुपी मंशा क्या है?