आतंकवाद पूरे विश्व के लिए गंभीर खतरा है। रूस भी अब आतंक के खिलाफ लड़ाई में बड़ी भूमिका निभाने को तैयार है। भारत में रूस के राजदूत डेनिस अलीपोव ने शनिवार को कहा कि उनका देश भारत और अन्य राष्ट्रों के साथ मिलकर आतंकवाद के खिलाफ ‘निर्णायक लड़ाई’ लड़ने के लिए प्रतिबद्ध है। रूसी राजदूत की यह टिप्पणी 22 मार्च को रूस की राजधानी मॉस्को के एक कॉन्सर्ट हॉल में हुए घातक आतंकवादी हमले के बाद आई है। रूस में हुए इस हमले की विश्वभर में निंदा हुई थी।
रूस में आतंकी हमला
अलीपोव ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में, मास्को के उपनगर में एक समारोह भवन में 22 मार्च को हुए हमले का उल्लेख एक आतंकी कृत्य के रूप में किया जिसमें 144 लोग मारे गए थे। उन्होंने कहा, ‘‘मास्को के निकट 22 मार्च को हुए आतंकी हमले में अत्यधिक जनहानि होने को लेकर दूतावास को संवेदना संदेश प्राप्त हो रहे हैं।’’ अलीपोव ने कहा, ‘‘भारत और अन्य देशों के साथ मिलकर रूस द्विपक्षीय और बहुपक्षीय रूप से आतंकवाद के खतरे से निर्णायक रूप से लड़ने के लिए प्रतिबद्ध है।’
मिल रहे हैं शोक संदेश
राजदूत डेनिस अलीपोव ने भारत और अन्य देशों के लोगों की तरफ से पीड़ितों, उनके परिजनों और रूसी सरकार के प्रति दिखाई गई भावनाओं की भी सराहना की। राजदूत अलीपोव ने कहा कि दूतावास को 22 मार्च को मॉस्को के पास घातक आतंकवादी हमले की निंदा और जानमाल के भारी नुकसान पर सहानुभूति व्यक्त करने वाले शोक संदेश मिलते रहते हैं।
पीएम मोदी ने की थी निंदा
रूस के लोगों के प्रति अपनी एकजुटता व्यक्त करते हुए पीएम मोदी ने जघन्य आतंकवादी हमले की कड़ी निंदा करते हुए कहा था, ‘हमारी संवेदनाएं और प्रार्थनाएं पीड़ितों के परिवारों के साथ हैं। दुख की इस घड़ी में भारत रूस की सरकार और लोगों के साथ एकजुटता से खड़ा है।’
Strong statements of support to Russia and rejection of terrorism in all manifestations were made by Hon. Prime Minister Narendra Modi, leaders of political parties, ministers, senior officials and public activists.
— Denis Alipov ???????? (@AmbRus_India) March 30, 2024