लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Elections 2024) की घोषणा हो गई और नियमों के उल्लंघन को लेकर कार्रवाई भी शुरू हो गई है. जन अधिकार पार्टी के सुप्रीमो और पूर्व सांसद पप्पू यादव (Pappu Yadav) पर बीते रविवार (17 मार्च) को केस दर्ज हुआ है. पप्पू यादव के साथ उनके एक समर्थक पर भी कसबा थाने में मामला दर्ज हुआ है. आचार संहिता लगने के 24 घंटे बाद ही इसके उल्लंघन पर यह कार्रवाई की गई है.
पूर्णिया में जिला प्रशासन की अनुमति के बिना पोस्टर लगाकर जनसभा किए जाने से जुड़े मामले में यह एक्शन हुआ है. मामला जैसे ही सामने आया तो जिला प्रशासन की ओर से जांच कर कार्रवाई शुरू कर दी गई. जांच में फोटो और आरोप दोनों सही पाए गए. इसके बाद पप्पू यादव और उनके एक समर्थक पर कसबा थाने में यह प्राथमिकी दर्ज की गई है.
बताया जाता है कि इस पूरे मामले की जानकारी सामने आने के बाद डीएम सह जिला निर्वाची पदाधिकारी कुंदन कुमार के निर्देश पर एक विशेष टीम का गठन किया गया. इस टीम में बीडीओ सह प्रखंड निर्वाची पदाधिकारी अरुण कुमार सरदार, नगर परिषद कसबा के कार्यपालक पदाधिकारी सह सहायक निर्वाची पदाधिकारी अमित कुमार, सीओ रीता कुमारी शामिल रहीं. जब जांच आदि की गई तो सत्य पाए जाने के बाद पप्पू यादव और उनके समर्थक पप्पू चौरसिया पर केस दर्ज हुआ.
क्या है मामला?
दरअसल, कसबा थाना क्षेत्र के कॉलेज मैदान के समीप सुजीत कुमार चौरसिया उर्फ पप्पू चौरसिया नाम के समर्थक के आवास पर एक बड़े हॉल में रविवार को एक कार्यक्रम हुआ. इसमें एक पोस्टर भी लगाया गया था. पोस्टर पर लिखा गया था, “हमारा घर आप सभी का घर”, “न्याय के मंदिर में आपका स्वागत है”. इस कार्यक्रम को पप्पू यादव ने संबोधित किया था. अधिकारियों की टीम की जांच में जनसभा की फोटो और वीडियो की सत्यता सही पाई गई. इसके बाद आचार संहिता उल्लंघन मामले में पप्पू यादव समेत उनके एक अन्य समर्थक पर कसबा थाना में प्राथमिकी दर्ज की गई है.