अयोध्या के राम मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा 22 जनवरी को होनी है. इससे पहले ही रामलला की कई फोटो वायरल हो गई है. वायरल फोटो में वह भव्य श्रृंगार में हैं. अयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा की तैयारियां अंतिम चरण में पहुंच चुकी हैं, पूरे मंदिर के सजाया जा रहा है. इस बड़े आयोजन को देखते हुए पूरे अयोध्या में सुरक्षा का चाकचौबंद बंदोबस्त किया गया है.
धार्मिक नगरी अयोध्या में राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा की तैयारी आखिरी चरण में है और इस ऐतिहासिक आयोजन को लेकर पूरे शहर को अभेद्य किले में तब्दील कर दिया गया है। आज से 22 जनवरी तक अयोध्या में बाहरी लोगों की एंट्री बैन रहेगी और अयोध्यावासियों को भी आईकार्ड दिखाना जरूरी होगा। अयोध्या धाम के भीतर रहने वाले लोगों से पुलिस प्रशासन ने 21 और 22 जनवरी को बाहर न निकलने की अपील की है। समारोह की सुरक्षा को लेकर यूपी एटीएस अलर्ट पर है और 4 बुलेटप्रूफ बख्तरबंद गाड़ियां भी तैनात कर दी गई हैं। इन गाड़ियों में UP ATS के तकरीबन 100 कमांडो तैनात हैं और किसी भी तरह की स्थिति से निपटने के लिए तैयार हैं।
गजब की दिख रही रामलला की मूर्ती
मैसूर स्थित मूर्तिकार अरुण योगीराज द्वारा कृष्ण शिला (काले पत्थर) से बनाई गई रामलला की मूर्ति को गुरुवार को ‘गर्भगृह’ के अंदर रखा गया. भगवान राम के इस स्वरूप में प्रत्येक हाथ में एक सुनहरे धनुष और तीर है. विश्व हिंदू परिषद के पदाधिकारी शरद शर्मा ने न्यूज एजेंसी भाषा को बताया कि प्रतिमा खड़ी मुद्रा में है, उसकी आंखें पीले कपड़े से ढकी हुई है और गुलाब की माला से सजी हुई है.
प्रतिमा को लेकर शनिवार को श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के मुख्य पुजारी सत्येंद्र दास ने बताया कि प्राण प्रतिष्ठा से पहले नई प्रतिमा में भगवान की आंखों से कपड़ा नहीं हटा सकते। प्रतिमा में आंखों पर कपड़ा नहीं दिख रहा है तो यह गलत है। इसकी जांच होनी चाहिए।
हाइलाइट्स
- शुक्रवार शाम 7 बजे से अस्थायी मंदिर में रामलला के दर्शन बंद हुए, श्रद्धालु 23 जनवरी से नए मंदिर में दर्शन कर सकेंगे।
- आज वास्तु शांति के बाद रामलला सिंहासन पर विराजेंगे। सुबह उनका शर्कराधिवास, फलाधिवास और शाम को पुष्पाधिवास होगा।
- पाकिस्तान से हिंगलाज शक्तिपीठ का जल आज अयोध्या पहुंचेगा।
अब आज और कल अयोध्या में रामलला के दर्शन नहीं होंगे, अब 22 जनवरी को प्राण प्रतिष्ठा के बाद ही दर्शन किए जा सकेंगे. आज गर्भगृह को 81 कलशों में भरे अलग-अलग नदियों के जल से शुद्ध किया जाएगा. साथ ही वास्तु शांति अनुष्ठान भी होगा. इसके अलावा रामलला के विग्रह का फलाधिवास भी होगा. इन सबके बीच मंदिर में जहां फूलों की सजावट हो रही है वहीं इसे रोशनी से भी सजाया गया है. रोशनी के बाद मंदिर का रूप देखते ही बन रहा है.
प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम के यजमान अनिल मिश्र ने कहा- देश-विदेश से आने वाली भेंट प्रभु श्रीराम के चरणों में समर्पित हो रही है। जाति, भाषा, धर्म, समाज से ऊपर उठकर प्रभु श्रीराम के चरणों में लोगों का समर्पण दिख रहा है। चाहे फिर वो नेपाल से आने वाली भेंट हो, कश्मीर की केसर या तमिलनाडु की भेंट हो, लोगों का ऐसा भाव स्वागत योग्य है। प्रभु श्रीराम के चरणों में ये सारी चीजें में मैं पहुंचाऊंगा।
अस्थाई मंदिर बंद, पुजारी ने नए मंदिर में दर्शन किए
सुबह की उत्थान आरती के बाद रामलला के पुजारी संतोष तिवारी राम मंदिर गए। आज अस्थाई मंदिर बंद है और काम भी कुछ कम है। इसलिए वे वक्त निकालकर मंदिर के दर्शन करने पहुंचे। 22 जनवरी के बाद से संतोष नए मंदिर में भगवान का पूजन करेंगे। संतोष 1992 से रामलला के पुजारी हैं। बाबरी विध्वंस के समय भी रामलला की रक्षा में मौजूद थे।
प्राण प्रतिष्ठा से पहले भगवान राम की नई प्रतिमा
रामलला की प्रतिमा की जो फोटो शुक्रवार 19 जनवरी को सामने आई, उसमें मूर्ति वर्कशॉप में रखी दिख रही थी।
अयोध्या राम मंदिर 7 दिवसीय अनुष्ठान में कब क्या-क्या होगा
16 जनवरी: प्रायश्चित और कर्मकुटी पूजन
17 जनवरी: मूर्ति का परिसर प्रवेश
18 जनवरी (सुबह): तीर्थ पूजन, जल यात्रा और गंधाधिवास
18 जनवरी (शाम): औषधधिवास, केसराधिवास और गंधाधिवास
19 जनवरी (शाम): धान्याधिवास
20 जनवरी (सुबह): पुष्पाधिवास
20 जनवरी (शाम): शर्कराधिवास, फलाधिवास