प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज त्रिशूर में दो लाख महिलाओं की एक विशाल सभा को संबोधित करेंगे। इसे आगामी लोकसभा चुनावों के मद्देनजर आधिकारिक तौर पर भारतीय जनता पार्टी का चुनावी बिगुल माना जा रहा है। संसद के दोनों सदनों में महिला आरक्षण विधेयक को पारित होने पर मोदी को बधाई देने के लिए बीजेपी की केरल इकाई ने थेक्किनकाडु मैदान में ‘तीन शक्ति मोदीक ओप्पम’ (Sthree Shakthi Modikk Oppam) नामक सम्मेलन का आयोजन किया है। इसमें आंगनवाड़ी शिक्षकों, आशा कार्यकर्ताओं, उद्यमियों, कलाकारों, सामाजिक और सांस्कृतिक कार्यकर्ताओं सहित अलग-अलग क्षेत्रों की महिलाओं के इस कार्यक्रम में भाग लेने की उम्मीद है।
हालांकि इस कार्यक्रम को महिलाओं की एक विशाल बैठक के रूप में योजनाबद्ध किया गया है लेकिन इसे केरल में राजनीतिक पैठ बनाने के प्रयास में आगामी आम चुनावों के लिए बीजेपी की ओर से चुनाव अभियान की आधिकारिक शुरुआत के रूप में देखा जा रहा है। केरल की राजनीति में वर्तमान में मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के नेतृत्व वाले वाम लोकतांत्रिक मोर्चा (एलडीएफ) और कांग्रेस के नेतृत्व वाले संयुक्त लोकतांत्रिक मोर्चा (यूडीएफ) का प्रभुत्व है।
त्रिशूर को क्यों चुना?
बीजेपी के प्रदेश नेतृत्व ने हाल ही में साफ किया था कि लोकसभा चुनाव से पहले अगले कुछ महीनों में और अधिक राष्ट्रीय नेता दक्षिणी राज्य का दौरा करेंगे और लोगों से संवाद स्थापित करेंगे। त्रिशूर को सामूहिक कार्यक्रम स्थल के रूप में चुना जाना इसलिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि यह उन निर्वाचन क्षेत्रों में से एक है जहां बीजेपी को आगामी चुनावों में अच्छे प्रदर्शन की उम्मीद है।
मोदी की त्रिशूर यात्रा पर क्या दावा?
बीजेपी की राज्य इकाई के प्रमुख के सुरेंद्रन ने कहा है कि त्रिशूर में प्रधानमंत्री मोदी के कार्यक्रम में अलग-अलग क्षेत्रों की महिलाएं होंगी। इनमें विभिन्न क्षेत्रों में अपनी पहचान बनाने वाली प्रमुख हस्तियां भी शामिल हैं। उन्होंने दावा किया कि मोदी की त्रिशूर यात्रा दक्षिणी राज्य के राजनीतिक इतिहास में एक मील का पत्थर साबित होगी।
ये हस्तियां करेंगी शिरकत
सुरेंद्रन ने त्रिशूर में संवाददाताओं से कहा कि अभिनेत्री-नृत्यांगना शोभना, क्रिकेटर मिन्नू मणि, उद्यमी बीना कन्नन, गायिका वाईकॉम विजयलक्ष्मी और भ्रष्टाचार एवं लालफीताशाही के खिलाफ आवाज उठाने वाली मारियाकुट्टी उन लोगों में शामिल होंगी जो प्रधानमंत्री के साथ कार्यक्रम स्थल साझा करेंगी।
ऐतिहासिक कार्यक्रम
उन्होंने कहा कि कार्यक्रम के तहत केरल की अलग-अलग वर्ग की महिलाएं त्रिशूर में एकत्र होंगी और इसमें कोई संदेह नहीं है कि यह एक ऐतिहासिक कार्यक्रम बन जाएगा। सुरेंद्रन ने दावा किया कि सत्तारूढ़ एलडीएफ और विपक्षी यूडीएफ जल्द ही राज्य में राजनीति में अपना प्रभुत्व खो देंगे।
2024 के लोकसभा चुनाव के मद्देनजर भारतीय जनता पार्टी ने अपनी तैयारियां शुरू कर दी हैं. भाजपा इस वक्त दक्षिण भारत के राज्यों में अपने आप को मजबूत करने के लिए अथक प्रयास कर रही है और साथ ही दक्षिण के लोकसभा सीटों पर जीत हासिल करने के लिए बड़ा प्लान तैयार किया है. भाजपा ने दक्षिण के राज्यों में लोकसभा चुनाव को ध्यान में रखते हुए बड़ा लक्ष्य तय किया है. 2019 के लोकसभा चुनाव में भाजपा ने पांच दक्षिणी राज्यों की 129 लोकसभा सीटों में से केवल 29 सीटें जीत सकी और इनमें से 25 सीटें कर्नाटक से आईं.
कर्नाटक को छोड़कर भाजपा तमिलनाडु, केरल और आंध्र प्रदेश में अपना खाता नहीं खोल पाई. लेकिन पार्टी ने एक बार फिर बड़ा लक्ष्य रखा है, जिसका नेतृत्व खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कर रहे हैं. पीएम मोदी पांच दक्षिणी राज्यों में चुनाव प्रचार में काफी समय देंगे और आने वाले दो महीनों में वहां कई विकास योजनाएं शुरू करेंगे.
पीएम एक नए हवाई अड्डे सहित 20,000 करोड़ रुपये की परियोजनाओं का शुभारंभ करने के लिए मंगलवार को तमिलनाडु में थे. वह बुधवार को केरल में होंगे, जहां वह त्रिशूर में एक बड़ा रोड शो और एक सार्वजनिक बैठक करेंगे. पार्टी सूत्रों ने बताया कि सार्वजनिक बैठक में लगभग दो लाख भाजपा महिला कार्यकर्ता मौजूद रहेंगी.
बीजेपी के एक वरिष्ठ नेता ने न्यूज18 को बताया, ‘हमारा लक्ष्य लोकसभा चुनाव में पांच दक्षिणी राज्यों से कम से कम 40-50 सीटें हासिल करना है. हम कर्नाटक में अपनी सीटें (25) बरकरार रखेंगे. क्योंकि लोगों ने सिद्धारमैया सरकार पर से जल्द ही विश्वास खो दिया है और हार के बावजूद हमने विधानसभा चुनावों में वोट शेयर नहीं खोया है. भाजपा तेलंगाना में 2019 से भी बेहतर प्रदर्शन करेगी. जब हमने चार लोकसभा सीटें जीती थीं. हमें केरल और तमिलनाडु के साथ-साथ आंध्र प्रदेश में भी कुछ सीटें जीतने की उम्मीद है.’
बता दें कि हाल ही में कांग्रेस पार्टी ने बयान जारी करते हुए कहा था कि भाजपा का दक्षिण में कोई आधार नहीं है. बीजेपी के वरिष्ठ नेता ने दावा किया कि चुनाव प्रचार के दौरान नरेंद्र मोदी और अमित शाह जैसे शीर्ष नेताओं की रैलियों में मजबूत ‘दक्षिण फोकस’ होगा और पीएम मोदी के नाम पर वोट मांगा जाएगा. भाजपा इस बार तमिलनाडु में अकेले चुनाव लड़ेगी क्योंकि राज्य भाजपा प्रमुख अन्नामलाई के आक्रामक राजनीतिक रुख के बाद अखिल भारतीय अन्ना द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (एआईएडीएमके) ने भाजपा के साथ अपना गठबंधन तोड़ दिया है.
हालांकि, भाजपा अपनी जिद पर अड़ी हुई है और अन्नामलाई को अन्नाद्रमुक की मांग पर राज्य प्रमुख के रूप में प्रतिस्थापित नहीं किया है. केरल में भी, भाजपा आक्रामक रूप से वामपंथियों और कांग्रेस दोनों पर हमला कर रही है और वायनाड से राहुल गांधी के खिलाफ एक मजबूत उम्मीदवार खड़ा करने की योजना बना रही है.
तेलंगाना में, चुनाव से पहले बंदी संजय कुमार को राज्य प्रमुख के पद से हटाने के फैसले के कारण भाजपा को विधानसभा चुनावों में नुकसान उठाना पड़ा. ऊपर उद्धृत नेता ने कहा, ‘लेकिन बीआरएस के पतन के साथ, लोकसभा चुनाव में अब तेलंगाना में कांग्रेस और भाजपा के बीच सीधी लड़ाई है.’ बता दें कि भाजपा 2024 के अपने लोकसभा अभियान के लिए 350 सीटों के लक्ष्य तक पहुंचने और दक्षिणी राज्यों में अपना आधार बढ़ाने के लिए ‘दक्षिण पुश’ की तलाश में है.