जापान में एक बार फिर भूकंप आया है. जापान मौसम विज्ञान एजेंसी (JMA) के अनुसार, पश्चिमी जापान में 7.4 तीव्रता का शक्तिशाली भूकंप आया है. भूकंप 16:10 (जेएसटी) पर नोटो, इशिकावा प्रात में आया. सोमवार के भूकंप के कारण इशिकावा में तत्काल सुनामी की चेतावनी जारी कर दी गई.
द जापान टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, भूकंप के झटके राजधानी टोक्यो और कांटो क्षेत्र में महसूस किए गए. जापानी सार्वजनिक प्रसारक एनएचके के अनुसार, सुनामी की चेतावनी के बाद 5 मीटर तक की लहरों की आशंका के कारण लोगों से तटीय क्षेत्रों को जल्दी से छोड़ने और इमारतों के शीर्ष या ऊंची भूमि पर जाने का आग्रह किया गया था.
एनएचके के अनुसार, इशिकावा में वाजिमा शहर के तट पर 1 मीटर से अधिक ऊंची लहरें टकराईं. अभी तक किसी नुकसान या हताहत की कोई रिपोर्ट नहीं है. 80 सेमी की लहरें लगभग 4:35 बजे टोयामा प्रांत तक पहुंच गईं और 40 मीटर की लहरें भी 4:36 बजे काशीवाजाकी, निगाटा प्रान्त तक पहुंच गईं. यह शाम 4:10 बजे निगाटा के साडो द्वीप पर भी पहुंच गया. सुनामी के यामागाटा और ह्योगो प्रान्तों पर भी पहुंचने की आशंका है.
सबसे खतरनाक भूकंप 2011 में आया था
मालूम हो कि 2011 के तोहोकू भूकंप और सुनामी घटना, जिसे अक्सर ग्रेट ईस्ट जापान भूकंप और सुनामी के रूप में जाना जाता है. इसके परिणामस्वरूप 18,000 से अधिक लोग मारे गए थे. इस घटना में कई हजार पीड़ित भी शामिल थे, जो कभी ठीक नहीं हो पाए. यह घातक भूकंप जापान में अब तक दर्ज किया गया सबसे बड़ा भूकंप था और 1900 के बाद से दुनिया में तीसरा सबसे बड़ा भूकंप था.