दिल्ली एनसीआर ही नहीं बल्कि पूरे देश में इन दिनों शीतलहर के साथ कोहरे का प्रकोप है. जिसके चलते आम-जन जीवन अस्त व्यस्त है. इसका सबसे ज्यादा नुकसान रेल यात्रियों को होता है. दिल्ली की बात करें तो घने कोहरे के चलते 26 ट्रेनें लेट चल रही है. आईआरसीटीसी ने लेट ट्रेनों की सूची जारी की है. जानकारी के मुताबिक कई ट्रेनें को 8-8 घंटे तक की देरी से चल रही है. इसलिए अपनी ट्रेन का स्टेटस देखकर ही घर से बाहर निकलें अन्यथा फंस सकते हैं… क्योंकि अभी लगभग 15 दिन से ज्यादा ट्रेनों की लेट लतीफी चलती रहेगी. क्योंकि दिल्ली में तो कोहरे के साथ प्रदूषण की भी मार है.
कोहरे की वजह से 26 ट्रेनें आज फिर हुई लेट
1. 20171 भोपाल-निजामुद्दीन
2. 22691 बेंगलुरु-निजामुद्दीन
3. 22823 भुवनेश्वर-नई दिल्ली राजधानी
4. 12001 रानीकमलापति भोपाल-नई दिल्ली
5. 12273 हावड़ा-नई दिल्ली दुरंतो
6. 12259 चेन्नई-नई दिल्ली
7. 12801 पुरी-नई दिल्ली पुरूषोत्तम एक्स
8. 12451 कानपुर-नई दिल्ली श्रमशक्ति
9. 12303 हावड़ा-नई दिल्ली पूर्वा एक्स
10. 12553 सहरसा-नई दिल्ली वैशाली एक्स
11. 12427 रीवा-आनंद विहार एक्सप्रेस
12. 12417 प्रयागराज-नई दिल्ली एक्स
13. 12225 आजमगढ़- दिल्ली कैफियत एक्सप्रेस
14. 12367 भागलपुर आनंद विहार एक्सप्रेस
15. 12393 राजेंद्रनगर-नई दिल्ली
16. 12559 बनारस-नई दिल्ली एक्सप्रेस
17. 12919 अम्बेडकरनगर-कटरा एक्स
18. 12615 चेन्नई-नई दिल्ली जीटी
19. 12621 चेन्नई-नई दिल्ली
20. 12723 हैदराबाद-नई दिल्ली
21. 12155 रानीकमलापति-निजामुद्दीन
22. 15707 कटिहार-अमृतसरएक्स
23. 12414 जम्मूतवी-अजमेर एक्स
24. 15658 कामाख्या-दिल्ली एक्स
25. 14624 फिरोजपुर-सी
26. 12413 अजमेर-कटरा एक्स
क्या कहता है रेल प्रशासन
रेलवे बोर्ड ने स्वयं ट्वीट कर यात्रियों को सूचित किया है कि सर्दी व घने कोहरे की वजह से ट्रेनें 8 से 10 घंटे तक लेट हैं. इसलिए बिना सूची देखें घर से बाहर न निकलें. रेलवे ने बताया है कि दिल्ली में वायु प्रदूषण का कहर कुछ दिनों से लगातार जारी है, जो विजिबिलिटी के साथ लोगों की सेहत के लिए नुकसानदेह है. नॉर्थ इंडिया के अधिकांश इलाकों में मंगलवार की सुबह भी घना कोहरा छाया रहा. मौसम विभाग के मुताबिक शीतलहर का कहर अभी जारी रहेगा. लगभग 15 दिन कोहरा व कड़ाके की सर्दी पड़ने वाली है. आसपास के इलाकों में शीतलहर और कहरे का प्रकोप जारी रहेगा. अगर ऐसा हुआ तो यात्रियों को ट्रेन लेट का भी सामना करना पड़ेगा.
पटना एयरपोर्ट पर 5 घंटे तक फ्लाइट डिले:कोहरे की वजह से लैंडिंग नहीं हो पा रही, यात्रियों को मैसेज कर दी गई सूचना
घने कोहरे के चलते एयरपोर्ट पर फ्लाइटों के उतरने पर ब्रेक लग गया है। अभी तक पहली फ्लाइट का कुछ पता नहीं चल सका है। हैदराबाद से आने वाली इंडिगो की फ्लाइट 6ई 6719 के आने की अभी कोई सूचना नहीं है। यह फ्लाइट 5 घंटे से ज्यादा लेट हो चुकी है। एयरलाइंस कंपनियों ने यात्रियों को इसकी जानकारी मैसेज के जरिए दे दी है।
अगर विजिबिलिटी इसी तरह बनी रही तो आज कई फ्लाइट लेट लैंड करेंगी। दिल्ली से आने वाली विस्तारा की फ्लाइट संख्या यूके 717 पटना एयरपोर्ट पर 40 मिनट लेट उतरी। दिल्ली से पटना आने वाली इंडिगो की फ्लाइट संख्या 6ई 2769 भी 40 मिनट रही। दिल्ली से आने वाली स्पाइस जेट की फ्लाइट संख्या एसजी 8721 के 1 घंटा 20 मिनट की देरी से आने की सूचना है।
आज लेट हुई फ्लाइटों की सूची
- हैदराबाद पटना इंडिगो 6ई 6719 कोई सूचना नहीं
- दिल्ली पटना विस्तारा यूके 717 40 मिनट लेट
- दिल्ली पटना इंडिगो 6ई 2769 40 मिनट लेट
- दिल्ली पटना स्पाइस जेट एसजी 8721 1 घंटा 30 मिनट लेट
4 साल में भी नही लग सका इंस्ट्रूमेंट लैंडिंग सिस्टम
कुहासे और विजिबिलिटी कम रहने पर भी स्मूथ लैंडिंग के लिए जरूरी है इंस्ट्रूमेंट लैंडिंग सिस्टम। इसकी मदद से पायलट ब्लाइंड लैंडिंग कर सकते हैं। पटना एयरपोर्ट पर आज तक इंस्ट्रूमेंट लैंडिंग सिस्टम नही लग पाया है। इसी लिए हल्का कुहासा भी फ्लाइटों के लैंडिंग में बाधा बन जा रहा है।
इंस्ट्रूमेंट लैंडिंग सिस्टम क्या है
इंस्ट्रूमेंट लैंडिंग सिस्टम सटीक रनवे देखने में सहायता करने वाला सिस्टम है। लैंडिंग के समय पायलटों को दूर से और सामने से रनवे को देखने और समझने के लिए दो रेडियो बीम का उपयोग करती है। जिससे लोकलाइज़र (एलओसी) अज़ीमुथ मार्गदर्शन कर के ब्लाइंड लैंडिंग में सहायता करती है। रेनवे के दोनों तरफ लगे लाइट इस सिस्टम को एयरपोर्ट के रनवे को देखने में सहायता करती है। जिससे विजिबिलिटी कम होने पर भी फ्लाइट की लैंडिंग आसानी से हो जाती है।
विमानों की लैंडिंग का सपोर्ट सिस्टम कमजोर है। इससे 1000 मीटर से थोड़ी भी कम दृश्यता होने पर विमानों को उतारना मुश्किल हो रहा है। पटना का रनवे छोटा है। किसी भी फ्लाइट को उतरने के लिए जमीन से 2.5 डिग्री के क्षितिज पर उतारना सुरक्षित मानक है लेकिन पटना एयरपोर्ट के रनवे के छोटा होने से पटना में 3 डिग्री पर फ्लाइटों उतरना पड़ता है। ये कभी भी घातक हो सकता है।