एक तरफ देश की सियासत दिन-ब-दिन गर्म होती दिख रही है तो वहीं दूसरी तरफ बीजेपी के खिलाफ एकजुट हुए इंडिया गठबंधन की मंगलवार (19 दिसंबर) को दिल्ली में चौथी बैठक हुई थी, जिसके बाद से ही बयानबाजी का सिलसिला शुरू हो गया है. बता दें कि बीजेपी नेता जहां इस गठबंधन को अस्थायी गठबंधन बता रहे हैं, वहीं राजद-कांग्रेस नेता इसे लोकसभा चुनाव के लिए संजीवनी बता रहे हैं. हालांकि बीजेपी नेता भी नीतीश कुमार पर जमकर हमला बोल रहे हैं.
नीतीश कुमार के साथ खेल हो रहा है – सुशील मोदी
आपको बता दें कि इंडिया गठबंधन के बैठक को लेकर सुशील मोदी ने तेजस्वी यादव के बहाने नीतीश कुमार पर भी तंज कसा है. उन्होंने कहा है कि, ”तेजस्वी यादव दिल्ली में इंडिया गठबंधन की बैठक में लिट्टी चोखा खाने गए थे, लेकिन नीतीश कुमार को संयोजक बनाने के नाम पर चुप्पी साध ली.”
इसके साथ ही आपको बता दें कि सुशील मोदी ने आगे कहा कि, ”जब ममता बनर्जी और केजरीवाल ने मल्लिकार्जुन खरगे का नाम प्रस्तावित किया था तो तेजस्वी ने चुप्पी साध ली थी. उनके मुंह से नीतीश कुमार के लिए एक भी शब्द नहीं निकला.” साथ ही उन्होंने कहा कि, ”राजद नीतीश कुमार के साथ खेला खेल रहा है. नीतीश कुमार भी भ्रम में जी रहे हैं कि राजद उनका नाम पीएम उम्मीदवार के लिए आगे रखेगी. राजद कभी भी नीतीश कुमार का नाम आगे नहीं रखेगी.” वहीं सुशील कुमार मोदी के इस बयान से बिहार की सियासत और गरमा गई है.
‘नीतीश कुमार को माया मिली न राम’ – सुशील मोदी
साथ ही आगे सुशील कुमार ने कहा कि, ”नीतीश कुमार भाजपा छोड़कर राजद में इसलिए गए थे कि उन्हें प्रधानमंत्री बनाने के लिए समर्थन मिलेगा, लेकिन उनका हाल ‘न माया मिली न राम’ वाली हो गई है.”
वहीं सुशील कुमार ने आगे तेजस्वी यादव पर निशाना साधते हुए कहा कि, ”तेजस्वी को बीजेपी की बजाय अपनी पार्टी पर ध्यान देना चाहिए. उन्हें पता होना चाहिए कि भाजपा कार्यकर्ताओं की पार्टी है, यहां कार्यकर्ता ही सीएम और पीएम बनते हैं. तीन राज्यों में हमने कार्यकर्ताओं को ही सीएम बनाया है. तेजस्वी यादव की पार्टी तो परिवार की पार्टी है. उनकी पार्टी में तो भाई बहन ही शीर्ष पर बैठेंग, कार्यकर्ता तो बस नाम के हैं.”