भजनलाल शर्मा 14वें मुख्यमंत्री के तौर पर 15 दिसंबर को शपथ लेंगे। इसके लिए बुधवार को प्रदेश भाजपा कार्यालय में मीटिंग हुई। इसमें मनोनीत मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के अलावा प्रदेश भाजपा के बड़े नेता मौजूद रहे। शपथ ग्रहण समारोह 15 दिसंबर को सुबह 11:15 बजे अल्बर्ट हॉल के बाहर होगा।
समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा भी शामिल होंगे। कार्यक्रम के लिए भाजपा शासित प्रदेशों के मुख्यमंत्रियों और उप मुख्यमंत्रियों को न्योता भेजा जा रहा है। इसी दिन दोनों उपमुख्यमंत्री भी शपथ लेंगे।
वहीं, सोशल मीडिया पर अशोक गहलोत ने भजनलाल शर्मा को मुख्यमंत्री मनोनीत होने की बधाई दी तो भजनलाल शर्मा ने भी उनका आभार जताया।
गेस्ट हाउस में शिफ्ट किया गया
बुधवार सुबह मनोनीत मुख्यमंत्री भजनलाल को परिवार सहित जयपुर में चंबल पावर के गेस्ट हाउस में शिफ्ट किया गया। अब नई सरकार के स्वरूप पर चर्चाएं चल रही हैं। वहीं, विधायकों ने मंत्री बनने के लिए कोशिशें शुरू कर दी हैं। हालांकि, मंत्रिमंडल का शुरुआती स्वरूप कैसा होगा, इसको लेकर अलग-अलग कयास हैं।
मां और बेटे ने लगाया गले
दीया कुमारी मंगलवार रात जब जयपुर के सिटी पैलेस पहुंचीं तो उनका जोरदार स्वागत किया गया। दीया कुमारी की मां पद्मिनी देवी भावुक हाे गईं और उन्हें गले लगा लिया। वहीं दीया कुमारी के छोटे बेटे लक्ष्यराज प्रकाश सिंह भी उनसे गले मिले और बधाई दी। इसके साथ ही सिटी पैलेस, जयगढ़ के स्टाफ ने भी उनका स्वागत किया।
नई सरकार को लेकर बड़े अपडेट्स…
- डिप्टी सीएम दीया कुमारी ने कहा- राजस्थान में महिला अपराध बहुत बड़ा मुद्दा रहा है। प्रदेश में जहां भी ऐसी घटना हुई है, वहां भाजपा की टीम पहुंची है। पीड़ित या पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने के लिए भाजपा की टीम ने पूरा प्रयास किया है। कांग्रेस की सरकार गहरी नींद में सो रही थी। भाजपा के संकल्प पत्र में भी यह स्पष्ट है कि महिला अपराध बिल्कुल भी सहा नहीं जाएगा।
- शपथ ग्रहण समारोह को लेकर प्रदेश भाजपा कार्यालय में मीटिंग हुई। यहां समारोह को लेकर अलग-अलग नेताओं की जिम्मेदारियां तय की गईं। अल्बर्ट हॉल के बाहर होने वाले समारोह में एक लाख से अधिक लोगों के शामिल होने की संभावना है।
शपथ की तैयारी शुरू
हाईकमान ने तय किया था नाम
सांगानेर से विधायक भजनलाल शर्मा को मंगलवार को विधायक दल का नेता चुना गया। प्रदेश भाजपा कार्यालय में विधायक दल की बैठक हुई, जिसमें भाजपा हाईकमान द्वारा तय शर्मा के नाम का ऐलान किया गया।
नए मुख्यमंत्री के लिए भजनलाल के नाम का प्रस्ताव वसुंधरा राजे ने रखा और सभी ने उनके नाम पर सहमति जताई। दीया कुमारी और प्रेमचंद बैरवा उप मुख्यमंत्री होंगे। वहीं, अजमेर उत्तर से विधायक वासुदेव देवनानी विधानसभा स्पीकर होंगे।
भजनलाल संघ पृष्ठभूमि से आते हैं। वे मूलत: भरतपुर के रहने वाले हैं। भजनलाल प्रदेश महामंत्री के पद पर भी थे।
भाजपा ने तीनों बड़े पद जयपुर को ही दिए हैं। भजनलाल जयपुर की सांगानेर सीट से विधायक हैं, वहीं दीया कुमारी जयपुर की विद्याधर नगर सीट से जीती हैं जबकि बैरवा जयपुर जिले की दूदू सीट से विधायक हैं।
आखिरी पंक्ति में खड़े थे भजनलाल शर्मा
विधायक दल की बैठक से पहले राजनाथ सिंह के साथ सभी विधायकों का ग्रुप फोटो सेशन हुआ। इस दौरान वसुंधरा राजे, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के बिल्कुल बगल में बैठी थीं। वहीं भजनलाल शर्मा आखिरी पंक्ति में खड़े थे। दीया कुमारी, प्रेमचंद बैरवा दूसरी पंक्ति में थे, वहीं वासुदेव देवनानी पहली पंक्ति में बैठे हुए थे।
सरकार बनाने का दावा पेश किया
विधायक दल की बैठक के बाद मंगलवार को भजनलाल शर्मा सहित सभी भाजपा नेता राजभवन पहुंचे। यहां उन्होंने राज्यपाल से मिलकर सरकार बनाने का दावा पेश किया। नई सरकार के शपथ ग्रहण के दिन यानी 15 दिसंबर को भजनलाल शर्मा का जन्मदिन भी है। शपथ से पहले भजनलाल गिरिराज महाराज के दर्शन करने के लिए भरतपुर भी जाएंगे।
भजनलाल शर्मा ने कहा- भाजपा के सभी नेताओं के साथ मिलकर राजस्थान का सर्वांगीण विकास करेंगे। उनको विधानसभा चुनाव में सांगानेर से विधायक अशोक लाहोटी का टिकट काटकर उतारा गया था।
वसुंधरा को होटल में बता दिया था- वे सीएम नहीं होंगी
राजनाथ सिंह नए मुख्यमंत्री का नाम लेकर आए। बैठक से पहले उन्हाेंने होटल में पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे से वन-टु-वन बातचीत की। दोनों के बीच करीब 10 मिनट तक बातचीत चली। इसके बाद सभी नेताओं के बीच भी कुछ देर चर्चा हुई।
सूत्राें के मुताबिक राजनाथ सिंह ने होटल में ही वसुंधरा को बता दिया था कि उन्हें राजस्थान का मुख्यमंत्री नहीं बनाया जा रहा है। हालांकि नए सीएम के नाम की जानकारी उन्हें विधायक दल की बैठक से ऐन पहले ही दी गई।
ब्राह्मण, राजपूत और दलित कार्ड
भाजपा ने मुख्यमंत्री और उप मुख्यमंत्री के चयन के जरिए ब्राह्मण, राजपूत और दलित कार्ड खेला है। ब्राह्मण को मुख्यमंत्री और राजपूत को उप मुख्यमंत्री बनाकर सामान्य वर्ग में भी भाजपा ने एक बड़ा मैसेज दिया है। वहीं प्रेमचंद बैरवा को उप मुख्यमंत्री बनाकर दलित कार्ड भी खेला है।
33 साल बाद ब्राह्मण सीएम
राजस्थान में 33 साल बाद ब्राह्मण चेहरे को मुख्यमंत्री बनाया गया है। इससे पहले कांग्रेस से हरिदेव जोशी राजस्थान के तीन बार सीएम रहे हैं। वे 1973 से 1977 तक, फिर 1985 से 1988 तक और फिर 1989 से 1990 तक सीएम रहे।