लोकसभा में सदन की कार्यवाही के दौरान जिस युवक ने दर्शक दीर्घा से कूद कर सांसदों पर हमले की कोशिश की उसका नाम सागर है. यह युवक स्मोक गन लेकर लेकर पहुंचा था जिससे बारूद की महक आ रही थी. सदन में मौजूद सांसदों ने मिलकर उनको काबू करने की कोशिश की. उसके बाद सदन के अंदर सुरक्षा में मौजूद सुरक्षाकर्मी आ गये और उनको काबू में ले लिया.
संसद के अंदर पकड़े गये युवक ने अपना नाम सागर शर्मा बताया है. वह मैसूर के बीजेपी सांसद की गेस्ट लिस्ट में था. दिल्ली पुलिस के मुताबिक, ये कितनी संख्या में थे इसके बारे में पता नहीं चल सका है. हमारे रिपोर्टर के मुताबिक संसद भवन की सिक्योरिटी अभी इस मामले की जांच कर रही है. थोड़ी देर में दिल्ली पुलिस को इनको सुपुर्द कर दिया जाएगा.
कौन हैं प्रताप सिम्हा?
जानकारी दे दें कि प्रताप सिम्हा मैसूर के बीजेपी सांसद हैं। प्रताप सिम्हा ने साल 2014 से अपनी राजनीति शुरू की थी। सिम्हा ने साल 2014 में मैसूर सीट से ही लोकसभा चुना लड़ा था और 32000 के बड़े मार्जिन वोटों से जीत हासिल की थी। वहीं, प्रताप ने साल 2019 में फिर से मैसूर से लोकसभा चुनाव लड़ा और कांग्रेस उम्मीदवार को हराकर 1.39 लाख वोटों के अंतर से मैसूर लोकसभा सीट पर जीत दर्ज की थी।
संसद भवन के बाहर पकड़े गये युवक कौन थे?
इन दो आरोपियों के अलावा दिल्ली पुलिस ने दो आरोपियों को संसद भवन के बाहर से भी गिरफ्तार किया है. इनमें से एक अधेड़ उम्र की महिला है जिसका नाम नीलम है और उसकी उम्र लगभग 42 वर्ष बताई जा रही है. संसद भवन के बाहर महिला के साथ पकड़े गये आरोपी का नाम अमोल शिंदे है उसकी उम्र 25 साल है.
महिला नीलम हिसार की रहने वाली है. जब उसको गिरफ्तार किया गया तो वह लगातार भारत माता की जय के नारे लगा रही थी. इसके अलावा उसने नारा लगाया कि तानाशाही बंद करो. इसके अलावा उसने यह भी नारा लगाया कि मणिपुर में महिलाओं के खिलाफ अत्याचार बंद करो. इसके बाद उसने नारा लगाया कि जय भीम-जय भीम.
एंटी टेरर यूनिट स्पेशल सेल संसद भवन के अंदर पहुंची
दिल्ली पुलिस की एंटी टेरर यूनिट स्पेशल सेल पार्लियामेंट के अंदर हंगामा करने वाले लोगों से पूछताछ करने पहुंची हुई है. संसद भवन के अंदर ही इन आरोपियों से पूछताछ कर रही है. इस मामले में आतंकी एंगल की जांच की जा रही है.
लोकसभा स्पीकर ओम बिरला ने लोकसभा की सुरक्षा में चूक के मुद्दे पर कहा कि दिल्ली की एंटी टेरर यूनिट मामले की जांच कर रही है। घटना में शामिल दो लोगों को पकड़ लिया गया है। उनके पास जो भी सामग्री थी उसे जब्त कर लिया गया है। पूरी जांच के बाद ही तस्वीर साफ होगी। उन्होंने कहा दोनों शख्स ने जो पीले रंग का धुआं फैलाया उसमें कोई खतरनाक चीज नहीं थी। स्पीकर ने कहा कि प्रारंभिक जांच के बाद यह बात सामने आई है। सुरक्षा में चूक की घटना के बाद दोबारा सदन की कार्यवाही शुरू होने के बाद ओम बिरला ने यह बात कही।