मुख्यमंत्री नीतीश कुमार गुरुवार को अपने गृह जिला नालंदा के राजगीर पहुंचे, जहां उन्होंने मगध सम्राट जरासंध के 5226 वें जन्म दिवस के मौके पर आयोजित जरासंध महोत्सव का उद्घाटन किया। इस मौके पर सीएम के साथ मंत्री श्रवण कुमार, कला सस्कृति मंत्री के अलावे कई विधायक भी मौजूद रहे। इस दौरान सीएम ने मीडिया से दूरी बनाई और उद्घाटन के बाद बिना कुछ बोले वहां से रवाना हो गए।
तय कार्यक्रम के अनुसार सड़क मार्ग से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार राजगीर पहुंचे। जहां उन्होंने पहली बार आयोजित जरासंध महोत्सव का उद्घाटन का किया। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के आगमन को लेकर राजगीर के चप्पे चप्पे सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए थे। उद्घाटन के बाद चंद्रवंशी समाज के लोगों ने महाराजा जरासंध के शस्त्र गदा को पारंपरिक रूप से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को भेंट किया।
दरअसल, बिहार सरकार के कला संस्कृति एवं युवा विभाग द्वारा पहली बार राजगीर में जरासंध महोत्सव का आयोजन किया जा रहा है। जिसका उद्घाटन मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने किया है। सम्राट जरासंध की प्रतिमा पर माल्यार्पण करने के बाद मुख्यमंत्री ने परंपरागत ध्वजारोहण किया। आयोजकों के द्वारा सीएम नीतीश को सम्राट जरासंध की प्रतिमा और गदा भेंट की गई। महोत्सव के उद्घाटन के बाद मुख्यमंत्री ने जरासंध उद्यान और स्मारक का भी निरीक्षण किया। इसके बाद वे पटना के लिए रवाना हो गए।
इस मौके पर मंत्री विजय कुमार चौधरी, श्रवण कुमार, जितेंद्र राय, सांसद कौशलेंद्र कुमार विधायक कौशल किशोर, डॉक्टर जितेंद्र कुमार, प्रेम मुखिया , एमएलसी रीना यादव के अलावे डीएम शशांक शुभंकर, एसपी अशोक मिश्रा एवं कई पदाधिकारी मौजूद रहे।
बता दें कि राजगीर में जरासंध का अखाड़ा भी है जो अपने आप में एक इतिहास है। इसी अखाड़ा में जरासंध मल युद्ध करते थे। यही कारण राजगीर को जरासंध की नगरी भी कहा जाता है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जरासंध के अखाड़ा को संरक्षित और सुरक्षित करने के लिए कई बार केन्द्र सरकार से आग्रह भी किया है लेकिन आज तक इसके विकास के लिए कोई काम नहीं कराया गया।