उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले में एक निर्माणाधीन सुरंग में फंसे 40 मजदूरों को बचाने के लिए बचाव अभियान मंगलवार को तीसरे दिन भी जारी रहा. सुरंग के अंदर फंसे 40 मजदूरों में से 2 मजूदरों की आज तबीयत बिगड़ गई. इन मजूरों में से एक को उल्टी और चक्कर आना और दूसरे को सिर में दर्द की शिकायत देखने को मिली. जिसके बाद प्रशासन ने कंप्रेसर के माध्यम से दवा उपलब्ध कराई. इस बीच पुलिस ने मजदूरों को एक पाइप के जरिए चिंतित परिजनों से बात करने की सुविधा दी. आपको बता दें कि सिल्क्यारा-बड़कोट सुरंग के अंदर फंसे मजदूरों के बाहर निकालने के लिए 900 मिमी पाइप लगाकर रास्त बनाने का प्रयास किया जा रहा है.
परिजनों से बात करने की व्यवस्था
उत्तरकाशी पुलिस के सीओ प्रशांत कुमार ने फंसे हुए लोगों का मनोबल बढ़ाने के लिए उनमें से कुछ को पाइप के जरिए उनके परिजनों से बात करने की व्यवस्था की. फंसे हुए लोगों में शामिल कोटद्वार निवासी गंभीर सिंह नेगी ने अपने बेटे से बात की, जिसने उनका हालचाल पूछा और उन्हें बचाने के लिए किए जा रहे प्रयासों की जानकारी दी. इस बीच, उत्तरकाशी पुलिस नियंत्रण कक्ष दूसरों के परिवारों को स्थिति से अवगत करा रहा है, जबकि फंसे हुए लोगों को भोजन, पानी और ऑक्सीजन की आपूर्ति की जा रही है. उत्तरकाशी जिले में यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग पर सिल्क्यारा और डंडालगांव के बीच निर्माणाधीन सुरंग का एक हिस्सा रविवार तड़के भूस्खलन के कारण ढह गया. सुरंग से मजदूरों को निकालने के लिए 900 मिमी व्यास वाले स्टील पाइप और ड्रिल व बोरिंग मशीनें मौके पर पहुंच गई हैं और राह में आ रही रुकावट वाले ढांचे को काटने का काम शुरू हो गया है.
इन राज्यों के रहने वाले मजदूर
इस बीच रेस्क्यू ऑपरेशन का नेतृत्व कर रहे एसडीआरएफ कमांडेंट मणिकांत मिश्रा ने मंगलवार को वॉकी-टॉकी के जरिए सुरंग में फंसे मजदूरों से बात की और उनका हालचाल लिया. श्रमिकों ने उन्हें बताया कि वे सभी ठीक हैं और उम्मीद है कि उन्हें जल्द ही बचा लिया जाएगा. जिला प्रशासन के अनुसार, फंसे हुए 40 मजदूरों में से 15 झारखंड से, तीन बिहार से, चार पश्चिम बंगाल से, दो उत्तराखंड से, एक हिमाचल प्रदेश से, आठ उत्तर प्रदेश से, दो असम से और पांच ओडिशा से हैं.
लगातार स्थिति का जायजा ले रहे सीएम धामी
बता दें कि उत्तरकाशी सुरंग हादसे पर उत्तराखंड के सीएम पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि मैं स्थिति पर करीब से नजर रख रहा हूं. मैंने घटनास्थल का दौरा किया था और मैंने अंदर फंसे लोगों के परिवार के सदस्यों से भी बात की. अंदर फंसे लोगों को खाना, पानी और ऑक्सीजन की आपूर्ति की जा रही है. पीएम मोदी भी स्थिति पर करीब से नजर रख रहे हैं.
झारखंड के सबसे ज्यादा मजूदर
वहीं उत्तरकाशी में सुरंग के लिए कार्यदायी संस्था एन.एच.आई.डी.सी.एल. की ओर से दी गई जानकारी के अनुसार सुंरग के अंदर फंसे हुये व्यक्तियों में से 2 उत्तराखंड, 1 हिमाचल, 4 बिहार, 3 पश्चिम बंगाल, 8 उत्तर प्रदेश, 5 उड़ीसा, 15 झारखंड और 2 असम के रहने वाले हैं. जिन्हें रेस्क्यू किए जाने के संबंध में अब तक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से दो बार स्थिति की जानकारी ले चुके हैं.
लगातार स्थिति का जायजा ले रहे सीएम धामी
बता दें कि उत्तरकाशी सुरंग हादसे पर उत्तराखंड के सीएम पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि मैं स्थिति पर करीब से नजर रख रहा हूं. मैंने घटनास्थल का दौरा किया था और मैंने अंदर फंसे लोगों के परिवार के सदस्यों से भी बात की. अंदर फंसे लोगों को खाना, पानी और ऑक्सीजन की आपूर्ति की जा रही है. पीएम मोदी भी स्थिति पर करीब से नजर रख रहे हैं.
झारखंड के सबसे ज्यादा मजूदर
वहीं उत्तरकाशी में सुरंग के लिए कार्यदायी संस्था एन.एच.आई.डी.सी.एल. की ओर से दी गई जानकारी के अनुसार सुंरग के अंदर फंसे हुये व्यक्तियों में से 2 उत्तराखंड, 1 हिमाचल, 4 बिहार, 3 पश्चिम बंगाल, 8 उत्तर प्रदेश, 5 उड़ीसा, 15 झारखंड और 2 असम के रहने वाले हैं. जिन्हें रेस्क्यू किए जाने के संबंध में अब तक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से दो बार स्थिति की जानकारी ले चुके हैं.