मध्य प्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए भारतीय जनता पार्टी ने सोमवार को उम्मीदवारों की दूसरी लिस्ट जारी की, जिसमें केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर का भी नाम शामिल है. पार्टी ने नरेंद्र तोमर को दिमनी विधानसभा सीट से टिकट दिया है. पार्टी के इस फैसले ने राजनीतिक गलियारे में हलचल मचा दिया है. हालांकि इन सबके बीच अभी मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की सीट तय होनी बाकी है. केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर पिछले 15 वर्षों से राज्य की राजनीति से बाहर हैं और आखिरी बार 2008 तक ग्वालियर से विधायक रहे. वह वर्तमान में मुरैना से सांसद हैं.
‘स्वीकार्य चेहरा’
कुछ महीने पहले, भारतीय जनता पार्टी ने आगामी राज्य चुनावों के लिए अभियान समिति के प्रमुख के रूप में तोमर के नाम की भी घोषणा की थी, क्योंकि वह उस समय भाजपा के पुराने नेताओं के बीच सबसे “स्वीकार्य चेहरा” थे. नरेंद्र तोमर ग्वालियर-चंबल क्षेत्र से आते हैं, जहां 2018 के चुनावों में भाजपा 34 में से सिर्फ आठ सीटें जीत सकी थी और उसे अपने इस फैसले से बदलाव की उम्मीद है.
सत्तारूढ़ दल ने अभी तक शिवराज सिंह चौहान की उम्मीदवारी की घोषणा नहीं की है. पार्टी की पहली सूची में हमेशा सीएम का नाम होता है. लेकिन कुल 78 उम्मीदवारों की पहली दो सूचियों में चौहान का नाम नहीं है. वह 2006 से बुधनी से विधायक हैं.
‘पीएम ने नहीं लिया चौहान का नाम’
इन सब घनाटक्रम के बीच कांग्रेस चुटकी लेने का कोई मौका नहीं छोड़ रही है. कांग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को भोपाल में अपने पूरे भाषण में शिवराज सिंह चौहान का नाम नहीं लिया. सुरजेवाला ने कहा, ‘पीएम ने पिछले 18 वर्षों में शिवराज सिंह चौहान सरकार की एक भी योजना का नाम नहीं लिया. उन्होंने सीएम का नाम भी नहीं लिया.’
सीएम शिवराज सिंह चौहान आमतौर पर हर मंच से अपनी हस्ताक्षरित मुख्यमंत्री लाडली बहना योजना के बारे में बोल रहे हैं, जिसमें राज्य सरकार 1.3 करोड़ से अधिक महिलाओं को प्रति माह 1,250 रुपये दे रही है. प्रदेश बीजेपी ने इस योजना को चुनाव में ‘गेम चेंजर’ करार दिया है. लेकिन पीएम ने अब तक राज्य में अपने संबोधन में इस योजना का जिक्र नहीं किया है. कांग्रेस पूछ रही है कि क्या यह योजना अन्य राज्यों में अपनाई जा रही भाजपा की “कोई मुफ्त सुविधा नहीं” की नीति के खिलाफ नहीं है.
17 वर्षों से सीएम हैं शिवराज सिंह चौहान
इससे पहले, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भाजपा के आगामी चुनाव जीतने की स्थिति में स्पष्ट रूप से चौहान को अगले सीएम के रूप में नामित नहीं किया था. अगस्त में जब पूछा गया कि अगला सीएम कौन होगा, तो अमित शाह ने कहा, ‘आप इसमें क्यों पड़ रहे हैं कि पार्टी का काम क्या है? यह हमारी पार्टी का काम है, हम तय करेंगे.’ चौहान 2006 से पिछले 17 वर्षों से मुख्यमंत्री हैं, 15 महीने के अंतराल को छोड़कर जब कमल नाथ 2018 में मुख्यमंत्री बने.
भाजपा की दूसरी लिस्ट में दिग्गजों के नाम के पीछे छिपा है ‘राज’, कैलाश विजयवर्गीय ने किया खुलासा
भाजपा ने मध्य प्रदेश चुनाव के लिए उम्मीदवारों की नई सूची जारी की है. इसमें केंद्र सरकार में मंत्री से लेकर सांसदों के नाम शामिल हैं. लिस्ट जारी होने के बाद बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि पार्टी ने मध्य प्रदेश के आगामी विधानसभा चुनावों में वरिष्ठ नेताओं को उम्मीदवार के तौर पर मैदान में इसलिए उतारा है ताकि कांग्रेस का सूपड़ा साफ किया जा सके. बता दें कि भाजपा ने केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर, प्रहलाद सिंह पटेल और फग्गन सिंह कुलस्ते तथा पार्टी के कुछ अन्य सांसदों को मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए उम्मीदवारों की दूसरी सूची में जगह दी है.
इस सूची में घोषित उम्मीदवारी के तहत कैलाश विजयवर्गीय अपने गृहनगर इंदौर के विधानसभा क्षेत्र क्रमांक-1 से चुनावी समर में उतरेंगे. फिलहाल कांग्रेस विधायक संजय शुक्ला इस सीट की विधानसभा में नुमाइंदगी करते हैं. विजयवर्गीय ने चुनावी टिकट मिलने के बाद कहा कि भाजपा के वरिष्ठ नेताओं को कांग्रेस का सूपड़ा साफ करने के लिए चुनावी मैदान में उतारा गया है.
चुनावी टिकट मिलने से मैं आश्चर्यचकित- विजयवर्गीय
विजयवर्गीय ने कहा कि सूबे के विधानसभा चुनावों में भाजपा के वरिष्ठ नेताओं को उम्मीदवार के तौर पर उतारे जाने से कांग्रेस का गढ़ा यह विमर्श टूट गया है कि कांग्रेस चुनाव जीतने जा रही है. उन्होंने कहा कि भाजपा संगठन के सामने पूर्व में इच्छा जताई थी कि वह चुनाव नहीं लड़ना चाहते. उन्होंने कहा कि चुनावी टिकट मिलने से मैं आश्चर्यचकित हूं. भाजपा संगठन द्वारा मुझे फिर से चुनावी राजनीति में भेजा जाना मेरे लिए सौभाग्य की बात है. मैं पार्टी की अपेक्षाओं पर खरा उतरने की कोशिश करूंगा.
4 सांसद और 3 केंद्रीय मंत्रियों को मिला टिकट
बीजेपी की दूसरी सूची में 4 सांसद और 3 केंद्रीय मंत्रियों के नाम शामिल है. केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर को दिमनी से, प्रहलाद सिंह पटेल को नरसिंहपुर से और फग्गन सिंह कुलस्ते को निवास सीट से टिकट मिला है. वहीं 4 सांसद उदय प्रताप सिंह को गाडरवारा से, राकेश सिंह को जबलपुर पश्चिम से, गणेश सिंह को सतना और रीती पाठक को सीधी से उम्मीदवार बनाया गया है.
अब तक 78 सीटों पर नाम घोषित
मध्य प्रदेश चुनाव के लिए बीजेपी ने अब तक 78 सीटों पर उम्मीदवारों के नाम घोषित कर दिए है. वहीं अब उम्मीद लगाई जा रही है कि बची हुई 152 सीटों पर भी चौंकाने वाले नाम सामने आ सकते है. बता दें बीजेपी ने 17 अगस्त को 39 उम्मीदवारों की पहली सूची जारी की थी. वहीं पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के खिलाफ छिंदवाड़ा सीट से बीजेपी ने विवेक बंटी साहू को मैदान में उतारा है.