सुल्तानगंज-अगुवानी पुल के भरभरा कर गिर जाने के बाद अब पथ निर्माण विभाग के अपर मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत हरकत में आए हैं। पथ निर्माण विभाग की तरफ से कार्यपालक अभियंता को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है। वहीं, सिंगला कंपनी को कारण बताओ नोटिस भेजा गया है। पथ निर्माण विभाग के अपर मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत की तरफ से भेजे गए नोटिस में सिंगला कंपनी के एमडी से यह पूछा गया है कि ‘उन्हें क्यों न कंपनी को ब्लैक लिस्ट कर दिया जाए?’ इतनी बड़ी घटना होने के बाद पथ निर्माण विभाग की तरफ से एसपी सिंगला को शो कॉज नोटिस भेजा गया है।
प्रत्यय अमृत की तरफ से दी गई जानकारी के अनुसार एसपी सिंगला नाम की कंपनी को शो कॉज नोटिस भेजकर 15 दिनों के भीतर जवाब मांगा है। साथ ही पुल के क्षतिग्रस्त होकर गंगा में गिरे हिस्से को निकालने को भी कहा गया है। अगुवानी पुल के एक और बचे हुए स्पैन को तत्काल प्रभाव से तोड़कर हटाने को कहा गया है। गंगा में गिरे पुल के मलबे को हटाने के लिए एजेंसी को 15 दिनों का वक्त दिया गया है। पुल निर्माण विभाग के अपर मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत की तरफ से गंगा में बहे मलबे को हटाने का भी आदेश दिया गया है ताकि गंगा में डॉल्फिन अभयारण्य की जगह को साफ किया जा सके।
काम रोकने के लिए दिया गया था निर्देश
इस पूरे मामले में पथ निर्माण विभाग ने खगाड़िया डिवीजन ने एग्जीक्यूटिव इंजीनयर को निलंबित कर दिया है. इसके साथ ही पुल निर्माण के एमडी को कारण बताओ नोटिस जारी किया है. पथ निर्माण विभाग के अनुसार पुल निर्माण कंपनी के एमडी को काम रोकने के लिए कहा गया था, लेकिन फिर भी काम चलता गया. आज आईआईटी रुड़की के विशेषज्ञों की टीम अपनी जांच रिपोर्ट सरकार को सौंपेगी. रिपोर्ट से खुलासा होगा कि डिजाइन में खामी थी या और कोई वजह भी थी.
‘बख्शे नहीं जाएंगे पुल गिरने के दोषी’
पथ निर्माण विभाग के अपर मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत की तरफ से 14 महीने पहले दिया गया, वही घिसा-पिटा जवाब सुनाया गया है। 14 महीने पहले भी पुल हवा के झोंके से भरभरा कर गिर गया था। तब भी सरकार और पथ निर्माण विभाग की तरफ से दोषियों को न बख्शने की बात कही गई थी। लेकिन दोषियों पर कार्रवाई के नाम पर कुछ भी नहीं हुआ। वहीं, इसके उलट सुपरस्ट्रक्चर में पुल के बनावट में खामियों की बात सामने आते हुए भी इस पुल के निर्माण को दोबारा शुरू कर दिया गया। आईआईटी खड़गपुर और एनआईटी पटना की टीम ने पुल स्ट्रक्चर से लेकर इसकी क्वालिटी की जांच की थी। जांच रिपोर्ट के सामने आने के बाद भी पुल की खामियों को दूर नहीं किया गया। उल्टे अगवानी पुल का काम दोबारा शुरू कर दिया गया।
कॉलर बचाने के लिए हो रही कार्रवाई?
अब जब पुल दोबारा ध्वस्त हो गया है, तो प्रत्यय अमृत की तरफ से एसपी सिंगला नाम की कंपनी पर कार्रवाई की जा रही है। दोषी पाए जाने पर पुल निर्माण के लिए दिए गए 600 करोड़ की रिस्क एंड कॉस्ट आधार पर वसूली किए जाने की बात कही गई है। बैंक गारंटी के रूप में 200 करोड़ रुपए जब्त करने की बात कही गई है। वहीं, बिहार राज्य पुल निर्माण निगम के एमडी नीरज सक्सेना को भी शो कॉज नोटिस भेजा गया है। पथ निर्माण विभाग की तरफ से पुल निर्माण विभाग को भेजे गए नोटिस में पूछा गया है कि ‘यह घटना दोबारा कैसे घटी?’ पथ निर्माण विभाग ने राज्य पुल निर्माण निगम से पूछा है कि ‘एसपी सिंगला कंपनी पर पहली बार पुल गिरने पर क्या कार्रवाई की गई?’
कार्यपालक अभियंता योगेंद्र कुमार सस्पेंड
सुल्तानपुर-अगुवानी पुल के ध्वस्त होने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। एक तरफ जहां सरकार अपनी नाक बचाने में लगी है। वहीं, पथ निर्माण विभाग के अपर मुख्य सचिव भी अपनी कॉलर बचाने में लगे हैं। बिहार के डिप्टी सीएम और पथ निर्माण विभाग के मंत्री तेजस्वी यादव भी लीपापोती में जुटे हैं। अगुवानी पुल के ध्वस्त होने पर अचानक उन्होंने देर रात प्रेस कॉन्फ्रेंस कर पुल के स्ट्रक्चर में खामी की बात कह कर मामले को हल्का करने की कोशिश की। लेकिन मामला अब तूल पकड़ चुका है। बीजेपी की ओर से लगातार सवाल उठाए जा रहे हैं। ऐसे में अब कार्रवाई का दौर शुरू हो गया है। खगड़िया के कार्यपालक अभियंता योगेंद्र कुमार को सस्पेंड कर दिया गया है। उन पर काम में कोताही और लापरवाही के आरोप लगाए गए हैं। इसके अलावा विशेषज्ञ और असिस्टेंट इंजीनियर अमित शाही को खगड़िया भेज दिया गया है।
नीतीश कुमार सरकार रविवार को भागलपुर अगुवानी पुल गिरने के बाद से विपक्ष के निशाने पर है। खगड़िया-भागलपुर पुल गिरने के बाद से ही बिहार सरकार आलोचना का सामना कर रही है। इस पुल को बनाने वाली कंपनी एसपी सिंगला कंस्ट्रक्शन प्राइवेट लिमिटेड है। इसी कंपनी को बिहार में दो और परियोजनाएं सौंपी गई थीं। ये दो परियोजनाएं हैं सोनपुर-दीघा अप्रोच रोड और पटना में लोहिया पथ चक्र का हड़ताली मोड़ खंड। बिहार राज्य पुल निर्माण निगम लिमिटेड के चीफ इंजीनियर, सर्किल 1, जितेंद्र कुमार के मुताबिक ‘सोनपुर-दीघा एप्रोच रोड के निर्माण का ठेका एस.पी. सिंगला कंपनी को दिया गया था और इसकी फिनिशिंग का काम अभी चल रहा है। इस साल 11 जून को पूर्व सीएम लालू प्रसाद यादव के जन्मदिन पर 2.87 किलोमीटर लंबी एप्रोच रोड को जनता के लिए खोल दिए जाने की उम्मीद है। इस अप्रोच रोड के शुरू होने के बाद यात्रियों का कम से कम 1 घंटा बचेगा। परियोजना की लागत 383 करोड़ रुपये है।’
एसपी सिंगला कंपनी के पास दो और प्रोजेक्ट
पटना के बीच में स्थित लोहिया पथ चक्र की हड़ताली मोड़ परियोजना के भी इस साल जुलाई में उद्घाटन होने की उम्मीद है। बीआरपीएनएनएल के मुख्य अभियंता सर्कल 2, सुनील कुमार ने कहा कि लोहिया पथ चक्र का निर्माण एस.पी. सिंगला कंपनी को दिया गया था और परियोजना की लागत 391 करोड़ रुपये है। इससे बोरिंग कैनाल रोड से दरोगा प्रसाद राय पथ जाने वाले यात्रियों को परेशानी मुक्त ड्राइविंग अनुभव मिलेगा। साथ ही बेली रोड के दोनों ओर आने वाले यात्रियों को भी परेशानी होगी। एक अंडरपास भी परियोजना का एक हिस्सा है। राजभवन के पास लोहिया पथ चक्र का प्रथम चरण पूरा हो चुका है। सुनील कुमार ने कहा, रविवार को गंगा नदी पर गिरने वाला पुल तीसरा प्रोजेक्ट था, जिसे एसपी सिंगला कंपनी को 1,710 करोड़ रुपये की लागत से दिया गया था। कंपनी का कॉर्पोरेट ऑफिस हरियाणा के पंचकूला में है।
पटना हाईकोर्ट में दाखिल की गई PIL
सुल्तानगंज के अगुवानी घाट पुल हादसे को लेकर बिहार में सियासत गरम है। इसी बीच अब ये मामला पटना हाईकोर्ट में पहुंच गया है। अगुवानी घाट के पास गंगा नदी पर बन रहे पुल के नदी में समाने के बाद पटना उच्च न्यायालय में एक याचिका दाखिल की गई है। इस याचिका में याचिकाकर्ता ने मांग की है कि पुल गिरने के हादसे की स्वतंत्र एजेंसी से जांच कराई जाए। इससे पहले सीएम नीतीश कुमार ने माना था कि कुछ गड़बड़ हुई तभी ये पुल गिरा। वहीं सरकार को आईआईटी रुड़की की उस रिपोर्ट का भी इंतजार है, जो पुल के जांच से जुड़ी है।
भागलपुर पुल हादसे को लेकर पटना हाईकोर्ट में ये याचिका अधिवक्ता मणिभूषण सेंगर की ओर से दायर की गयी है। सेंगर ने अपनी याचिका में कहा है कि करप्शन, पुल बनाने में घटिया सामान के इस्तेमाल के चलते पुल ढह गया। उन्होंने अपनी याचिका में पुल हादसे की जांच स्वतंत्र एजेंसी से कराये जाने की मांग की है। उन्होंने याचिका में मांग की है कि जो भी दोषी और जिम्मेदार पाए जाएं उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए। सेंगर ने याचिका में मांग की है कि पुल बनाने वाली एसपी सिंगला कंस्ट्रक्शन कंपनी को ब्लैक लिस्ट किया जाए और उनसे नुकसान की वसूली की जाए। मणिभूषण सेंगर ने याचिका में ये भी कहा है कि इतने कम वक्त में दोबारा पुल का ध्वस्त होना इसमें करप्शन और कमीशनखोरी को साफ दिखा रहा है।
तेजप्रताप बोले- पुल को बीजेपी वालों ने गिराया
उधर लालू प्रसाद यादव के बड़े बेटे और बिहार सरकार के वन एवं पर्यावरण मंत्री तेज प्रताप यादव ने अलग ही शिगूफा छोड़ दिया है। तेज प्रताप यादव ने भागलपुर पुल हादसे का जिम्मेदार बीजेपी को ही ठहरा दिया है। तेज प्रताप यादव ने कहा है कि ‘पुल को भाजपा ने तोड़ा है। हम पुल बना रहे हैं और वे (भाजपा) इसे गिरा रहे हैं।’ उधर दूसरी तरफ पुल हादसे को लेकर विपक्षी बीजेपी ने नीतीश-तेजस्वी सरकार के खिलाफ पहले से मोर्चा खोल रखा है।