भारत-नेपाल को जोड़ने वाली अति महत्वपूर्ण जोगबनी-बिराटनगर क्रॉस बॉर्डर रेल लिंक प्रोजेक्ट शुरू होने वाला है। आज प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और नेपाल के प्रधानमंत्री पुष्प कमल दहाल दिल्ली से वर्चुअली उद्घाटन करेंगे। भारत से नेपाल तक कार्गो रेल सेवा के होने वाले उद्घाटन कार्यक्रम की तैयारी का जायजा लेने एनएफ रेलवे मालीगांव के एजीएम सतेन्द्र कुमार बुधवार को बथनाहा पहुंचे। बथनाहा से लेकर इंडियन कस्टम यार्ड और फिर नेपाल कस्टम यार्ड तक तैयारी का जायजा लिया। मौके पर उनके साथ डीआरएम सहित रेलवे की पूरी टीम मौजूद थी। यहां उन्होंने स्टेशन पर बन रहे उद्घाटन समारोह स्थल सहित पूरी तैयारी का जायजा लिया। इसके बाद एजीएम स्पेशल ट्रेन से इंडियन कस्टम यार्ड एवं नेपाल कस्टम यार्ड के कार्यों का भी जायजा लिया। एनएफ रेलवे मालीगांव के एजीएम सतेन्द्र कुमार के साथ कटिहार डीआरएम कर्नल एस के चौधरी, एडीआरएम बी के चौधरी, सीनियर डीओएम अमित सिंह, सीनियर डीएनसी सुधांशु नगाइच, सीनियर डीएसटीई गौरव राजपाल, सीनियर डीएमसी आईसी ए एन झा, स्टेशन अधीक्षक राहुल कुमार समेत बड़ी संख्या में अधिकारी थे।
थनाहा से विराटनगर तक रेलवे का प्रोजेक्ट पूरा
20-21 अप्रैल को नेपाल के काठमांडू में विदेश मंत्रालय के आठवां प्रोजेक्ट स्टीयरिंग कमेटी (पीएससी) और छठा ज्वाइंट वर्किंग ग्रुप की मीटिंग हुई थी। जिसमें बथनाहा और नेपाल कस्टम यार्ड के बीच कार्गो ट्रेन मई के दूसरे सप्ताह से शुरू करने का निर्णय लिया गया था। भारत-नेपाल को जोड़ने वाली महत्वपूर्ण रेल परियोजना पर काम चल रहा था। जोगबनी-विराटनगर क्रॉस बॉर्डर रेल लिंक प्रोजेक्ट के तहत बथनाहा से विराटनगर तक रेल लाइन निर्माण का कार्य इरकॉन कंपनी कर रही थी।
नेपाल बॉर्डर पर ट्रक जाम से मिलेगी मुक्ति
भारत और नेपाल के बीच संधि के मुताबिक किसी भी तीसरे देश से आयातित सामानों को भारतीय बंदरगाह से नेपाल ले जा सकता है। अब तक माल की ढुलाई मालवाहक ट्रक से की जाती थी। जिसके कारण जोगबनी बॉर्डर से होकर प्रतिदिन हजारों ट्रक नेपाल में प्रवेश करते हैं। इतने ट्रकों के आने-जाने से बॉर्डर पर हमेशा जाम की स्थिति बनी रहती है।